केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह... |
दिल्ली में बुधवार तक कोविड-19 से 89,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 2,803 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के मामले बढ़ कर 24,056 हो गए हैं जबकि अब तक 718 लोगों की मौत हुई है। एनसीआर में पड़ने वाले राज्य के गौतम बुद्ध नगर जिले में अब तक 2,362 मामले सामने आये हैं और 22 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, गाजियाबाद में संक्रमण के अब तक 851 मामले सामने आये हैं और 56 लोगों की मौत हुई है। हरियाणा में कोविड-19 के कुल 14,941 मामले सामने आये हैं और इस महामारी से राज्य में 240 लोगों की मौत हुई है। गुड़गांव में 92 और फरीदाबाद में 80 लोगों की मौत हुई है। दोनों जिलों को मिला कर 9,300 से अधिक मामले सामने आये हैं। दिल्ली और एनसीआर के बीच लोगों की मुक्त आवाजाही पर लगी पाबंदियां लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में एक बड़ा मुद्दा बन गई थीं।
योगी ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच एनसीआर के जिलों में आवागमन को लेकर पूरी सतर्कता बरतने के बृहस्पतिवार को अधिकारियों को निर्देश दिये। एक बयान के मुताबिक योगी ने लखनऊ में एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि एनसीआर के जिलों में सावधानी बरत कर कोविड-19 को फैलने से रोका जा सकता है। उल्लेखनीय है कि 18 जून को एक बैठक में शाह ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये दिल्ली और एनसीआर के लिये एक साझा रणनीति बनाई जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा था कि गुड़गांव, नोएडा और गाजियाबाद जैसे उपनगरों को इस लड़ाई में राष्ट्रीय राजधानी से अलग नहीं किया जा सकता। गृह मंत्री पिछले महीने की शुरूआत में राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस की स्थिति से निपटने के लिये हरकत में आये थे। दरअसल, कोविड-19 से निपटने के तरीकों को लेकर दिल्ली सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा था। साथ ही, मरीजों के लिये अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध नहीं होने और प्रयोगशालाओं में जांच कराने में परेशानी होने की शिकायतें भी मिली थी।
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