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गुरुवार, 8 जून 2023

माफिया संजीव जीवा हत्याकांड: कोर्टरूम में डेढ़ साल की बच्ची को लगी गोली, चॉकलेट लेकर मिलने पहुंचे सीएम योगी

ट्रामा सेंटर में चॉकलेट लेकर मिलने पहुंचे सीएम योगी...

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कल बुधवार को  कोर्ट में माफिया संजीव जीवा को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस दौरान कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गई, जिसको जहां जगह मिली वह वहीं छुप गया। संजीव जीवा पर जब गोली चली, तब एक गोली डेढ़ वर्षीय बच्ची को भी लग गई।बच्ची का इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बच्ची से मिलने पहुंचे।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गुरूवार केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचकर मासूम बच्ची का हाल जाना।सीएम ने इमरजेंसी सर्जरी यूनिट के डॉक्टरों से बच्ची के स्वास्थ्य का जायजा लिया और डॉक्टरों को बच्ची स्वास्थ पर कड़ी निगरानी के साथ लापरवाही ना बरतने के निर्देश दिए। केजीएमयू ट्रामा सेंटर के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट संदीप तिवारी ने बताया कि बच्ची को सीने के राइट पार्ट में कंधे के नीचे गोली लगी थी, जिसकी सर्जरी करके गोली को बाहर निकाल दिया गया है, उसे आईसीयू यूनिट में रखा गया है।


बता दें कि  जब ताबड़तोड़ गोली चलने की आवाज कोर्ट परिसर में सुनाई दी, तब बच्ची की मां नीलम ने बच्ची को लेकर भागना चाहा और इसी दौरान बच्ची को एक गोली लग गई।कोर्ट परिसर में जब ताबड़तोड़ गोली चल रहीं थी तो उस समय बच्ची अपनी मां की गोद में थी। बरहाल गोली सीधे बच्ची को नहीं लगी।गोली पहले बच्ची की मां नीलम की उंगलियों पर टकरा उसे चीरती हुई फिर जाकर बच्ची को लगी।बच्ची की मां नीलम को यह अंदाजा नहीं था कि उसकी बच्ची को भी गोली लगी है। क्योंकि गोली नीलम की हाथों की उंगलियों को चीरते हुए निकली थी, लेकिन जब मां ने अपनी बच्ची को बचाने के लिए इधर उधर भाग कर एक कोने में खड़ी हुई तब उसने देखा कि उसकी बेटी के शरीर से भी खून निकल रहा है। यह देखकर नीलम चीख चीत्कार और मदद की गुहार लगाने लगी।


इसके बाद पुलिस और अधिवक्ताओं की सहायता से बच्ची और उसकी मां को बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राइमरी ट्रीटमेंट कर बच्ची और उसकी मां का प्रारंभिक उपचार किया और फिर बच्ची को केजीएमयू ट्रामा सेंटर ले जाने को कहा गया। बिना देर किए बच्ची को केजीएमयू ट्रामा सेंटर ले जाया गया। यहां पर मासूम बच्ची को इमरजेंसी सर्जरी यूनिट में एडमिट किया गया और वहां उसका उपचार शुरू हुआ। 7 जून को लखनऊ के बख्शी का तालाब के भैसामाऊ गाजीपुर गांव की रहने वाली नीलम अपने ससुर और पति के साथ केस के मामले में एससी-एसटी कोर्ट आई हुई थी। नीलम का पड़ोसी बैजनाथ से रास्ते को लेकर कुछ विवाद हो गया था। इसके बाद पड़ोसी बैजनाथ ने जगदीश और उनके बेटे सौरभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था और इसी मामले में कल बुधवार 7 जून को तारीख लगी हुई थी। 


जगदीश के साथ उनका लड़का सौरव, बहू नीलम और डेढ़ वर्षीय पोती लक्ष्मी उर्फ लाडू कोर्ट आई हुई थी। नीलम के पिता चंद्रेश भी साथ में आए हुए थे। परिवार कोर्ट रूम के बाहर बरामदे में बैठकर अपनी पेशी के बारी का इंतजार कर रहा था, इधर इंतजार करते-करते नीलम की मासूम बच्ची मां के गोद में ही सो गई और तभी फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें नीलम की हाथ की उंगलियों को चीरते हुए गोली बच्ची को जा लगी। बरहाल बच्ची अब स्टेबल है। नीलम सोची भी नहीं होगी कि कोर्ट रूम में गोलीकांड जैसी वारदात होगी और उस वारदात में वह और उसकी बच्ची गोली का शिकार हो जाएगी। नीलम और उसकी बेटी पर दहशत का भाव स्पष्ट दिख रहा था जब अदालत के अंदर कोई सुरक्षित नहीं है तो बाहर सुरक्षा की कल्पना करना बेईमानी होगी।  


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