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शूटरों ने माना कि उन्हें अतीक और अशरफ को मारकर बनना था,बड़ा माफिया.... |
प्रयागराज। 17 साल की उम्र से खून की नदियां बहाकर बलवान बने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कॉल्विन अस्पताल के बाहर कर दी गई। हत्या के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार पर बड़े सवाल उठ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस बीच बड़ा खुलासा हुआ है। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों प्रयागराज के बाहर के नहीं है बल्कि बाहर के रहने वाले हैं। अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास है। पुलिस इस बात की जांच में जुटी हुई है कि आरोपियों पर पहले कहां-कहां मामले दर्ज हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी बता रहे हैं कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं। कब तक छोटे मोटे शूटर रहेंगे। बड़ा माफिया बनना है। इसलिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया।पर वह यह भूल गये अपराध का अंत होना तो तय होता है। बरहाल पुलिस अभी पूरी तरह से तीनों के बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है। बता दे कि अपराधियों का इतिहास भी कुछ अच्छा नही है कि फिलहाल तीनों के बयानों में विरोधाभास है। तीनों से पूछताछ जारी है।
सूत्रों के अनुसार अभी तक हुई पूछताछ में पता चला है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा जिले का रहने वाला है। अरुण मौर्य हमीरपुर जिले का रहने वाला है और सनी कासगंज जिले का रहने वाला है। यह तीनों शुक्रवार को भी आये थे । पुलिस इनके बयानों को वेरिफाई कर रही है। जांच में एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि तीनों अतीक और अशरफ की हत्या करने के इरादे से ही प्रयागराज आए थे।
इस बीच अतीक और अशरफ की हुई हत्या में अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने हत्यारोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। जैनब फातिमा पति अशरफ और जेठ अतीक अहमद की पुलिस हिरासत में हत्या की एफआईआर दर्ज कराया है। अतीक के वकील एफआईआर की तहरीर शाहगंज थाने लेकर पहुंचे थे, जिसके बाद तीनों हत्यारोपियों सहित दो अज्ञात पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य की टीम अतीक अहमद को लाई थी। राजेश मौर्य ही सबसे सीनियर अफसर थे जो अतीक और अशरफ को लाए थे। हमलावर जिस बाइक Cd 100ss UP 70M7337 से आए थे।वो सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर बताई जा रही है। बाइक 3 जुलाई, 1998 को नगद खरीदी गयी थी। कहीं ये नंबर फर्जी तो नहीं इसकी भी जांच की जाएगी। बाइक कहां से लाई गई, किसकी है ? इसकी जांच जारी है। इसके अलावा कैमरा कहां से लिया, फेक कैमरा है या कहीं से खरीद कर लाया गया था ? इसकी भी जांच की जाएगी। फोरेंसिक टीम के 5 अधिकारी मौके पर हर सबूत जुटा कर मौके से रवाना हुए।
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी में धारा 144 लागू हो गई है और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद गोंडा पुलिस अलर्ट हो गयी है। मिश्रित आबादी में गश्त के साथ चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात है। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर रात दो बजे गाड़ियों से गश्त करते हुए दिखाई दिए। पूरे गोंडा जिले में शांतिपूर्ण हालात हैं। अलीगढ़, मुरादाबाद, बाराबंकी, संभल और लखीमपुर खीरी में पुलिस ने रात को सड़कों पर फ्लैग मार्च किया। आधी रात में सड़कों पर बेहद सख्त चेकिंग अभियान चला।
यह हत्याकांड अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दफनाए जाने के लगभग 12 घंटे के आसपास हुआ है। अतीक और अशरफ की हत्या करने के बाद तीनों हमलावरों ने फौरन सरेंडर कर दिया। पुलिसकर्मियों ने तीनों को गिरफ्तार किया। मौके से तीन हथियार और कारतूस मिले हैं। हमलावरों के पास से एक कैमरा, एक माइक आईडी भी बरामद हुई है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से यूपी में हाई अलर्ट जारी है।संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस का प्रयास है कि किसी भी तरह से माहौल न बिगड़ने दिया जाए।
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