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रविवार, 2 अगस्त 2020

कोविड-19के संक्रमण से उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण की हुई मौत,PGI लखनऊ में ली अंतिम सांस

प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का बीते कई दिनों से इलाज चल रहा था वो कोरोना पॉजिटिव थीं। आज सुबह उनका दुखद निधन हुआ है। मैं श्रीमती कमल रानी वरुण के दुखद निधन पर उनके प्रति कोटि-कोटि श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ​आदित्यनाथ

कोरोना से कमल रानी वरुण प्राविधिक शिक्षा मंत्री का हुआ निधन...
कमल रानी वरुण योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं। उन्हें कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद 18 जुलाई को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। 18 जुलाई से उनका लगातार इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई और रविवार सुबह उनका निधन हो गया। उत्तर प्रदेश में किसी मंत्री की कोरोना से यह पहली मौत है। कमल रानी वरुण योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं। मंत्री कमल रानी वरुण की तबीयत खराब होने के बाद उनका सैंपल जांच के लिए सिविल अस्पताल में भेजा गया था। 18 जुलाई को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट आने के बाद उन्हें एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था।

कमल रानी वरुण का जन्म लखनऊ में 3 मई, 1958 को हुआ था। उनकी शादी कानपुर के रहने वाले किशन लाल वरुण से हुई। किशन लाल एलआईसी में प्रशासनिक अधिकारी और आरएसएस के प्रतिबद्ध स्वयंसेवक थे। कमल रानी ने 1977 में पहली बार मतदाता पर्ची काटने का काम शुरू करते हुए राजनीति में प्रवेश किया था। मंत्री कमल रानी वरुण मलिन बस्तियों में काम किया था उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मलिन बस्तियों से की। वह सेवा भारती के सेवा केंद्र में बच्चों को पढ़ाने लगीं और गरीब महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई और बुनाई की ट्रेनिंग देने लगी।

ऐसे हुई राजनीतिक करियर की शुरुआत...
कमल रानी वरुण कानपुर जिले के घाटमपुर लोकसभा क्षेत्र से 1996 व 1998 यानी 11वीं व 12वीं लोकसभा की सदस्य रही 62 वर्षीया कमल रानी वरुण ने राजनीति पार्षद के रूप में शुरू की थी। वह 1989 से 1995 तक पार्षद थी। लखनऊ में तीन मई 1958 को जन्म लेने वाली कमल रानी वरुण का विवाह 25 मई, 1975 को किशन लाल वरुण से हुआ था। वर्ष-1989 में वह कानपुर के द्वारिकापुरी वार्ड से बीजेपी के टिकट पर पार्षद बनी। वर्ष-1995 में वह दूसरी बार पार्षद का चुनाव जीती। 62 वर्षीय कमला रानी वरुण 12वीं लोकसभा में सांसद भी रह चुकी हैं। भाजपा ने वर्ष-1996 में उन्हें उस घाटमपुर (सुरक्षित) संसदीय सीट से चुनाव मैदान में उतारा। वह वर्ष-1998 में उसी सीट से दूसरी बार चुनाव जीती। हालांकि वर्ष-1999 के लोकसभा चुनाव में उन्हें सिर्फ 585 मतों से बीएसपी के प्यारेलाल संखवार से चुनाव हार गई थी। सांसद रहते हुए कमलरानी ने लेबर ऐंड वेलफेयर, उद्योग, महिला सशक्तिकरण, राजभाषा और पर्यटन मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समितियों में भी काम किया। अभी वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर थी उनकी आकस्मिक मौत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज अयोध्या का दौरा रद्द हो गया है। मुख्यमंत्री भूमि पूजन कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने जा रहे थे।   

यूपी में कोरोना केस 36,000 के पार हुए...
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Coronavirus Latest News in Uttar Pradesh) के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रदेश में शनिवार शाम तक 24 घंटे में कोरोना के 3 हजार 840 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, इन 24 घंटों में 47 लोगों की मौत हुई। अब प्रदेश में ऐक्टिव मामलों की संख्या 36 हजार 37 पहुंच गई है। वहीं, अबतक कुल 1 हजार 677 लोगों की इस महामारी की वजह से मौत हुई है।


प्रदेश सरकार के आधा दर्जन मंत्री अब तक कोरोना संक्रमित...
कोरोना वायरस से संक्रमित प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण की रविवार को पीजीआई में मौत हो गई। अभी तक प्रदेश सरकार के आधा दर्जन मंत्री कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जिन मंत्रियों को कोरोना हुआ है उनमें स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, ग्राम विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह , होमगार्ड्स मंत्री चेतन चौहान, आयुष राज्यमंत्री( स्वतंत्र प्रभार) धरम सिंह सैनी, खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री( स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी और श्रम निर्माण एवं परामर्शदात्री समिति के अध्यक्ष ठाकुर रघुराज सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।

कानपुर में होगा अंतिम संस्कार...
मंत्री कमला रानी वरूण का पार्थिव शरीर लखनऊ से सीधे कानपुर जाएगा। वहां पर कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा। मंत्री कमला रानी को पहले से ही डायबिटीज, हाइपरटेंशन व थायराइड से जुड़ी समस्या थी। उनका ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था। हालांकि शुरुआत के 10 दिनों में उनकी तबीयत स्थिर रही, लेकिन पिछले 3 दिनों से अचानक स्थिति खराब होने लगी। शनिवार की शाम करीब 6:00 बजे तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उन्हें बड़े वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। रविवार को सुबह 9:00 बजे उनका निधन हो गया। बीते 18 जुलाई को शाम 5:24 बजे उन्हें एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। तब से वह लगातार ऑक्सीजन और छोटे वेंटीलेटर के सपोर्ट पर थी। बीते दिनों प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें संजय गांधी पीजी मेडिकल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेस में आइसोलेट किया गया था। मंत्री जी की बेटी भी कोरोना पॉजिटिव थी। वह ठीक हो गयी।

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