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बुधवार, 20 फ़रवरी 2019

प्रतापगढ़ में भी हैं,योग्य चिकित्सक। सर्जन के रूप में डॉ घनश्याम अग्रवाल जी का लिया जा सकता है,नाम

प्रयागराज अयोध्या मार्ग पर प्रतापगढ़ के अजीतनगर में राम जानकी मंदिर के सामने स्थिति है,शांतनु नर्सिंग होम...!!! 
शांतनु नर्सिंग होम,प्रतापगढ़ 
रविवार 17जनवरी,2019 छुट्टी का दिन। रोज की तरह टहलते हुए अपने साथी चिकित्सक घनश्याम अग्रवाल के शांतनु नर्सिंग होम पहुँचा। गेट पर खड़ा व्यक्ति जो नंबर से मरीजों को नंबर से डॉ घनश्याम अग्रवाल जी के चैम्बर में एक-एक कर भेज रहा था। मैं भी गेट पर पहुँच कर डॉ साहेब को फोन किया तो उन्होंने फौरन अंदर आने के लिए अपने स्टाफ को आदेशित किया। चूँकि डॉ साहेब मेरे पुराने मित्रों में से एक हैं और फेमिली चिकित्सक भी हैं। दरअसल मुझे दो वर्ष पहले नाभि के पास यानि अम्लायकल हार्निया हुआ था जिसके उपचार हेतु डॉ घनश्याम अग्रवाल जी से मिलकर उसका सीजर कराकर उससे मुक्त होना चाहता था। विचार विमर्श के उपरांत डॉ घनश्याम अग्रवाल जी के सानिध्य में उनके शांतनु नर्सिंग होम में कुछ ही देर में भर्ती हो गया। सीजर के नाम पर थोड़ा डरा और सहमा हुआ था,परंतु आत्मविश्वास में कोई कमी न थी। शाम 7बजे ऑपरेशन थियेटर में मुझे ले जाया गया और डॉ साहेब अपनी टीम के साथ मेरे एम्लायकल हार्निया का सफल ऑपरेशन महज 45मिनट में कर डाले। मुझे ऑपरेशन का एहसास भी न हुआ। दो दिन बाद आज अभी कुछ ही देर में मुझे छुट्टी मिल जायेगी। इन तीन दिनों में मैं व्यक्तिगत रूप से अनुभव किया कि कभी-कभी जिन समस्याओं को बड़े-बड़े सुनहरे अक्षरों में मल्टी स्पेशलिटी सेंटर का बोर्ड लगाकर मरीजों की जेब काटने के लिए महानगरों में सुविधाओं के नाम पर बड़ी-बड़ी हॉस्पिटल थ्री स्टार और फाइव स्टार होटल की तरह खोलकर बैठे हुए हैं,उनसे हजार गुना बेहतर चिकित्सक मध्यम परिवार के लिए छोटे शहरों में उपलब्ध हैं। हाँ, उनके पास उतना तामझाम नहीं है,जिससे वो मरीजो की जेब पर डकैती डाल सकें। 
डॉ घनश्याम अग्रवाल (सर्जन)
वर्ष-1990 से चिकित्सकीय क्षेत्र में हॉस्पिटलों और नर्सिंग होमों में रहने और मरीजों के ईलाज की तीमारदारी का बेहतरीन अनुभव मुझे भी प्राप्त है। मुझे दो वर्ष पूर्व जब अम्लायकल हार्निया हुआ तो मनसिकत रुप से बहुत परेशान हुआ। चूँकि जब कोई मर्ज स्वयं को हो जाता है तो चकौती गुल हो जाती है। अपने कई चिकित्सक मित्रों से सलाह लिया जिनमें डॉ पी के श्रीवास्तव (कुमुद सोनोग्राफी सेंटर) कटरा रोड, प्रतापगढ़ प्रमुख रुप से रहे। कुमुद अल्ट्रासाउंड सेंटर के काबिल मैनेजर प्रकाश शर्मा जी ने मेरे हौसले में कमी नहीं आने दिये। साथ उत्साह बढ़ाते हुए मुझे आश्वस्त किये कि अम्लायकल हार्निया कोई डरने वाला रोग नहीं। इसका