लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियों के साथ-साथ एक दल के नेता और मंत्री एवं विधायक भी एक दूसरे को लगे हैं, साधने...!!!
सदर विधायक संगम लाल गुप्ता और कैबिनेट मंत्री मोती सिंह में रहती थी,राजनीतिक प्रतिद्वंदिता...!!!
मंगरौरा ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव एवं पट्टी तहसील से कोंहडौर सर्किल सदर तहसील में शामिल करने को लेकर शुरू हुआ विवाद था, विवाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक पहुँचा थी,शिकायत। CM के हस्तक्षेप से मामला हुआ था,ठंडा...!!!
पार्टी विधायक धीरज ओझा,अपना दल व भाजपा गठबंधन से प्रतापगढ़ सांसद कुंवर हरिवंश सिंह एवं अपना दल एस एवं भाजपा के गठबंधन से सदर विधायक संगम लाल गुप्ता व विश्वनाथगंज विधायक डॉ आर के वर्मा संयुक्त रुप से मंत्री मोती सिंह के विरुद्ध खोले थे,मोर्चा...!!!
शब्दों की मर्यादा हुई थी, तार-तार...!!!
सदर विधायक संगम लाल गुप्ता और कैबिनेट मंत्री मोती सिंह में रहती थी,राजनीतिक प्रतिद्वंदिता...!!!
मंगरौरा ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव एवं पट्टी तहसील से कोंहडौर सर्किल सदर तहसील में शामिल करने को लेकर शुरू हुआ विवाद था, विवाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक पहुँचा थी,शिकायत। CM के हस्तक्षेप से मामला हुआ था,ठंडा...!!!
पार्टी विधायक धीरज ओझा,अपना दल व भाजपा गठबंधन से प्रतापगढ़ सांसद कुंवर हरिवंश सिंह एवं अपना दल एस एवं भाजपा के गठबंधन से सदर विधायक संगम लाल गुप्ता व विश्वनाथगंज विधायक डॉ आर के वर्मा संयुक्त रुप से मंत्री मोती सिंह के विरुद्ध खोले थे,मोर्चा...!!!
शब्दों की मर्यादा हुई थी, तार-तार...!!!
"दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे।
जब कभी हम दोस्त हो जायें तो शर्मिंदा न हों।।"
प्रतापग। राजनीति में कब किसे मामा कहना पड़ जाये ये कहा नहीं जा सकता ! साथ ही सार्वजनिक जीवन में अधिक दिनों तक दूसरे राजनीतिक व्यक्ति से दूरी भी नहीं बनाई जा सकती ! ऐसा इसलिए कि आवश्यकता अनुसार हर किसी को हर किसी से बात करना पड़ सकता है ! उसके घर जाना पड़ सकता है ! बोलचाल बन्द रहते हुए भी उससे बोलना पड़ता है, वो चाहे दिखावे के लिए ही सही ! ऐसी स्थितियां अक्सर दिख जाया करती हैं। ये जानते हुए कि सामने वाला व्यक्ति उसके लिए किसी जहरीले जन्तु से कम नहीं ! मौका पाते ही वह उसे डस लेगा। फिर भी सार्वजनिक जीवन में उसे दूध पिलाना पड़ता है। जब बात अपने स्वार्थ की हो तो क्या कहने ? जब राजनीति में बसपा सुप्रीमों मायावती को सपा सुप्रीमों अखिलेश बुआ बना सकते हैं और माया बुआ बनकर अपनी इज्जत लुटवाने वाले षडयंत्रकारी के पुत्र को गले लगाकर बबुआ बना सकती हैं। भाजपा पीडीपी से की मुखिया महबूबा से सत्ता की लालच में मोहब्बत कर सकती है। भुजंग तक की उपाधि देने के बाद लालू को नितीश हजम कर सकते हैं। मोदी को पानी पी पीकर कोसने वाले नीतीश सत्ता के लिये भाजपा से समझौता कर सकते हैं। ईमानदार का एकलौता कथित ठेकेदार अरविंद केजरीवाल सभी बेईमानों से गठजोड़ कर सकता है जिस पर वह राजनीति में आने से पहले आरोप लगाया करता है। कर्नाटक में कांग्रेस अधिक सीट पाने के बाद सत्तासुख के लिए कुमार स्वामी को समर्थन दे सकता है। 27साल यू पी बेहाल कहकर राहुल गाँधी उन्हीं बेहालकर्ताओं की गोंद में बैठ सकता है। प्रमोद कुमार और रघुराज प्रताप सिंह राजा भईया एक हो सकते हैं तो मंत्री मोती सिंह और गठबंधन के विधायक और सांसद एक क्यों नहीं हो सकते ? ऐसी दलील समर्थकों द्वारा दी जाती है। पर उन समर्थकों और कार्यकर्ताओं को भी अपने नेता के लिए कुछ करने से पहले ये बशीर बद्र की ये शायरी "सूक्ति" जरूर याद रखनी चाहिये...!!!
लोकसभा चुनाव में एक एक दल से कई उम्मीदवार अपने टिकट के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू किये हैं। सूबे के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने जब सदर विधायक संगम लाल गुप्ता के स्कूल में फीता काटने पहुँचे तो दबी जुबान से कई लोग आपस में खुसुर फुसुर करने लगे,परन्तु खुलकर किसी की कहने की हिम्मत न हुई। परंतु भोलेभाले सीधे-सादे नए राजनीतिक लोग मंत्री मोती सिंह की ये माया समझ नहीं सके। मंत्री जी सारे गीले शिकवे भुलाकर आज प्रतापगढ़ सदर बिधायक संगम लाल गुप्ता के कटरा स्थित संगम इटरनेशल स्कूल में विज्ञान एव शिल्प प्रदर्शनी का फीता काटकर उदघाटन किया। उदघाटन के पश्चात मंत्री जी ने माँ सरस्वती के चित्रपर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण करने के पश्चात छात्र एवं छात्राओं के द्वारा निर्मित प्रदर्शनी में रखे हुऐ सामानों का अवलोकन किया। मंत्री जी के इस आयोजन में शामिल होने पर राजनीतिक जानकारों का अलग-अलग मत है। परंतु अधिकतर लोंगो का मत है कि लोकसभा चुनाव में मंत्री जी अपने टिकट के लिये ये दाँव चले हैं। क्योंकि प्रतापगढ़ की संसदीय सीट अपना दल के गठबंधन में है। ऐसे में यदि भाजपा के खाते में ये सीट वापस न आई तो गठबंधन में विधायक संगम लाल गुप्ता अधिक मजबूत दिख रहे हैं और वो टिकट के प्रबल उम्मीदवारों में से एक हैं। अब दोंनो उम्मीदवार एक दूसरे को साधने में जुटे हुए हैं। कौन किसे साधता है, ये आने वाला वक्त तय करेगा। हलांकि मंत्री जी पूरे मनोयोग से कार्यक्रम में शिरकत की थी। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के छात्र एवं छात्राओं से बिधिवत वार्ताकर उन्हें प्रोत्साहित भी किया। इस मौकपर मंत्री जी के मीडिया प्रभारी विनोद पाण्डेय, पीआरओ पंकज सिंह, जिला संयोजक भाजपा नवीन सिंह, विक्रांत मोनू सिहं, अभिषेक, अशोक सिंह, राज कुमार समेत कालेज के प्रधानाचार्य एवं समस्त शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
"दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे।
जब कभी हम दोस्त हो जायें तो शर्मिंदा न हों।।"
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मंत्री मोती सिंह जी एवं सदर विधायक संगम लाल गुप्ता जी... |
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