विक्रम जोशी हत्याकांड: भांजे ने बताया - कमालुद्दीन के बेटे ने साथियों संग मिलकर की हत्या, बहन से छेड़छाड़ का मामा ने किया था विरोध...
यूपी में न महिलाएं सुरक्षित न पत्रकार और न ही पुलिसकर्मी ! फिर कैसा कानून का राज...???
यूपी में न महिलाएं सुरक्षित न पत्रकार और न ही पुलिसकर्मी ! फिर कैसा कानून का राज...???
विपक्षी दलों के साथ ही देश भर के पत्रकार संगठनो ने उत्तर प्रदेश की कानून ब्यवस्था पर उठाये सवाल...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के झूठे वादे... |
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के मामले में शोक संतप्त परिवार के साथ संवेदना जताते हुए अपराधियों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतक पत्रकार की पत्नी को सरकारी नौकरी, 10 लाख रुपए की मदद व बच्चों की निशुल्क पढ़ाई के निर्देश भी दिए हैं। बता दें कि विक्रम जोशी परिवार में एकलौते कमाने वाले थे। उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। परिवार की तरफ से आर्थिक सहायता, पत्नी को नौकरी और बच्चों की पढ़ाई की मांग की गई थी।
गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी (Ghaziabad Journalist Vikram Joshi) की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई है। आज तड़के 4 बजे डॉक्टरों ने इस बात की जानकारी दी। पत्रकार की मौत पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं इसी बीच विक्रम के भांजे का बयान सामने आ रहा है। भांजे ने कहा कि कमालुद्दीन के बेटे सहित कुछ लड़के मेरी बहन को बहुत कमेंट करते थे। जिस दिन घटना घटी उस दिन मेरी बहन का जन्मदिन था। मेरे मामा उसे लेकर घर जा रहे थे। तभी कमालुद्दीन के बेटे ने मेरे मामा के सिर पर रॉड मारी और फिर गोली मारी। हम इंसाफ चाहते है।
यूपी के गाजियाबाद जिले में पत्रकार विक्रम जोशी की भांजी के साथ छेड़छाड़ कर रहे अराजकतत्वों का विरोध करना पत्रकार पर भारी पड़ गया और उसे अपनी जान देकर उसकी कीमत चुकानी पड़ी। दबंगों का मनोबल इतना बढ़ा था कि वो पत्रकार संग मारपीट करते हुए उनके बच्चों के सामने गोली मारकर पत्रकार को हर समय के लिए सुला दिया। गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी (Ghaziabad Journalist Vikram Joshi) की इलाज के दौरान मौत हो गई है। उनके भाई अनिकेत के अनुसार डॉक्टर ने उन्हें सुबह चार बजे इसकी जानकारी दी। विक्रम ने बदमाशों के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद बदमाशों ने गोली उनके सिर में मारी थी। इस मामले में पुलिस ने अबतक 9 आरोपियों को अरेस्ट किया है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध से चिंतित CM योगी आदित्यनाथ... |
"यूपी योगी आदित्य नाथ के नियमानुसार प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने को लेकर अपराधी प्रदेश छोड़ें या उन पर कानून का एक्शन लागू होगा। अब सवाल उठने लगे कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा व बचाव को लेकर अराजकतत्वों का विरोध करना ही पत्रकार को भारी पड़ गया। दबंगों ने पत्रकार की जान ले ली। तो क्या ऐसे हत्यारे अपराधियों एनकाउन्टर के बदले एनकाउन्टर की नीति के तहत आखिर कब मिलेगी पत्रकार के हत्यारे व युवती (पत्रकार की भांजी) से छेड़छाड़ करने वाले हत्यारे को एनकाउंटर की सजा...???"
उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध के बीच विपक्ष के सवालों का नहीं है UP पुलिस के पास जवाब... |
बेटियों के सामने मारी थी गोली...
सोमवार रात जब पत्रकार विक्रम जोशी पर हमला हुआ, तब उनकी दो बेटियां भी बाइक पर उनके साथ थीं।घटना के सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ कि 5-6 बदमाशों ने पहले विक्रम जोशी के साथ मारपीट की और फिर उन्हें सर में गोली मारकर फरार हो गए। घटना में परिजनों ने 3 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने कल तक मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। संबंधित चौकी इंचार्ज को भी लापरवाही बरतने पर सस्पेंड किया गया था।
भांजी से छेड़छाड़ के खिलाफ दी थी तहरीर...
दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार के मुताबिक 3 दिन पहले आरोपी युवकों ने उनकी भांजी पर अश्लील फब्तियां कसी थी, जिसको लेकर मारपीट भी हुई थी। भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना को लेकर उन्होंने विजयनगर थाने में तहरीर दी थी। इसके बाद से ही आरोपी बदमाश उन्हें धमकियां दे रहे थे। पुलिस ने संबंधित तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन बदमाशों ने विक्रम को सरेराह गोली मार दी।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने परिवार से मुलाकात की और उन्हें मांगे पूरी होने की बात कही। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी की पूरी संवेदना है। अपराधियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। परिवार के लोगों से बातचीत हुई है। 10 लाख रुपये तत्काल देने की घोषणा की गई है। उनकी पत्नी को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी की व्यवस्था की जायेगी। उनके बच्चों को अच्छे स्कूल में मुफ्त शिक्षा दिलवाई जायेगी और परिवार को सुरक्षा दी जायेगी।
मृतक पत्रकार की बहन ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई और भाभी को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई है।फिलहाल दस लाख रुपये दे रहे हैं। उनके तीन बच्चे हैं, भाई है, मां हैं। सब साथ रहते हैं, तीनों बच्चों की की पढ़ाई है। बच्चों की उम्र आठ साल, पांच साल और दो साल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने पूरे मामले में डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। साथ ही आईजी (मेरठ रेंज) प्रवीण कुमार को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया है। उधर, डीजीपी ने गाजियाबाद पुलिस को फटकार भी लगाई है।
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