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मंगलवार, 20 जून 2023

नगर पंचायत पृथ्वीगंज की ईओ पदमजा मिश्रा ने अपने एकलौते लिपिक शिवाकांत कुशवाहा पर क्यों दर्ज कराया मुदकमा, जाने वजह

मृतक आश्रित पर नौकरी पाने वाले लिपिक शिवाकांत कुशवाहा का नगर पंचायत पृथ्वीगंज की ईओ पदमजा मिश्रा द्वारा शोषण किये जाने का लग रहा गंभीर आरोप...  
नगर पंचायत पृथ्वीगंज में ईओ और लिपिक में छिड़ चुकी है,जंग...

प्रतापगढ़। नगर पंचायत पृथ्वीगंज की EO पदमजा मिश्रा और लिपिक शिवाकांत कुशवाहा के बीच चल रही टशन अब कोतवाली नगर तक पहुँच गई। ईओ  ने अपने ही लिपिक पर लगाया गम्भीर आरोप। जबकि हकीकत और कुछ है। आईये जाने EO पदमजा मिश्रा अपने ही लिपिक शिवाकांत पर क्यों मुकदमा लिखाया ? जब इसकी सच्चाई खंगाली गई तो जो तथ्यय सामने आये वो बहुत ही गंभीर और चौकाने वाले हैं। सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक होता है कि एक अधिकारी अपने ही अधीनस्थ पर मुकदमा किन परिस्थितियों में लिखाता है ? अक्सर यह देखने को मिलता है कि अफसर जब अपने अधिकार क्षेत्र का बेजा इस्तेमाल करता है तो अधीनस्थ कर्मचारी उसका विरोध करता है तो दोनों में मनमुटाव शुरू हो जाता है और वह मन मुटाव किसी भी हद तक जा सकता है 

लिपिक के खिलाफ कोतवाली नगर में दर्ज हुआ है, मुकदमा...

नगर पंचायत पृथ्वीगंज की अधिशासी अधिकारी पदमजा मिश्रा और नगर पंचायत पृथ्वीगंज में तैनात एकलौते लिपिक शिवकांत कुशवाहा के बीच भी मनमुटाव की कुछ ऐसी ही वजह प्रकाश में आयी है। ईओ पदमजा मिश्रा के विषय में जानकारी एकत्र की गई तो पता चला कि ईओ पदमजा मिश्रा जहाँ भी  उनकी पोस्टिंग होती है, वहाँ पर वह अपने साथ एक प्राइवेट ब्यक्ति सुरेश पांडेय को अपने काम में सहयोग के लिए रखती हैं और लिपिक का कार्य वह सुरेश पांडेय से लेती हैं, जिसकी वजह से वहाँ तैनात कर्मचारी से ईओ पदमजा मिश्रा की अनबन शुरू हो जाती है। नगर पंचायत पृथ्वीगंज में लिपिक शिवाकांत कुशवाहा के बीच ईओ पदमजा मिश्रा के बीच जो विवाद शुरू हुआ, उसकी असल वजह सुरेश पांडेय को GEM पोर्टल की लॉगिन आई डी और पासवर्ड दिलाना रहा। 

लिपिक को ईओ से पोर्टल की लॉगिन आई डी और पासवर्ड माँगना मंहगा पड़ा...

लिपिक शिवाकांत कुशवाहा ने ईओ पदमजा मिश्रा के पोर्टल की लॉगिन आई डी और पासवर्ड माँगने पर वह यह समझ कर दे दिया था कि ईओ मैडम को कोई काम होगा ? उसे क्या पता था कि उसकी पोर्टल की लॉगिन आई डी और पासवर्ड एक बाहरी ब्यक्ति को दे दिया जायेगा और उसके साथ उसके अधिकारी द्वारा ही धोखा किया जायेगा ? जब लिपिक शिवाकांत कुशवाहा अपनी लॉगिन आई डी और पासवर्ड ईओ मैडम से माँगा तो ईओ मैडम का पारा सांतवें आसमान पर पहुँच गया और लिपिक शिवाकांत कुशवाहा को स्पष्टीकरण देने के लिए ईओ मैडम ने पत्र जारी कर दिया। लिपिक शिवाकांत ने समय से अपना स्पष्टीकरण ईओ पदमजा को सौंप दिया था। उस समय मैडम ने मामला गर्म होता देख सरेंडर हो गई। तब तक निकाय चुनाव आ गया। पर मन ही मन ईओ ने अपने लिपिक को सबक सिखाने की प्रतिज्ञा कर ली। नई चाल चलते हुए कि CCTV कैमरे को मोबाइल में ऐप को आधार बनाकर FIR लिखवाया है।

ईओ द्वारा लिपिक से माँगा गया स्पष्टीकरण...