सफल ऑपरेशन हो जाता है। अल्ट्रासाउंड और X-Ray की निः शुल्क सेवा करने के बाद डॉ पी के श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया कि मैं जब भी और जहां भी ऑपरेशन करायेंगे तो वो वहां जरूर चलेंगे। माह नवम्बर,2018 से 17फरवरी,2019 तक दर्जनों सर्जन से मिलकर अपने ऑपरेशन के लिए डिस्कस किया। लखनऊ में मेडिकल कालेज,लोहिया संस्थान सहित SGPGI भी जाकर सलाह लिया। इलाहाबाद मेडिकल कालेज के टॉप क्लास के सर्जन प्रबल नियोगी जी से भी सम्पर्क किया,परन्तु मैं अपने अम्लायकल हार्निया के ऑपरेशन के विधान से संतुष्ट न हो सका। सभी सर्जन यही सलाह देते कि सीजर करते समय पेट में नाभि के अंदर मेस यानि मेडिकेटेड जॉली डालना पड़ेगा। यदि आवश्यक हुआ तो नाभि के आकार को भी समाप्त किया जा सकता है। कुछ दिनों तक तो मैं ओपेन सर्जरी और लेप्रो सर्जरी के असमंजस में उलझा रहा। बाद भी अपने शुभेच्छुओं की सलाह पर ओपेन सर्जरी की विधा पर अपने को तैयार किया। फिर जिले के सभी सर्जनों से सम्पर्क किया,पर साफगोई से कोई बात न किया। हाँ बात किया तो कई वर्षों से घरेलू चिकित्सक डॉ घनश्याम अग्रवाल जी ने। उन्होंने जैसा ऑपरेशन के पहले समझाया और बताया था,ठीक वैसा ही रविवार की शाम को अपने शांतनु नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर में महज 45 मिनट के भीतर मेरा सफल ऑपरेशन कर दिया और दूसरे दिन से मैं स्वस्थ हो गया। सुलभ, सरल, व्यवहार कुशल एवं मृदुभाषी सर्जन डॉ घनश्याम अग्रवाल जी की मैं जितनी तारीफ करूं वो कम होगी। तीन दिन के सफल ईलाज से मेरे मन में उनके प्रति और भाव बढ़ गया। उनका सम्मान मेरे हृदय में और गहरा स्थान ले लिया। मुझे इसके पहले एहसास नहीं था कि जनपद प्रतापगढ़ में डॉ घनश्याम अग्रवाल जैसे सफल सर्जन भी हैं। प्रतापगढ़ के मरीजों को मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि किसी भी तरह की हार्निया, किसी भी तरह की पथरी एवं अन्य सर्जिकल रोग के सफल ईलाज के लिए महानगरों में जाने से पहले एक बार शांतनु नर्सिंग होम के स्वामी एवं सर्जन डॉ घनश्याम अग्रवाल जी से जरूर सम्पर्क करें। प्रतापगढ़ जैसे जनपद में एक सर्जन के रूप में डॉ घनश्याम अग्रवाल जी जितनी ओपीडी में मरीज देखा करते हैं, शायद अन्य सर्जन को ये सौभाग्य प्राप्त हो ! मेरे जैसा जागरूक मरीज जो दिल्ली से दौलताबाद हर जगह से चिकित्सकीय सलाह व सुझाव लेकर प्रतापगढ़ में अपना सफल ऑपरेशन कराकर संतुष्ट हो तो समझ लीजिये कि जिस सर्जन ने मेरा ऑपरेशन किया वो कितना काबिल होगा ? पुनः दिल की गहराईयों से अपने साथी चिकित्सक घनश्याम अग्रवाल जी को दीर्घायु होने एवं सर्जिकल क्षेत्र में नाम,यश और कीर्ति बढ़ने की हृदय की  से शुभकामना देता हूँ...!!!

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