एक छोटी सी भूल से ख़त्म हो जाएंगी नस्लें पाकिस्तान की-मुशर्रफ़
अभी कुछ दिनों पहले तक पीएम,कई केंद्रीय मंत्रियों,आतंकी सरगनाओं समेत पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ़ भी भारत को धमका रहे थे कि चूड़ियां नही पहन रखे है गिरा देगें,परमाणु बम...!!!
ताकतवर देशों के द्वारा किसी भी तरह की कार्यवाही में भारत का साथ देने के बाद से पाक में सर चढ़ कर बोल रहा है, मोदी का ख़ौफ़...!!!
पुलवामा हमले के बाद भारत के भीतर धधक रही प्रतिशोध की ज्वाला से व विश्वस्तर पर मोदी सरकार द्वारा की गई जबरदस्त आर्थिक नाकेबन्दी पाकिस्तान के खिलाफ करवाने के बाद तमाम शक्तिशाली देशों के द्वारा की पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी कार्यवाही में भारत का साथ देने के एलान से अब पाक के सर चढ़ कर मोदी का ख़ौफ़ बोलने लगा है। भीतर और बाहर आतंकियों के आका बेहद खौफनाक हालात में फ़स चुके हैं। हालात अब यहां तक आ गये हैं कि पाकिस्तान ने भारत के अभिन्न मित्र देश नेपाल से बात-चीत शुरु करवाने की मिन्नतें तक कर डाली है। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करवा कर पाकिस्तान ने ऐसी मुसीबत मोल ले ली है,जिसका खामियाजा उसे भुगतना ही पड़ेगा। जिसका डर नवाजशरीफ का तख्ता पलट कर सत्ता हथियाने वाले और करगिल युद्ध के अपराधी परवेज मुशर्रफ को भी सता रहा है। अबुधाबी में मीडिया से मुखातिब परवेज मुशर्रफ ने इमरान खांन और पाकिस्तान के आर्मी चीफ को नसीहत देते हुए कहा है कि पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला करने के बारे में सोचना बंद कर दे। अगर पाकिस्तान ने एक परमाणु बम दागा तो भारत 20 बम एक साथ दाग देगा। भारत पाकिस्तान का नामो-निशान मिटा देगा। परवेज मुशर्रफ ने कहा कि सिर्फ एक छोटी सी भूल से पाकिस्तानियों की नस्लें खत्म हो जायेंगी। ध्यान रहे, कुछ दिन पहले तक परवेज मुशर्रफ भी कहते रहे हैं कि पाकिस्तानियों ने चूड़ियां नहीं पहनीं हैं। अब सन 71 का पाकिस्तान नहीं है।
अभी दो दिन पहले पाकिस्तानी रेल मंत्री शेख रशीद ने भी भारत को धमकी दी थी कि हमने (पाकिस्तान ने) बम आतिशबाजी के लिए नहीं रख छोड़े हैं। उनका इशारा सीधे परमाणु बम से हमला करने का था। उन्होंने आगे यह भी कहा था कि पाकिस्तान एटमिक पॉवर है। भारत को सोचना चाहिए। शेख रशीद के अलावा पाकिस्तान के कई मंत्री-नेता और मीडिया भी एटम बम का हौव्वा दिखा कर ब्लैक मेल करने की कोशिश करते रहे हैं। परवेज मुशर्रफ के हालिया बयान के बाद अब सबकी बोलती बंद हो गयी है। मुशर्रफ आजकल दुबई में रह रहे हैं। उनकी मंशा पाकिस्तान लौटने की है। ऐसा कहा जा रहा है कि वो बैक डोर डिप्लोमैसी के जरिए इमरान सरकार से अपनी वापसी के बारे में मोल-भाव भी करने में लगे हुए हैं।
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