ट्रामा सेंटर लालगंज में स्थित एल-1 हॉस्पिटल में नगर पंचायतकर्मी शिवम पांडेय को किया गया है, भर्ती...
जनपद प्रतापगढ़ में कोरोना संक्रमण के काल में भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें द्वारा अपनाया जा रहा है,दोहरी ब्यवस्था का मापदंड...
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नगर पंचायत,लालगंज -प्रतापगढ़ |
लालगंज नगर पंचायत में मिला कोरोना संक्रमित मरीज फिर भी लालगंज नगर पंचायत को नहीं किया गया सील,संक्रमित मरीज का गाँव गोविंदपुर को भी नहीं किया जा सका सील ! जबकि फतनपुर थाना और पुलिस चौकी सुवंसा को कल ही कर दिया गया था,सील...
प्रतापगढ़। टाउन एरिया लालगंज में नगर पंचायतकर्मी शिवम पांडेय के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद स्थानीय अस्पताल प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए नहीं दिख रहा है। एक तरफ जिलाधिकारी प्रतापगढ़ डॉ रूपेश कुमार ने शहरी क्षेत्र में 3 दिन के लिए लॉक डाउन के लिए आदेश जारी किया है और उसमें लिखा है कि शहरी क्षेत्र की स्थिति कोरोना वायरस संक्रमण की विस्फोटक हो चुकी है। लिहाजा शहरी क्षेत्र में लॉक डाउन करने का निर्णय लिया गया है।
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लालगंज L-1हॉस्पिटल जहाँ कोरोना संक्रमित मरीज होते हैं,भर्ती... |
दूसरी तरफ लालगंज सहित जिले के अन्य जगहों पर कोरोना संक्रमण के मामले में जिस तरह की मनमानी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा कर रहा है, उससे राष्ट्रीय आपदा के काल में सिर्फ और सिर्फ निराशा ही दिख रही है। मिली जानकारी के मुताबिक लालगंज कोतवाली क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी शिवम पाण्डेय स्थानीय नगर पंचायत लालगंज में संविदा कर्मी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक शिवम नगर पंचायत कार्यालय भी दिन में अनेकों बार आता जाता है और स्थानीय कस्बे में कई दुकानदारों व संभ्रांत लोगो के बीच संपर्क में रहता है। मंगलवार को शिवम के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसे स्थानीय ट्रामा सेंटर लालगंज में स्थित एल-1 में भर्ती किया गया है।
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टाउन एरिया लालगंज स्थापित होने के बाद पहली बार मतदान देने जाते बड़के नेता प्रमोद कुमार... |
"राजधानी लखनऊ से वाराणसी वाया जौनपुर NHI पर लालगंज बाजार स्थित है जो जिले के सबसे बड़के नेता प्रमोद कुमार की कर्मस्थली के रूप में जानी जाती है। उत्तर प्रदेश में सरकार चाहे भाजपा की रही हो अथवा सपा या बसपा की रही हो, परन्तु लालगंज क्षेत्र में उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और क्षेत्राधिकारी सहित इंस्पेक्टर और नगर पंचायत में ई ओ तक की तैनाती नेताजी से पूँछ कर की जाती है। लालगंज तहसील और नगर पंचायत स्थापित कराने का श्रेय बड़के नेता को ही प्राप्त है। कोरोना संक्रमण काल में नेताजी प्रमोद कुमार प्रदेश से लेकर केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय और ब्यवस्था पर अंगुली उठाते रहे हैं। सच बात तो ये है कि बड़के नेता यदि मुंह खोलते हैं तो बिना कुछ बोले ही लगने लगता है कि मोदी पर ही जाकर गिरेंगे और अपने मन की भड़ास निकालेंगे। इस भड़ास के पीछे जो भी कारण हो वो तो नेताजी ही स्पष्ट कर सकते हैं,परन्तु फौरी तौर पर नेताजी मोदी जी पर इसलिए बरसते हैं कि कांग्रेस में उन्हें भी कोई बड़ा पद मिल जाए ! भविष्य में सोनिया और राहुल कृपा हो जाए तो राज्यसभा बना दिया जाए। नेताजी इसी उम्मीद से मोदी को कोसने में कभी भी कोई संकोच और परहेज नहीं किये...
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बड़के नेता प्रमोद कुमार का क्षेत्र लालगंज चौक... |
गौरतलब तो यह है कि राष्ट्रीय आपदा और महामारी के समय भी देश में दोहरी ब्यवस्था और दोगला कानून का सिद्धांत जब देखना को मिलता है तो देश के सिस्टम से पूरी तरह विश्वास ही उठ जाता है। एक ही प्रकरण में अलग-अलग ब्यवस्थाएं कैसे लागू की जाती हैं ? ब्यवस्था में कुंडली मारकर बैठे जिम्मेदार लोग कभी इस विषय पर अपना मुंह नहीं खोला। कोरोना संक्रमण काल में भी सिस्टम में बैठे जिम्मेदारों ने न जाने किसके दबाब में प्रकरण को इतना दबा दिया है कि कस्बे में न तो अभी तक कन्टेन्मेंट जोन बनाया गया और न ही निर्धारित स्थल तय कर हॉट स्पॉट बैरियर ही लगाया गया है।
मजे की बात तो देखिये कि कोरोना संक्रमित मरीज के गाँव गोविंदपुर को अभी तक सील करने की कार्यवाही भी नहीं की गई है। मामले को लेकर आम जनमानस में चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है। परन्तु लालगंज के बड़के नेताजी इस मामले में खामोश हैं। वो मोदी और योगी को तो हर मामले में जिम्मेदार बताने में चूक नहीं करते, परन्तु अपने ही क्षेत्र में नेताजी ऐसी चूक कैसे कर रहे हैं ? ये बात अभी तक समझ में नहीं आ सकी है कि नगर पंचायत में जब एक कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया तो जिला प्रशासन किस मजबूरी में लालगंज के नगर पंचायत के उन कर्मचारियों की जांच तक नहीं करा रहा है, जो संक्रमित मरीज के साथ उठते बैठते थे ? लालगंज में जिला प्रशासन की ढिलाई कहीं लोगों पर भारी न पड़ जाय। इसको लेकर आम जनमानस जिला प्रशासन से फौरी तौर पर कार्यवाही की मांग की है।
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