लालगंज नगर पंचायत के EO पद का प्रभार भी पदमजा मिश्रा के पास है। इसलिए 3 दिन पृथ्वीगंज और 3 दिन लालगंज में रहने की वजह से लिपिक शिवकांत कुशवाहा की जिम्मेदारी पृथ्वीगंज नगर पंचायत के कार्यालय की अधिक हो जाती है। बाकी सब संविदाकर्मी हैं। पर EO को संविदाकर्मी अधिक पसन्द हैं। ईओ पदमजा मिश्रा और लिपिक शिवाकांत कुशवाहा की असल लड़ाई यहाँ से शुरू होती है। दर्शल नगर पंचायतें तो थोक भाव में सृजित हो गई। स्टाफ की ब्यवस्था है, नहीं। ऐसे में संविदाकर्मी के सहारे संचालन किया जा रहा है। ऑफिस की पूर्ण जिम्मेदारी लिपिक की होती है, संविदाकर्मी की जिम्मेदारी नहीं होती। जब इस बात का लिपिक शिवाकांत कुशवाहा द्वारा विरोध किया गया तो ईओ मैडम अंदर ही अंदर नाराज रहने लगी। उसे पहले अपनी कलम से अधिकारी होने के सजा देना शुरू किया। पहले स्पष्टीकरण और अब मुकदमा लिखाने का काम किया है। जबकि EO मेम के द्वारा लगाए गए आरोपों की सच्चाई बेबुनियाद और मन गठन्त है।

लिपिक ने भी ईओ के स्पष्टीकरण का दिया है,जवाब...

अधिशासी अधिकारी पदमजा पहला वार लिपिक शिवाकांत पर स्पष्टीकरण जारी करके किया गया, जबकि EO के साथ बाहरी ब्यक्ति जिसे EO, उच्चाधिकारियों के यहाँ अपना सरकारी कम्प्यूटर ऑपरेटर बनाकर पेश करती थी, असल में वह उनका निजी ब्यक्ति है। फिर भी लिपिक की आईडी और पासवर्ड रखकर बेजा इस्तेमाल करता था। अधिशासी अधिकारी पदमजा और लिपिक शिवाकांत कुशवाहा के बीच टशन की असल यही वजह है। ईओ पदमजा मिश्रा का आरोप है कि ऑफिस में लगा CCTV कैमरे को लिपिक ने अपने मोबाइल में उनकी जानकारी के बगैर ऐप स्टाल करके ऑफिस की गतिविधियों पर नजर रखता था। इससे उनकी निजता और गोपनियता भंग हुई और वह मुकदमा लिखाने के लिए विवश हुई। अब मुकदमें की विवेचना होगी तब स्थिति स्पष्ट होगी।
CCTV को मोबाइल में ऐप के माध्यम से स्टाल करने से बढ़ा विवाद...

वहीं लिपिक शिवाकांत कुशवाहा का कहना है कि मैडम के साथ रहने वाले सुरेश पांडेय सहित दफ्तर के आधा दर्जन सुपरवाइजर अपने-अपने मोबाइल में CCTV की लाइव देखने के लिए ऐप स्टाल करके दफ्तर की गतिविधियों को देखा करते थे। बस यही बात लिपिक शिवाकांत कुशवाहा ने नगर पंचायत पृथ्वीगंज के नवनिर्वाचित चेयरपर्सन के प्रतिनिधि संजय सरोज से कह दिया, जिसकी सजा उसे मिल रही है। जबकि असल में वही नगर पंचायत पृथ्वीगंज के दफ्तर का असल कस्टोडियन है, परन्तु अधिशासी अधिकारी महोदया उसके अधिकार को छीनकर अपने साथ आने वाले प्राइवेट ब्यक्ति को दिया है। जब वह इसका विरोध किया तो ईओ मैडम आग बबूला हो गई और मुझे मेरी औकात दिखाने और सबक सिखाने की धमकी तक दे डाली। यक्ष प्रश्न यह है कि ईओ मैडम का अपने ही लिपिक के खिलाफ यह बर्ताव सेवा नियमावली के खिलाफ नहीं है। यदि है तो ईओ मैडम के खिलाफ कब कार्रवाई होगी...??? 
 

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