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नगर पंचायत पृथ्वीगंज के चेयरपर्सन नीलम सरोज के प्रतिनिधि संजय सरोज... |
प्रतापगढ़। नगर पंचायत पृथ्वीगंज में तैनात लिपिक शिवाकांत कुशवाहा को चेयरपर्सन के प्रतिनिधि संजय सरोज से ईओ पदमजा मिश्रा के कारनामों की शिकायत करना महंगा पड़ा। लिपिक ने ही शिकायत की थी कि दफ्तर में लगे CCTV कैमरे को EO का खास ब्यक्ति सुरेश पांडेय सहित सुपर वाइजर सूरज पांडेय ऐप के माध्यम से मोबाइल में स्टॉल कर उसका बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं। यही नहीं नगर पंचायत पृथ्वीगंज के चेयरपर्सन नीलम सरोज के प्रतिनिधि संजय सरोज से लिपिक शिवाकांत कुशवाहा ने यह भी शिकायत की थी कि उनकी आई डी पासवर्ड EO साहिबा अपने खास प्राइवेट पर्सन को दिला दिया था, जिसका वह बेजा इस्तेमाल करता है। मना करने पर EO साहिबा ने लिपिक शिवाकांत कुशवाहा से स्पष्टीकरण मांग कर मांगकर उसे अपने प्रभाव में लेना चाहा। पर बात नहीं बनी तो नई चाल चलते हुए अपने ही एकलौते लिपिक शिवाकांत कुशवाहा पर फेंक मुकदमा लिखाया है।
नगर पंचायत पृथ्वीगंज के चेयरपर्सन नीलम सरोज के प्रतिनिधि संजय सरोज से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रकरण की जानकारी उन्हें है। ईओ मैडम अपने पद का दुरूपयोग कर रही हैं। एक ही लिपिक शिवाकांत कुशवाहा है और बाहरी ब्यक्ति द्वारा EO मैडम काम लेती हैं, जो नियम विरुद्ध है, इसकी जाँच होनी चाहिये। एक ही तरह के मामले में EO पदमजा मिश्रा द्वारा दोहरा मापदंड क्यों अपनाया गया ? पृथ्वीगंज नगर पंचायत के दफ्तर में जब नेताओं द्वारा पूर्व में उपद्रव किया जाने लगा था तो ADM प्रतापगढ़ के निर्देश पर दफ्तर में CCTV स्थापित किया गया था। उस पर जितना हक EO का है। उतना हक लिपिक का भी है। EO पदमजा मिश्रा को अपने दफ्तर में अपनी निजता, गोपनीयता और मर्यादा का इतना ख्याल है तो उनके साथ रहने वाले सुरेश पांडेय और सुपरवाइजर सूरज पांडेय भी अपने मोबाइल में ऐप के जरिये CCTV को स्टॉल कर देखा करते थे। फिर उन्हें ऐसा करने की छूट है और अपने लिपिक शिवाकांत पर प्रतिबंध है। ईओ मैडम का यह दोहरा मापदंड समझ के परे है।
पारदर्शिता हेतु नगर पंचायत पृथ्वीगंज के दफ्तर में यदि CCTC स्थापित करवाया गया है और उसकी निगरानी के लिए उस कार्यालय का इकलौता लिपिक शिवाकांत कुशवाहा ऐप के जरिये अपने मोबाइल में उसे स्टॉल करता है तो क्या अपराध की श्रेणी में आता है ? EO की मर्यादा व निजता और गोपनीयता कहाँ से भंग हो जाती है ? अधिशासी अधिकारी पदमजा मिश्रा से सवाल है कि वो किस अधिकार से नगर पंचायत पृथ्वीगंज और लालगंज सहित अंतु में सुरेश पांडेय से सरकारी कार्य बिना किसी आदेश के ही लेती रही ? अपर जिलाधिकारी एफ/आर, प्रतापगढ़ से भी सुरेश पांडेय को सरकारी लिपिक बताकर भुगतान आदि का कार्य लेना EO द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करने जैसा है। साथ ही लिपिक पद पर तैनात लिपिक से कार्य न लेना और बाहरी ब्यक्ति से लिपिक का कार्य लेना गोपनीयता को भंग करना है। सच तो यह भी है कि EO पदमजा मिश्रा के चहेते सुरेश पांडेय को किसी प्रकरण में नाराज हुए तो उन्हें खोजते हुए पूर्व विधायक रानीगंज नगर पंचायत पृथ्वीगंज पहुँचे थे। सुरेश पांडेय को न पहचानने की वजह से लिपिक शिवाकांत कुशवाहा ही उनके कोपभाजन का शिकार हुए। उस समय तो EO मेम आगे नहीं आयी।
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