व्यक्ति के न रहने पर ही उसके व्यक्तित्व का एहसास होता है और उसकी कमी अखरती है-पंडित अशोक त्रिपाठी
अम्बेडकर चौराहे पर कांग्रेस कार्यालय के भवन का नाम प्रभाकर नाथ द्विवेदी भवन था,जिसका नाम बदलकर इंदिरा भवन कर दिया गया। जबकि पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी आजीवन कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी एवं संजय गाँधी के अति निकट थे...!!!
पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के लड़के शक्ति द्विवेदी जो कांग्रेस पार्टी की करते थे राजनीति,तवज्जो और पार्टी में उचित स्थान न मिलने पर थामा था,बसपा का हाथ...!!!
बसपा का हाथ थामते ही प्रभाकर भवन हो गया इंदिरा भवन...!!!
अम्बेडकर चौराहे पर कांग्रेस कार्यालय के भवन का नाम प्रभाकर नाथ द्विवेदी भवन था,जिसका नाम बदलकर इंदिरा भवन कर दिया गया। जबकि पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी आजीवन कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी एवं संजय गाँधी के अति निकट थे...!!!
पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के लड़के शक्ति द्विवेदी जो कांग्रेस पार्टी की करते थे राजनीति,तवज्जो और पार्टी में उचित स्थान न मिलने पर थामा था,बसपा का हाथ...!!!
बसपा का हाथ थामते ही प्रभाकर भवन हो गया इंदिरा भवन...!!!
प्रतापगढ़। इंसान की कीमत का एहसास उसके न रहने पर ही होता है। वैसे तो जनपद प्रतापगढ़ की राजनीति में राजनेताओं के रुप में कई नाम हैं। परन्तु पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय के बाद पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी के नाम की स्वीकार्यता रही। उन्हें ब्राह्मण समाज का पुरोधा कहना गलत न होगा। पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी आज भी याद किये जाते हैं। समाज में उनका अपना अलग स्थान रहा। वह राजनीति के प्रेरणास्रोत रहे। छात्र राजनीति से लेकर जनता के बीच उनकी भूमिका समाज सेवक की रही। उनकी कुबरी आज भी याद की जाती है। जब प्रशानिक अधिकारी उनकी बात न सुनते तो कुबरी की दिशा बदल जाती थी। अधिकारी भी पंडित जी की कुबरी से डरा करते थे।
ये बातें बुधवार को पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम के दौरान बसपा नेता एवं प्रतापगढ़ लोकसभा प्रभारी पंडित अशोक त्रिपाठी ने कही। कई अन्य वक्ताओं ने भी पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। श्री त्रिपाठी ने कहा कि पंडित प्रभाकर नाथ जी कभी प्रशासनिक अधिकारियों के आगे झुके नहीं। विकास के लिए कार्य किया। हर समाज एवं वर्ग के लोग आज भी उन्हें याद करते हैं। स्मरण करा दें कि स्वर्गीय प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी रही हो या विधानसभा का कार्यकाल। सब कुछ स्वर्णिम रहा। आज भी इतिहास के रूप में पंडित जी का यादें लोंगो के दिलों में आज भी तरोताजा है। पुण्यतिथि कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मौजूद सभी लोगों ने पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। श्री त्रिपाठी ने कहा कि आज निश्चित रूप से पंडित प्रभाकर नाथ जी के आदर्शों पर चलकर समाज को विकसित करने की जरूरत है।
ये बातें बुधवार को पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम के दौरान बसपा नेता एवं प्रतापगढ़ लोकसभा प्रभारी पंडित अशोक त्रिपाठी ने कही। कई अन्य वक्ताओं ने भी पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। श्री त्रिपाठी ने कहा कि पंडित प्रभाकर नाथ जी कभी प्रशासनिक अधिकारियों के आगे झुके नहीं। विकास के लिए कार्य किया। हर समाज एवं वर्ग के लोग आज भी उन्हें याद करते हैं। स्मरण करा दें कि स्वर्गीय प्रभाकर नाथ द्विवेदी जी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी रही हो या विधानसभा का कार्यकाल। सब कुछ स्वर्णिम रहा। आज भी इतिहास के रूप में पंडित जी का यादें लोंगो के दिलों में आज भी तरोताजा है। पुण्यतिथि कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मौजूद सभी लोगों ने पंडित प्रभाकर नाथ द्विवेदी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। श्री त्रिपाठी ने कहा कि आज निश्चित रूप से पंडित प्रभाकर नाथ जी के आदर्शों पर चलकर समाज को विकसित करने की जरूरत है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें