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बुधवार, 20 फ़रवरी 2019

राहुल गांधी ने UP फतेह के लिए 6सचिवों की नियुक्ति के आदेश जारी किए...!!!

टीम प्रियंका-सिंधिया तैयार...!!! 
नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने यूपी में 6 सचिवों को तैनात किया, जिसमें 3 सचिव प्रियंका को तो 3 सचिव सिंधिया को मिले हैं। प्रियंका के साथ जुबैर खान, कुमार आशीष एवं बाजीराव खड़े भी प्रियंका को रिपोर्ट करेंगे। राना गोस्वामी, धीरज गुर्जर एवं रोहित चौधरी सचिव बने। राना, धीरज और रोहित सिंधिया को रिपोर्ट करेंगे। सभी 6 नए सचिव लखनऊ मुख्यालय पर बैठेंगे। राहुल गाँधी के खास रहे जितिन प्रसाद और आर पी एन सिंह को भी UP में विशेष पॉवर नहीं मिल सकी।
मजे की बात ये रही कि कांग्रेस के कथित दिग्गज नेताओं में शुमार कांग्रेस की नैय्या डुबाने वाले एकलौते कांग्रेसी नेता महामंडेलश्वर को भी उ प्र में कोई स्थान नहीं मिल सका। मोदी को पानी पी पीकर कोसने के बाद भी UP में कथित कांग्रेस दिग्गज नेता को स्थान न मिलने से चर्चाओं का बाजार गर्म है। दबी जुबान से लोग कहने लगे हैं कि कथित दिग्गज नेता के दिन अब बहुरने वाले नहीं हैं। राजनीतिक सितारे अब दिनोदिन गर्दिश में ही जायेंगे। बेचारे सोच रहे थे कि मोदी को कोसने से हो सकता हो कि उनकी किस्मत एक बार खुल जाये ! परन्तु दुर्भाग्य पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी की नजरों में दिग्गज नेता अपना स्थान नहीं बना पाए।
वैसे तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों द्वारा गूढ़ प्रश्न करने पर तिलमिला जाने वाले कांग्रेसी दिग्गज उस पत्रकार को उसके सवाल का जवाब न देकर उसे हतोत्साहित करते थे। उसे डाज देते हुए कहते थे कि तुम्हारी उम्र कितनी होगी। बताने पर उसे सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करते हुए यहाँ तक बोलते सुने गए हैं कि जितनी तुम्हारी उम्र होगी उतने दिन मेरी सदन यानि हाउस में उपस्थिति होगी। बात यहीं खत्म नहीं हो जाती थी। प्रश्न करने वाले पत्रकार का जब तक बोरिया बिस्तर नहीं बंधवा देते थे तब तक नेताजी शांत नहीं बैठते। नेताजी उसके बैनर के सम्पादक तक शिकायत भी करते और कराते थे। ताकि उसके स्थान पर आने वाला दूसरा पत्रकार नेताजी के एक इशारे पर कदम ताल करते हुए उनके प्रेस में उपस्थित हो और वो जो ब्रीफ कर दें वहीं बात प्रकाशित हो ! क्रास प्रश्न करने की उसमें ताकत न हो !
समाचार जगत का एक बड़ा बैनर जिस पर कांग्रेसी होने का ठप्पा लगता रहा,उसके कई पत्रकारों को कथित दिग्गज कांग्रेसी नेता शिकायत कराकर उसकी छुट्टी करा चुके हैं। अब उस कांग्रेसी दिग्गज नेता से सवाल है कि पत्रकारों के महज एक सवाल से तिलमिला जाने वाले आज अपने बच्चे की उम्र वाले युवराज के अधीन कैसे काम कर रहे हैं ? वो भी सम्मानजनक तरीके से नहीं ! अब वही सवाल उन पर लागू होता है कि जितनी उनकी सदन में उपस्थिति रही उतनी उम्र का कांग्रेसी युवराज उन्हें कांग्रेस में तवज्जो नहीं दे रहा। खुद का ईजाद किया गया फार्मूला खुद पर लागू है और अब उनकी बोलती बन्द हो चुकी है। उस युवराज से उस कांग्रेसी दिग्गज नेता की हिम्मत नहीं पड़ रही है कि उससे कह दे कि जितनी तुम्हारी उम्र है उतनी मेरी राजनीतिक उम्र है। लिहाजा तुम्हारे नेतृत्व में हम काम नहीं करेंगे...!!! 

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