विधायक के ऑफ द रिकार्ड प्रतिनिधि और भाजपा जिला मीडिया प्रभारी हुए हैं,कोरोना संक्रमित...
अपना दल एस के विधायक राजकुमार पाल को होम क्वारंटीन होने को कौन कहे वो अपने गनर के साथ बुलेट की सवारी की और उसी दिन मॉल में विचरण करते दिखे...
बिना मास्क लगाये गनर के साथ मॉल में घूमते दिखे विधायक राजकुमार पाल... |
लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत एक जनप्रतिनिधि की जनता के प्रति जो जिम्मेदारी की ब्यवस्था देश में दी गई है, उस लिहाज से देश में 10 फीसदी भी जनप्रतिनिधि नहीं हैं जो उस कसौटी पर खरे उतर सके। जनता के प्रति जाने दीजिये वो समाज के प्रति भी संवेदनशील नहीं होते। ऐसा ही एक प्रकरण प्रतापगढ़ में देखने को मिला जब जनप्रतिनिधि और उसका प्रतिनिधि गैर जिम्मेदार निकल जाए...
सदर विधायक राजकुमार पाल का वीडियो हुआ वायरल...
वर्तमान परिस्थिति में कोरोना की लड़ाई को कमजोर करते हुए प्रतापगढ़ में जनता के चुने प्रतिनिधि सदर विधायक राजकुमार पाल बिना मास्क और बिना जरुरी सावधानी के शहर के एक शॉपिंग मॉल में विचरण करते देखे गए। साथ में उनका गनर भी उसी वेशभूषा में विधायक जी के पीछे-पीछे घूमता दिखा। यही कारण है कि देश में अभी तक 9 लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। देश में जब इक्का दुक्का कोरोना के संक्रमित मरीज थे, तभी देश भर में जो जहाँ था वहीं उसे रोक दिया गया और अगली रणनीति बनाये ही एकाएक 25 मार्च से लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कड़ा फैसला लिया था। परन्तु आज उस फैसले की ईमानदारी से समीक्षा की जाये तो सब गुड़ गोबर के समान हो जाने की स्थिति हो चुकी है। गनर के साथ मॉल में खरीददारी करने पहुँचे सदर विधायक राजकुमार पाल... |
देश की आम जनता का धन भी गया और धर्म भी गया। वो कहीं का न रहा। देश की आर्थिक दशा बद से बद्तर हो गई है। कोरोना संक्रमण भी हम न रोक पाए और आर्थिक तंगी के शिकार अलग हो गए। ऐसे गंभीर हालात में जनता के चुने हुए विधायक जो जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और वही जनप्रतिनिधि ऐसा गैर जिम्मेदाराना हरकत करेगा तो इससे एक ही संदेश जाता है कि कोरोना महामारी को लेकर विधायक जी बिलकुल संवेदनहीन है और अपने क्षेत्र की जनता के प्रति गैर जिम्मेदार और लापरवाह बने हुए हैं।
विधायक जी उस जनता के प्रति उदासीन हैं, जिनके वोट से ही ये महाशय विधायक बने। यानि आज आम से खास बने हुए हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि ऐसे गैरजिम्मेदार जनप्रतिनिधि के खिलाफ जिला प्रशासन क्या आपदा प्रबन्धन महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही करेगा अथवा नहीं ? देश में सारे नियम कानून क्या सिर्फ आम आदमी के लिए ही हैं। सत्ताधारी और रसूखदार के लिए कोई नियम-कानून नहीं, जो उन पर भी ईमानदारी से लागू हो सके। आज देश की हालत ऐसे ही माननीयों ने खराब करके रख दिया है जिसे अपने कर्तब्यों और दायित्वों का ज्ञान न हो उसे हम जनप्रतिनिधि कहना पाप समझते हैं।
शानदार अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंDhanyawad
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