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सोमवार, 5 जून 2023

कांग्रेसी नेता अवधेश राय हत्याकांड में आज होगा फैसला, माफिया मुख्तार अंसारी केस की ओरिजनल फाइल करवा चुका है गायब

कांग्रेसी नेता अवधेश राय हत्याकांड में आज होगा फैसला, माफिया मुख्तार अंसारी केस की ओरिजनल फाइल करवा चुका है गायब......

वाराणसी। जयराम की दुनिया का बेताज बादशाह बांदा जिले में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड हो या विश्व हिंदू परिषद के कोषाध्यक्ष नंद किशोर रुंगटा अपहरण और हत्याकांड हो। दोनों में भले ही माफिया मुख्तार अंसारी बरी हो गया हो, मगर सोमवार को वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट 31 साल पहले कांग्रेस नेता अवधेश राय हत्याकांड में अदालत अपना फैसला सुनाएगी।


 माफिया मुख्तार अंसारी को एक साल में 4 मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है। इन सभी मामलों में अवधेश राय हत्याकांड मामला सबसे बड़ा और सबसे बड़ी सजा के प्रावधान का है, जिसमें मुख्तार समेत  4 नामजद आरोपियों की किस्मत का फैसला होगा। साथ ही यह पहला मामला होगा, जिसमें बिना ओरिजनल केस डायरी के कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।


जानें कब और कैसे हुई अवधेश की हत्या....


3 अगस्त 1991 को वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र के लहुराबीर इलाके में रहने वाले कांग्रेस नेता अवधेश राय अपने भाई अजय राय के साथ घर के बाहर खड़े थे। सुबह का समय था और हल्की-हल्की बारिश हो रही थी। इसी दौरान एक मारुति वैन आई, जिसमें बदमाश थे। बदमाशों ने अचानक फायरिंग करनी शुरू कर दी। फायरिंग में अवधेश राय घायल हो गए। अवधेश राय को पास के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया। अवधेश राय के भाई अजय राय ने इस मामले में चेतगंज थाने में माफिया मुख्तार अंसारी, भीम सिंह, कमलेश सिंह, राकेश के साथ पूर्व एमएलए अब्दुल कलाम पर एफआईआर दर्ज कराई थी। नामजद किए गए 5 आरोपियों में एक आरोपी अब्दुल कलाम की मृत्यु हो चुकी है। 31 साल 10 महीने और 2 दिन पहले हुए इस हत्याकांड में सोमवार को वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट सोमवार को अवधेश राय हत्याकांड में अपना फैसला सुनाने जा रही है। माफिया मुख्तार अंसारी की तरफ से 41 पन्ने की लिखित बहस दाखिल की गई है। अवधेश राय का परिवार और वादी मुकदमा अजय राय की तरफ से 36 पेज की लिखित बहस और 12 गवाहों के बयान के बाद कोर्ट 5 जून को अपना फैसला सुनाएगी।


9 महीने में 4 केस में मिली सजा .....


बता दें कि बीते 9 माह में माफिया मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर एक्ट के तीन और लखनऊ जेल के जेलर पर हमले के एक मामले में हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से सजा सुनाई जा चुकी है। ये पांचवां मामला होगा जिस पर मुख्तार की किस्मत का फैसला होने जा रहा है। अवधेश राय हत्याकांड मुख्तार और वाराणसी के लोगों के लिए दो कारणों से बेहद खास हो जाता है। वाराणसी में यह पहला मामला होगा, जिसमें मुख्तार पर दर्ज हत्या के किसी मामले में निचली अदालत अपना फैसला सुनाने जा रही है।


मुख्तार अंसारी ने गायब करवा दी केस की ओरिजनल फाइल .....


यह पहला मामला है, जिसमें बिना ओरिजनल केस डायरी के कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।अवधेश राय हत्याकांड से जुड़ी इस केस की ओरिजनल फाइल कोर्ट से गायब हो गई है। कोर्ट से ट्रायल के दौरान असली पत्रावली गायब करने का आरोप मुख्तार पर लगा है। इस मामले में बीते साल 20 जुलाई 2022 को वाराणसी के कैंट कोतवाली में कोर्ट चौकी इंचार्ज विनोद कुमार मिश्रा की तरफ से मुख्तार पर अपराधिक साजिश रचकर अवधेश राय हत्याकांड की पत्रावली गायब करने का केस भी दर्ज कराया गया था। 3 अगस्त 1991 को दर्ज हुई अवधेश राय हत्याकांड केस की जांच के बाद सुनवाई इलाहाबाद की एमपी एमएलए कोर्ट में शुरू हुई। वाराणसी के एमपी एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई इलाहाबाद की एमपी एमएलए कोर्ट में ही होती थी।साल 2020 में जब सरकार ने हर जिले में एमपी-एमएलए कोर्ट का गठन किया तो यह केस इलाहाबाद कोर्ट से वापस वाराणसी कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया। केस तो ट्रांसफर हो गया,लेकिन केस से जुड़ी ऑरिजनल फाइल नहीं भेजी गई। इस मामले में अभियोजन को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी तक दाखिल करनी पड़ी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डॉक्यूमेंट कॉपी वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट भेजी गई, जिससे पूरे केस की सुनवाई हुई और सोमवार को केस में फैसला सुनाया जाना है। 

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