Breaking News

Post Top Ad

Your Ad Spot

गुरुवार, 11 मई 2023

जिंदा जले परिवार के 5 लोग: दिव्यांग मां की गोद में था दो माह की मासूम का शव, न बच्चों को बचा पाई न खुद को बचा पाई

कुशीनगर में जिंदा जले परिवार के 5 लोग....

कुशीनगर।उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है।रामकोला थाना क्षेत्र के माघी मठिया गांव में बुधवार दोपहर लगभग दो बजे घर में आग लगने से दिव्यांग मां अपनी चार मासूम बच्चियों के साथ जिंदा जल गई। इसमें सबसे छोटी बच्ची दो माह की है। इस मासूम बच्ची का शव मां की गोद में पाया गया। दिव्यांग होने से न तो मां खुद को बचा पाई और न ही अपनी मासूम बच्चियों को बचा पाई।आग घर के सामने की एक झोपड़ी से उठी थी। डीएम ने चार-चार लाख रुपये आपदा राहत कोष से देने की घोषणा की है। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं हो पाई है।

मिली जानकारी के अनुसार माघी मठिया गांव के दिव्यांग शेर मोहम्मद ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। बुधवार दोपहर शेर मोहम्मद के परिवार के सभी लोग सो रहे थे।तभी शेर मोहम्मद के घर के सामने स्थित नबीहसन की झोपड़ी में आग लग गई।तेज धूप और पछुआ हवा चलने की वजह से आग ने शेर मोहम्मद के घर को अपने चपेट ले लिया।

आग लगने के बाद शेर मोहम्मद के बच्चे पत्नी और बुजुर्ग दादा-दादी पक्के मकान में छिपने चले गए। एक कमरे में शेर मोहम्मद की पत्नी और चारों बेटियां थीं, तो दूसरे में बेटी कुलसुम छिपी थी, लेकिन आग की लपटों ने पक्के मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिस कमरे में पत्नी और बेटियां छिपी थीं,उसमें सामान ज्यादा होने से आग पूरे कमरे में फैल गई,जिससे पांचों एक ही जगह जिंदा जल गईं। दूसरे कमरे में मौजूद शेर मोहम्मद के दादा-दादी और एक बेटी गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जिस समय में घटना घटी उस समय शेर मोहम्मद ऑटो लेकर पडरौना गए थे।घर में आग लगने की जानकारी होते ही शेर मोहम्मद बदहवास हालत में घर पहुंचे।घटना में शेर मोहम्मद की 32 वर्षीय पत्नी फातिमा, छह वर्ष की बेटी रोकई, तीन साल की अमीना, डेढ़ साल की आयशा और दो माह की दुधमुंही खतीजा जिंदा जल गईं। दादा 90 वर्षीय सफीद, 85 वर्षीय दादी मोतीरानी और छह साल की बेटी कुलसुम गंभीर रूप से झुलस गए हैं। आग लगने के बाद लगभग चार घंटे तक माघी मठिया गांव में अफरातफरी मची रही। फायर ब्रिगेड सूचना देने के लगभग दो घंटे बाद पहुंची। डीएम रमेश रंजन, एसपी धवल जायसवाल, एडीएम देवीदयाल वर्मा, एसडीएम सदर महात्मा सिंह, सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।

एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि पुलिस प्रशासन की तरफ से मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। मरने वाली महिला दिव्यांग थी। सभी आग में घिर गईं थीं। इसलिए महिला न खुद बच सकी न बेटियों को बचा पाई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। डीएम रमेश रंजन का कहना था कि आग अज्ञात कारण से लगी है। पीड़ित परिवार को आपदा राहत कोष से मदद दिलाई जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Top Ad

Your Ad Spot

अधिक जानें