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फायजा़ अस्पताल पर कई मौंतो का इल्जा़म..... |
सुलतानपुर कहने को तो फायजा हास्पिटल के संस्थापक डाॅ.सादिक अली सर्जन है, लेकिन इनके द्वारा की जाने वाली सर्जरी अक्सर मरीजो पर भारी पड़ जाती है, इनके पुराने मामलो को कुरेदा जाए तो बहुत कुछ गडे़ मुर्दे बाहर निकाले जा सकते है, बहरहाल इनकी अबतक की पूरी प्रैक्टिस में सिर्फ विवाद ही रहा है,
डिग्री लेने के बाद जब डाॅ.सादिक अली शहर में आए तो, खुद को स्थापित करने के लिए धार्मिक व अन्य कार्यक्रमों में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाकर खुद को साबित करने का प्रयास करते रहे है, जब शहर में इन्हें डाॅक्टर के रूप में पहचान मिलने लगी, तो दूसरे अस्पतालों में जा-जाकर आपरेशन करना शुरू किया, उसके बाद कुछ पैसा आने के बाद इन्होंने अपना फायजा के नाम से लाला का पुरवा स्थित अस्पताल खोला, काम चल निकला और लोग इन्हे जानने लगे, बावजूद इसके इनके ऊपर आरोप सिलसिलेवार लगते रहेफायजा़ अस्पताल पर कई मौंतो का इल्जा़म, फिर भी स्वास्थय विभाग क्यूं है ।
इनके ऊपर लगने वाले आरोपों को क्रमानुसार खबर की सिरीज में बताए गें,फिलहाल मामला बीते बुद्ववार को हुए विवाद में इनके ऊपर लगाए गए बहुत गंभीर आरोप है,मो.अय्युब नाम का मरीज इनके अस्पताल में भर्ती था,लापरवाही के कारण उसकी मौंत का इल्जाम डाॅ.सादिक अली पर है, यही नही मृतक मो.अय्युब के परिजनों ने अपने साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है, जिसको लेकर फायजा हाॅस्पिटल में मृतक के परिजनों ने हंगामा खडा़ कर दिया, मौके पर भारी पुलिस फोर्स व जनपद के नामचीन डाॅक्टर पहुंचकर मामले को शांत तो करा दिया है, लेकिन डाॅक्टर सादिक अली की चिकित्सा पद्वति और उनका व्यवाहार आने वाले समय में ऊनके लिए अभिशाप बन सकता है। ऐसी डिग्री किस काम की, जिससे मरीजो़ को जिंदगी की जगह मिलती है मौंत। हर मर्ज का ठेका लेने वाले डाॅ.सादिक अली का विवादो से है गहरा नाता।
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