जनपद प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य विभाग में अनगिनत कमियों को 7 बिंदुओं पर ज्ञापन देकर उच्च स्तरीय जाँच की माँग कर स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्ट अफसरों की उड़ा दी,नींद
जिला प्रशासन के न चाहते हुए भी दृढ इच्छाशक्ति के मजबूत सपा नेता ने दिया ज्ञापन...
चिकित्सक नियमित रूप से ओपीडी में नहीं बैठते हैं। रात में भ्रमण पर भी नहीं आते। समाजवादी पार्टी के नेता आशुतोष पांडे ने यह भी बताया कि चिकित्सा विभाग के अधिकारी मोबाइल पर लोगों से बात भी नहीं करते और उनकी समस्याओं का समाधान भी नहीं करते हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के नेता श्री पांडेय की शिकायतों को संज्ञान में लेकर संबंधित की जांच कराने और कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।
(1)- केंद्र व प्रदेश सरकार के बजट पर स्वास्थ्य महकमा के भ्रष्ट अधिकारी बंदरबांट करने में जुटे हैं। उदाहरण के तौर पर CHC व PHC में रंगाई व पुताई के करोड़ों रूपये बिना कार्य कराये ही भुगतान कर लिया गया है।
(2)- राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय के प्रिंसिपल व CMS के गैर जिम्मेदाराना कार्य से भर्ती मरीजों को देखने के लिए रात्रि में चिकित्सक नहीं आते हैं। सुबह देखने की बात करते हैं। इस दशा में मरीजों की जान भी जा सकती है।
(3)- मेडिकल कालेज में तैनात चिकित्सकों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस बिना रोक टोक की जा रही है। जिसकी जानकारी प्रिंसिपल, CMO व CMS को रहती है, फिर भी कोई कार्यवाई नहीं की जाती है।
(4)- मेडिकल कालेज के बाहर मरीजों को जाँच के लिए भेजा जाता है। कई जाँच केंद्र बिना रजिस्ट्रेशन के ही संचालित है। CMO दफ्तर में रिश्वत देकर बिना रजिस्ट्रेशन के ही एक्स-रे व सोनोग्राफी सेंटर संचालित है। बिना चिकित्सक के ही टेक्नीशियन के सहारे जाँच सेंटर संचालित है।
(5)- जनपद में ऐसे भी नर्सिंग होम व प्राइवेट अस्पताल संचालित हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन CMO दफ्तर में नहीं है।शिकायत पर CMO दफ्तर से जो टीम जाँच के लिए जाती है, वह अपनी जेब गर्म वापस लौट आती है।
(6)- गरुड़ कम्पनी के द्वारा जनपद प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य विभाग में जितनी नियुक्तियां हुई हैं, उसमें बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। उच्च स्तरीय जाँच कराया जाना उचित होगा।
(7)- डॉ सोनेलाल पटेल मेडिकल कालेज व राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में जितने सामानों को खरीदा गया, उसमें जमकर कमीशनखोरी की गई है, उक्त के सम्बन्ध में जाँच कराया जाना नितांत आवश्यक है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें