नगर पंचायत कुंडा के चुनाव में बृहस्पतिवार दोपहर रानी गिरिजा बालिका इंटर कॉलेज में फर्जी मतदान करने आए युवक को भाजपा प्रत्याशी सुमन साहू के दबोचने के बाद हंगामा हो गया। गुत्थमगुत्थी के बीच भाजपा प्रत्याशी और आरोपी युवक से हाथापाई भी हुई। प्रशासन के रवैये से नाराज भाजपा प्रत्याशी एसडीएम आवास परिसर में धरने पर बैठ गईं। कुंडा प्रशासन के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। नगर पंचायत कुंडा के रानी गिरिजा बालिका इंटर कॉलेज में मतदान चल रहा था। कुंडा में मतदान हो और बवाल न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। सरकार चाहे जिस दल की हो, परन्तु कुंडा में हुकूमत सिर्फ राजा भईया की ही चलती है। ऐसा सत्ताधारी के नेता ही आरोप लगाया करते हैं।
इस बीच वहां भाजपा प्रत्याशी सुमन साहू अपने मुख्य चुनाव अभिकर्ता विनोद मिश्र व महेश फौजी के साथ पहुंचीं। सुमन का आरोप है कि वहां करीब 50 की संख्या में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रत्याशी के समर्थक खड़े होकर फर्जी मतदान करा रहे थे। मतदान करने जा रहे दो लोगों को उन्होंने फर्जी आधार कार्ड व मतदाता पर्ची के साथ पकड़ लिया। जिससे गुत्थमगुत्थी के बीच भाजपा प्रत्याशी व फर्जी वोट देने आए युवक से हाथापाई भी हुई। मौका पाकर वहां मौजूद लोग तितर बितर हो गए। बजरंग डिग्री कॉलेज के गेट के बगल एक मकान में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों पर मिलीभगत का आरोप लगाया। पुलिस उनकी खोजबीन करने लगी। आरोप है कि इसी बीच बाहर मौजूद विरोधी दल के समर्थकों ने महेश फौजी को मारने के लिए दौड़ा लिया। उनकी शिकायत पर एसडीएम सतीश त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे।
हालांकि मौके पर छानबीन के बाद कुछ नहीं मिला। पुलिस ने मतदान केंद्र के आसपास मौजूद लोगों को खदेड़कर भगाया। फर्जी मतदान की शिकायत के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न करने से आक्रोशित भाजपा प्रत्याशी सुमन साहू समर्थकों संग पौने चार बजे एसडीएम कुंडा सतीश त्रिपाठी के आवास पर धरने पर बैठ गए। भाजपा प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत में अफसरों की लापरवाही से फर्जी वोटिंग होती रही। यक्ष प्रश्न यह है कि सूबे में योगी आदित्यनाथ जी की सरकार है और गुंडे व माफियाओं को लगातार मिट्टी में मिलाने का कार्य किया जा रहा है। परन्तु प्रतापगढ़ के कुंडा में भाजपा उम्मीदवार सुमन साहू और उनके समर्थकों के दावों पर यकीन करें तो वहां भाजपा की सरकार मानों न होकर राजा भईया की सरकार है।
ऐसे ही जिला पंचायत के चुनाव में भाजपा नेता पप्पन सिंह सहित भाजपा के 90 फीसदी पदाधिकारियों ने विकास भवन अफीम कोठी के सामने धरना प्रदर्शन कर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। जिला पंचायत चुनाव में राजा भईया और कांग्रेस के कथित दिग्गज नेता प्रमोद कुमार एक घाट पर पानी पिए थे। प्रमोद कुमार को भी रामपुरख़ास विधानसभा में नागेश प्रताप उर्फ छोटे सरकार से खतरा महसूस हो रहा था। इसीलिये अपने दुर्ग को ढहते देखकर कथित दिगग्ज नेता की पतलून ढीली हो गई थी और वे बिना विलम्ब किये राजा भईया से याराना कर लिए। ऐसी स्थिति में भाजपा के दिग्गजों की बोलती बंद हो गई थी और वह अपनी ही सरकार में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। साथ ही सूबे के मुखिया योगी जी से गुहार लगा रहे थे।
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