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बुधवार, 20 फ़रवरी 2019

भारत प्रतिदिन अमेरिका से ख़रीदेगा 60 लाख बैरल तेल

मोदी सरकार ने सोमवार को  दिया अरब देशों को बड़ा झटका,मंगलवार से 2 दिवसीय दौरे पर है सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान...!!! 
अमेरिका से अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक  खरीदेगा करोड़ों का तेल...!!! 
इस कूटनीतिक कदम से मोदी सरकार ने दुनियां को दिया सख़्त सन्देश...!!! 
चाहे जो भी देश हो न ले भारत को हल्के में...!!! 
पहले प्रिंस दौरा खत्म कर पाकिस्तान से सीधे भारत आना चाहते थे,लेकिन केंद्र सरकार के एतराज के बाद वापस सऊदी जा फिर रियाद से उड़े हिदुस्तान के लिए...!!! 
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पाकिस्तान को अरबों डॉलर की सौगात देने के बाद मंगलवार से दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। लेकिन उससे एक दिन पहले ही भारत ने अरब देशों को तगड़ा झटका दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रूड ऑयल के लिए अरब देशों से निर्भरता कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल ने रोजाना 60 हजार बैरल या कुल 30 लाख टन तेल खरीदने के लिए अमेरिका के साथ बड़ा समझौता किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी रिफाइनर आईओसी (IOC) भारत की पहली सरकारी ऑयल कंपनी है, जिसने अमेरिका के साथ सालाना अनुबन्ध किया है। इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सम्बन्ध को भी मजबूती मिलेगी। पहले कंपनी स्पॉट मार्केट से अमेरिका ऑयल खरीदती रही है और इससे नवंबर और जनवरी के बीच 60 लाख बैरल तेल खरीदने केलिए एक मिनी-टर्म डील की थी।
अप्रैल से शुरू होगी सप्लाई...!!! 
आईओसी संजीव सिंह ने कहा कि सालाना कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल, 2019 से शुरू होगा और मार्च, 2020 में खत्म होगा। हालांकि गोपनीयता का हवाला देते हुए उन्होंने सेलर कंपनी या प्राइसिंग का ब्योरा देने से इनकार कर दिया। एक इंडस्ट्री सोर्स ने कहा कि इंडियन ऑयल कम्पनी ने नॉर्वे की ऑयल कंपनी इक्विनोर के साथ डील की है, जो अमेरिकी क्रूड ग्रेड की कई वैरायटी की सप्लाई करेगी। इक्विनोर ने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
अरब देशों पर निर्भरता होगी कम...!!! 
इंडियन ऑयल अपनी तेल जरूरतों का अधिकांश तेल लॉन्ग टर्म डील्स के माध्यम से खरीदती है, जो ज्यादातर ओपेक देशों के साथ होती है। ओपेक के सदस्यों में अधिकांश अरब देश शामिल हैं।शॉर्ट टर्म डील से भारत को ओपेक देशों पर तेल की निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी,साथ ही अरब देशों को अपने इस फैसले से मोदी सरकार ने प्रत्यक्ष तौर पर आर्थिक चोट देकर एक गहरा कूटनीतिक सन्देश दिया है कि पूर्ववर्ती सरकारों के मुक़ाबिल वर्तमान भारत सरकार राष्ट्रहित में कोई भी कड़ा कदम किसी भी देश के विरुद्ध उठाने में झिझकेगी नही। जबकि उधर पाक दौरे से ही सीधे मंगलवार को भारत आना चाहते थे सऊदी अरब क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान किन्तु पाकिस्तान पर क्रोधित भारत सरकार के सन्देश के बाद प्रिंस पाकिस्तान से पहले सऊदी अरब जाकर जाकर फिर रियाद से उड़  हिंदुस्तान के लिए दो दिवसीय दौरे पर आए है।

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