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शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वपूर्ण योजना IGRS में मनमानी फेंक रिपोर्ट लगाकर प्रतापगढ़ के अधिशासी अधिकारी करते हैं, निस्तारण

अपर मुख्य सचिव, नगर विकास, उत्तर प्रदेश, लखनऊ को संदर्भित शिकायत में नगर पालिका परिषद् बेला- प्रतापगढ़ के ईओ द्वारा झूठी आख्या संलग्न करके कर दिया गया निस्तारित...

गोयल फर्नीचर के अतिक्रमण को न हटाकर GIC के पास अतिक्रमण हटाया गया...

प्रतापगढ़ l नगरपालिका क्षेत्र में ऐसा कोई स्थल नहीं जहाँ अतिक्रमण न किया गया हो ! शहर में तीन प्करमुख सड़के हैं। सदर मोड़ से राजापाल चौराहा, जेल रोड से चौक घंटाघर होते हुए कचेहरी और भंगवा चुंगी से पुलिस लाइन गेट की सड़क ही प्रमुख सड़कों में आती हैं। अब इन सड़कों पर अतिक्रमण हो जाए तो शहर में यातायात ब्यवस्था तो फेल होना ही है शिकायत की जाए तो जिम्मेदार नगरपालिका प्रशासन ही अतिक्रमण कर्ताओं के पक्ष में खड़ी नजर आती है। 

मुख्यमंत्री की IGRS जैसी महत्वपूर्ण योजना को जिस अंदाज में नगरपालिका प्रशासन द्वारा बिना स्थल निरीक्षण किये काली सड़क तक होर्डिंग्स और गेट बनाकर गोयल फर्नीचर द्वारा कचेहरी मार्ग को अवरुद्ध किया गया है, उसे हटवाने के बजाय गोयल फर्नीचर के लगभग 300 मीटर आगे राजकीय इंटर कालेज के पास होर्डिंग्स हटाने की फोटो अपलोड करके शिकायत को निस्तारित कर दिया गया। यह तो एक तरह से अतिक्रमणकर्ता को समर्थन और उत्साहवर्धन देने जैसा है। झूठी रिपोर्ट लगाकर प्रकरण को निस्तारण करना एक तरह से शासन की मंशा का अपमान है। शासन के विरुद्ध किया गया कार्य है। 

सवाल उठता है कि क्या ईओ नगरपालिका प्रतापगढ़ को नगर विकास विभाग इसलिए प्रतापगढ़ में तैनात किया है कि वह मुख्यमंत्री के आदेश को कूड़ेदान में डाल कर तमाशा देखे। झूठी रिपोर्ट लगाना भी शासन के आदेश की अवहेलना करना है। ईओ महोदय को इस प्रकरण में दण्डित किया जाए। पूर्व जिलाधिकारी प्रतापगढ़ प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव को IGRS प्रकरण में सही जवाब न देने की वजह से तत्काल हटाने का फरमान सुना दिया गया था। ऐसे में ईओ राम अचल कुरील की झूठी रिपोर्ट लगाने के मामले की जाँच कराकर उन्हें भी उनके पद से हटाया जाए। शासन के आदेश की जो अवहेलना करे, उसे तत्काल प्रभाव से उसके पद से हटा देना ही उचित होता है।  

ऐसा ही एक मामला कचेहरी रोड का प्रकाश में आया, जिसमें अतिक्रमणकर्ता सुनील कुमार गोयल है जिनका गोयल फर्नीचर नाम से शोरूम है यह शोरूम कचेहरी रोड पर गोयल फर्नीचर के नाम से संचालित है दुकान के स्वामी सुनील कुमार गोयल द्वारा काली सड़क तक पटरी पर गेट और होर्डिंग लगाकर अतिक्रमण कर लिया गया है दीपावली जैसे त्यौहार पर शहर में आने वाली भीड़ को आने जाने के लिए जगह ही नहीं बची है जबकि शहर में कचेहरी से चौक घंटाघर जाने का यही प्रमुख मार्ग है SBI और मेडिकल कालेज सहित जिला महिला अस्पताल भी इसी सड़क पर स्थित है। ऐसे में ईओ नगरपालिका को अतिक्रमण कर्ताओं पर दंड निर्धारित करना चाहिए, परन्तु ईओ साहेब तो अतिक्रमणकर्ता के बचाव में में काम करने लगे  
CM हेल्पलाइन पर हुई शिकायत के निस्तारण में EO ने लगाई फेंक रिपोर्ट...

शिकायतकर्ता ने फीडबैक में अपनी आपत्ति दर्ज कराकर माँग किया है कि गोयल फर्नीचर के अवैध अतिक्रमण को तत्काल प्रभाव से हटवाने एवं उन पर जुर्माना लगाना सुनिश्चित किया जाए। सुनील कुमार गोयल सत्ताधारी दल भाजपा में स्वघोषित जिला संयोजक ब्यापार प्रकोष्ठ बताता है, जबकि भाजपा जिला इकाई भंग कर नये जिलाध्यक्ष का मनोनयन आशीष कुमार श्रीवास्तव के रूप में किया गया है अभी जिलाध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा अपनी टीम का गठन अभी नहीं किया गया है, फिर भी स्वघोषित नेताजी अभी भी अपने पदनाम से जिले के अधिकारियों पर अपना रौब झाड़ता रहता है। अखिल भारतीय उद्योग ब्यापार मंडल प्रतापगढ़ के पूर्व जिला महामंत्री अनिल कुमार विश्वकर्मा ने शिकायत नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव से मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल IGRS पर की थी, परन्तु उसका निस्तारण देखने लायक है। 

भाजपा के इस कथित नेता को काली सड़क तक अपने शो रूम के प्रचार के लिए गेट बनाकर डिस्प्ले लगाने की अनुमति लगता है स्किवयं नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राम अचल कुरील ने दे रखी है। तभी तो आईजीआरएस फोरम पर शिकायत करने के बावजूद अधिशासी अधिकारी को कार्रवाई करने को कौन कहे, वह तो उसके बचाव में उतर आये। अतिक्रमण हटवाने को कौन कहे, शिकायत का निस्तारण, झूठी आख्या लगाकर कर दिया गया फिलहाल शिकायतकर्ता ने फीडबैड में आपत्ति दिखाकर शिकायत को पुनः स्थापित करवा दिया है फ़िलहाल ईओ महोदय के फेंक रिपोर्ट के आधार पर IGRS पर की गई शिकायत का निस्तारण चर्चा का विषय है। क्योंकि शासन की नीतियों का पालन कराने के लिए ही जिला मुख्यालय पर अधिकारियों की पोस्टिंग शासन द्वारा की जाती है, परन्तु ईओ नगरपालिका राम अचल कुरील तो शासन की मंशा को ही नेस्तनाबूद करने पर आमादा हैं।  

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