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सपा- बसपा के कई नेताओं ने थामा भाजपा का दामन .... |
मेरठ।उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के मैदान में बगावत के सुर बड़ी तेजी से सुनाई दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में बगावत का सुर सबसे अधिक सुनाई दे रहा है। सपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने वालों की लंबी लाइन है। बसपा के महारथी भी भाजपा का दामन थाम रहे है। मेरठ में आज मंगलवार पार्टी में अच्छा पद रखने वाले बसपा के चार और सपा के एक नेता ने अपनी पार्टी छोड़ दी। कोई मण्डल कोआर्डिनेटर तो कोई किसी पद पर, लेकिन इन नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। सपा और बसपा के जो पांच नेताओं ने आज अपनी पार्टी छोड़ी, वो नेता ढोल नंगाड़े़ के साथ भाजपा के चुनाव कार्यालय पहुंचे। काफी देर तक यहां जश्न मनाया गया और फिर सभी ने अपने गले से सपा और बसपा का पटका उतारकर भाजपा का दामन थाम लिया।ये सभी भारत माता का जयकारा, भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद,योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे लगाए।
भाजपा का दामन थामने में सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ रहे प्रदीप गुर्जर।बसपा के पूर्ण मण्डल महासचिव रामजीवन लाल, बसपा के पूर्व पार्षद प्रदीप गुप्ता, बसपा के मण्डल कोआर्डिनेटर राजीव आर्य, बसपा के पूर्व लोकसभा प्रभारी संजय सिंह जाटव।इन बगावती नेताओं से सपा कैसे निपटेगी इस पर सवाल पूछने पर सपा रालोद आसपा गठबंधन की मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान असहज हुई। उन्होंने कहा कि पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे।बता दें कि एकजुटता दिखाने के लिए मेरठ में आज सपा रालोद आसपा की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस संयुक्त प्रेसवार्ता में सपा रालोद के नेताओं ने एक सुर में कहा कि एक मुट्ठी बनकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि राजनीति की नाव में छेद कर अपनी पूर्व पार्टी को छोड़ने वाले वाले नेताओं से गठबंधन कैसे निपटेगा।
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