प्रतापगढ़ के प्रतापबहादुर तालाब के किनारे मिला नवजात बच्चा, खून से लतपथ बच्चे ने तड़प तड़प कर किस तरह दम तोड़ दिया होगा इसकी कल्पना भी नही की जा सकती आखिर क्या कसूर था उस मासूम बच्चे का जिसने अभी तक आँखे भी नही खोली थी । उस माँ की ममता भी मर चुकी थी जिसने पैदा होते ही अपने बच्चे को मरने के लिए तालाब किनारे फेंक दिया। लोक-लाज का भय हो या गर्भ में बच्ची को आये दिन ये क्रूरता भरा कार्य देखने को मिलता है। कभी आवारा कुत्ते नवजात को नोंच- नोंचकर मार डालते है या कभी भूख की वजह से नवजात दम तोड़ देते हैं। ऐसा ही हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला जब सुबह दुकानदार अपनी दुकान खोलने को आये और नवजात को देखा तो इलाके में हडकंप मच गया , इस अमानवीय घटना को देखने को जुटी भीड़। मेडिकल कालेज के आसपास के निजी अस्पतालों की बाढ़, अबॉर्शन कर आए दिन फंके दिए जाते है नवजात। कभी अवैध सम्बन्धों के चलते पैदा हुए बच्चे तो कभी गर्भ में मारी गई बच्चियों के फेंके जाते हैं शव, विभागीय जिम्मेदार रहते हैं आंखे मूंदे। इन अवैध कार्यो में संलिप्त अस्पतालों व अबॉर्शन सेंटरों पर नहीं होती कार्यवाही, कार्यवाही न होने के चलते इस तरह की घटनाएं हो गई हैं आम। नगर कोतवाली के कचेहरी रोड का मामला।
Post Top Ad
Your Ad Spot
शुक्रवार, 23 जून 2023
मानवता की हत्या,तालाब किनारे मिला खून से तथपथ नवजात बच्चे का शव
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Post Top Ad
Your Ad Spot
प्रतिभा संदेश
Ut wisi enim ad minim veniam, quis nostrud exerci tation ullamcorper suscipit lobortis nisl ut aliquip ex ea commodo consequat. Duis autem vel eum iriure dolor in hendrerit in vulputate velit esse molestie consequat.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें