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शुक्रवार, 19 मई 2023

लापता इंस्पेक्टर नीशू तोमर पर लगे रेप आरोप में आया नया मोड़

 

आठ महीने से लापता इंस्पेक्टर नीशू तोमर .....

सुलतानपुर । करीब आठ महीने से लापता इंस्पेक्टर नीशू तोमर पर लगे रेप आरोप से जुड़े मामले में आया नया मोड़,रेप पीड़िता सिपाही की तरफ से मॉनिटरिंग अर्जी पर पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने छोड़ी पैरवी,वकालतनामा वापस लेने की अनुमति को लेकर सीजेएम कोर्ट में दी अर्जी,अचानक सामने आये इस स्टेप से उठा सवाल


रेप पीड़िता सिपाही की तरफ से पड़ी थी दुबारा मॉनिटरिंग अर्जी,सीजेएम सपना त्रिपाठी ने 30 मई के लिए विवेचक से  तलब की है रिपोर्ट,पहली बार पड़ी मॉनिटरिंग अर्जी अभी कुछ दिनों पहले ही कोर्ट ने कर दी थी निस्तारित,जिसके बाद ही पेश की गई है दुबारा मॉनिटरिंग अर्जी,इसी बीच अचानक तारीख आने के पहले ही पीड़िता सिपाही की तरफ से नियुक्त अधिवक्ता ने अपना वकालतनामा वापस लेने की अनुमति को लेकर दी अर्जी,अधिवक्ता ने अपरिहार्य कारणों से केस की पैरवी छोड़ने सम्बंधी दी है अर्जी,कोर्ट ने पूर्व में नियत तिथि पर अर्जी की सुनवाई के लिए लगाई तारीख,आखिर किस वजह से अधिवक्ता के सामने आई ये नौबत जो छोड़ी जा रही पैरवी,उठ रहा सवाल,कहीं सम्बन्धितों के खिलाफ होने वाली कार्यवाहियों की डर से अधिवक्ता के ऊपर किसी ने बनाया तो नहीं दबाव या फिर पैरवी छोड़ने की अन्य कोई है वजह,तरह-तरह के लगाए जा रहे कयास,शुरू से लेकर अब तक इस मामले में आ चुके है कई मोड़,फिलहाल नतीजा है ढाक के तीन पात,आज तक रेप केस का मुल्जिम नहीं आ सका पुलिस के हाथ और न ही लग पाया उसका कोई सुराग,पुलिस की जांच में बहुत बड़ा है घांच-पांच,इतने गम्भीर प्रकरण में गजब का है यूपी पुलिस का हाल,पुलिस के अब तक के सारे पैतरें दिख रहे फेल


सिपाही से रेप मामले में बीते 30 सितम्बर को हाईकोर्ट ने पीड़िता की याचिका पर सीओ रैंक के अफसर से विवेचना कराने व आठ सप्ताह के भीतर विवेचना पूर्ण कराने का दिया था निर्देश,उसी के बाद सीओ सिटी को मिली थी तफ्तीश,पर जिम्मेदारो की लापरवाही से अभी तक नहीं पूरी हो सकी तफ्तीश,जबकि आठ सप्ताह के बजाय उससे चार गुना अधिक का बीत चुका है समय,जिम्मेदार पुलिस अफसरों की साजिश या गलती की वजह से नीशू तोमर के पुलिस अभिरक्षा में जाने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में गायब होने को लेकर उठे बवाल के कारण लटकी मानी जा रही रेप मामले की कार्यवाही,अधीनस्थों की इस गलती का उच्चाधिकारियों को भुगतना पड़ सकता है बड़ा खामियाजा,लगातार हो रही किरकिरी


वहीं लापता इंस्पेक्टर की पत्नी कुसुम तोमर की पहली 156(3) अर्जी पर सीजेएम कोर्ट के आदेश के बाद बीते दो दिसम्बर को कोतवाली नगर में तत्कालीन महिला थाना प्रभारी मीरा कुशवाहा व रेप का केस दर्ज कराने वाली महिला सिपाही समेत अन्य पर दर्ज हुआ है साजिश एवं अपहरण का मुकदमा,मीरा कुशवाहा पर हुई है निलम्बन की कार्रवाई,इस प्रकरण की भी काफी दिनों से ठंडे में पड़ी है तफ्तीश,नीशू को ढूढ़ पाने व उससे जुड़े सभी मुकदमो में कोई हल निकाल पाने में पूरी तरीके से फेल दिख रहे जिम्मेदार पुलिस अफसर,जिम्मेदार पुलिस अफसरों की चूक ने मामले को तूल देने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका,जिसकी वजह से कई महीनों से चर्चा में बना है यह मामला,जिम्मेदारो की लगातार गलती के चलते एक के बाद एक मुकदमे को मिल रहा जन्म,अब तक दोनों तरफ से कुल मिलाकर सुप्रीम कोर्ट में एक,हाईकोर्ट में चार एवं जिला न्यायालय स्तर पर हो चुके है आधा दर्जन से अधिक मामले,इस प्रकरण से जुड़ी सारी जांचे पड़ी है पेंडिंग,आज तक किसी मे कोई नतीजा नहीं आ सका सामने


नीशू की पत्नी की तरफ से हाईकोर्ट में दाखिल दोनो याचिकाओ पर जल्द हो सकती है सुनवाई,हाईकोर्ट में सुनवाई होते ही मामले में आ सकता है नया मोड़,नीशू की पत्नी ने हैबियस कार्पस याचिका के अलावा दूसरी याचिका दाखिल कर अन्य एजेंसी को अपने पति नीशू के अपहरण व साजिश मामले की जांच ट्रांसफर करने व उचित निर्देश देने के लिए की है मांग,दूसरी याचिका में कुछ वीडियो क्लिप भी की गई है दाखिल,वीडियो क्लिप की निष्पक्ष जांच होने पर कईयो की बढ़ सकती है मुश्किलें,फिलहाल जब तक दबा है मामला तब तक माना जा रहा कइयों का गुडलक,विभाग ऐसे गम्भीर मामले में क्यों बरत रहा लापरवाही,उठ रहे कई सवाल,भविष्य में इन सब मुद्दों को लेकर उठ सकता है बवाल


नीशू की पत्नी कुसुम की तरफ से दाखिल पहली याचिका पर हाईकोर्ट में डीजीपी तक से हो चुका है जवाब-तलब,नीशू का ठिकाना बताने के लिए पुलिस को हाईकोर्ट से मिला था मात्र एक माह का समय,पर उससे काफी अधिक समय बीत जाने के बाद भी नीशू को ढूढ़ पाने में अब तक पुलिस दिख रही फेल,उधर नीशू को फरार बताकर घोषित हो चुका है हजारो का ईनाम,नीशू को खोज निकालना व उसके ठिकाने के बारे में सटीक जानकारी दे पाना यूपी पुलिस के लिए है बनी है बड़ी चुनौती,नीशू प्रकरण को लेकर तरह-तरह के लगाए जा रहे कयास,फिलहाल पुलिस का ढुलमुल रवैया देखकर सब है निराश,अभी हाल में ही पीड़िता सिपाही पर हमले का भी मामला आया था सामने,रेप पीड़िता की सुरक्षा भी पुलिस के लिए है चुनौती,भविष्य में आने वाले परिणाम को लेकर सभी की टिकी निगाहें,देखना है नीशू प्रकरण का सच कब आता है सामने।

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