प्रतापगढ़ श्रीराम तिराहे स्थित श्रीराम की दुकान के संस्थापक श्रीराम अग्रवाल का 90वर्ष की अवस्था में हुआ निधन, आज रसूलाबाद में हो रहा है, अंतिम संस्कार...
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कपड़ा जगत के प्रतिष्ठित ब्यवसायी श्रीराम अग्रवाल... |
प्रतापगढ़। शहर में बजाजा रोड और पंजाबी सड़क जहाँ आपस में मिलती है, उसे श्श्रीरीराम तिराहा कहा जाता है। उस स्थान को श्रीराम तिराहा नाम रखने की वजह श्रीराम की दुकान और उसके संस्थापक श्रीराम अग्रवाल जी हैं। नब्बे बंसत देखने वाले श्रीराम अग्रवाल जी का स्वास्थ्य कुछ महीने से खराब था, कल अपने आवास पर उन्होंने सुबह 11 बजे अंतिम सांस ली। श्रीराम अग्रवाल जी के निधन की खबर सुनकर श्रीराम तिराहा से पंजाबी मार्केट की तरफ सब्जी मंडी मोड़ तक की दुकाने खुलने के बाद भी बंद कर दी गई और लोग उनके घर के सामने टेंट के नीचे शोक संतप्त परिवार में शामिल हो गए। काला कांकर रियासत के राजा व विदेश मंत्री दिनेश सिंह के करीबी कहे जाने जाने वाले कपड़ा ब्यवसायी मृदुभाषी श्रीराम अग्रवाल जनपद के प्रतिष्ठित ब्यवसाईयों में से एक रहे।
श्रीरामलीला समिति प्रतापगढ़ के महामंत्री और अध्यक्ष के पद के साथ वो मरते दम तक संरक्एषक के दायित्कवों का निर्वहन करते रहे। श्रीरामलीला समिति की आकस्मिक बैठक समिति कार्यालय गोपाल मंदिर में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य रूप से जिले के प्रतिष्ठित व्यवसाई व रामलीला समिति के संरक्षक समाजसेवी श्रीराम अग्रवाल जी के आकस्मिक निधन पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें उनके दु:खद निधन पर गहरा शोक प्रकट किया गया। रामलीला समिति के संरक्षक रोशनलाल उमरवैश्य ने कहा कि आज जिले की शान रहे चाचाजी एवं रामलीला समिति ने अपना अगुआ खो दिया है, जिसकी पूर्ति नहीं की जा सकती है। चाचाजी के मार्गदर्शन से ही रामलीला समिति इतने बड़े-बड़े आयोजन करती आ रही है। उनके निधन से आज पूरा जिला शोकाकुल हो गया है।
सामाजिक और धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले श्रीराम अग्रवाल की मौत की खबर के बाद उनकी अलग-अलग स्थानों पर शोकसभा की गई। बैठक के बाद सभी लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई और शोकाकुल परिवार के लिए भगवान इस दु:ख की घड़ी में शक्ति प्रदान करें। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में रामलीला समिति के संरक्षक श्याम बाबू खंडेलवाल, सुरेश अग्रवाल, रोशनलाल उमरवैश्य, श्याम शंकर सिंह, लखनलाल बाबा, अध्यक्ष संजय खंडेलवाल, संयोजक दिनेश सिंह दिन्नू, मंत्री विपिन गुप्ता, कोषाध्यक्ष मनीष गुप्ता, अनिल केसरवानी, संतोष कुमार, छेदीलाल, देवानंद, सूरज उमरवैश्य, शैलेंद्र मिश्रा, भोले सिंह, अशोक अग्रवाल आदि सैकड़ों लोगों ने शोक व्यक्त किया। दिन भर शोक संवेदना जताने के लिए लोग आते रहे। उनके पार्थिव शरीर को घर के बाहर जनता दर्शन के लिए रखा गया था, जिसे सुबह रसूलाबाद गंगा घाट पर अंतेष्टि के लिए ले जाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए शहर के सभी वर्ग के लोग शामिल हुए थे।
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