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सोमवार, 10 अप्रैल 2023

प्रयागराज शूटआउट: माफिया डॉन अतीक के बेटे असद और शूटरों को शरण देने वाले तीन आरोपी समेत चार गिरफ्तार

दिल्ली में 15 दिनों तक शूटरों के साथ रुका था,असद अहमद...

प्रयागराज। देश का बहुचर्चित प्रयागराज में दिनदहाड़े फ़िल्मी अंदाज में अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी, जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह, माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा असद अहमद शूटर गुलाम के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाके संगम विहार में 15 दिन रुके थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असद अहमद और शूटर गुलाम को शरण देने वाले तीन आरोपी और एक अवैध हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। स्पेशल सेल की कई टीमें असद की तलाश के लिए दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में छापेमारी कर रही हैं। 


बरहाल दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन जारी है। सवाल यह भी खड़ा होता है कि देश का बहुचर्तित उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी दिल्ली में आकर बेखौफ और आराम से रहे, लेकिन दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक नहीं लगी। दिल्ली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक स्पेशल सेल ने साल 2022 में दर्ज आर्म्स एक्ट के मामले में अवैध हथियार तस्कर अवतार सिंह को गिरफ्तार किया था। उसने बताया था कि उसने 10 हथियार खालिद और जीशान को सप्लाई किए थे। इसके बाद स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने शेख सराय इलाके से जीशान और खालिद को 28 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। इनके पास से दो हथियार और काफी कारतूस बरामद किए गए थे। इन आरोपियों ने सख्ताई से पूछताछ में बताया कि इन्होंने यूपी के प्रयागराज में अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद और शूटर गुलाम को शरण दी थी।


इसके बाद स्पेशल सेल ने जावेद को 31 मार्च को गिरफ्तार कर लिया। स्पेशल सेल ने तीनों मददगारों को एक सप्ताह के पुलिस रिमांड पर लिया। आरोपियों ने बताया कि असद के कहने पर खालिद पैसे लेने मेरठ में रहने वाले अखलाक के पास गया था। अखलाक ने उसे डेढ़ लाख रुपये दिए थे। खालिद ने ये रकम लाकर असद को दे दी थी। जीशान, खालिद और जावेद टैक्सी चालक हैं ओला व अन्य कंपनियों के कैब चलाते हैं। इन्होंने बताया कि ये दोनों संगम विहार में 15 दिन रहे थे। अखलाक, अतीक अहमद का रिश्तेदार है। उसे यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। योगी बाबा की पुलिस लाख दावे कर ले, परन्तु अधिवक्ता उमेश पाल के शूटरों तक वह अभी भी नहीं पहुँच सकी है। सिर्फ शूटरों के मददगारों को गिरफ्त में लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है। इस बात से यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस की दर्जनों टीमें सिर्फ खाक छान रही हैं  


अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद की दो भांजियों को भी आरोपी बनाया गया। इनमें से एक का नाम उंजिला बानो है। ये दोनों अतीक की बहन आयशा नूरी की बेटी हैं। इन सभी पर माफिया अतीक के गुर्गे बमबाज गुड्डू मुस्लिम की मदद का आरोप है। पुलिस अब माफिया अतीक की बहन आयशा नूरी के अलावा उनकी दो बेटियों की भी तलाश में जुटी है। आयशा नूरी के पति अखलाक को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। खबर है कि अतीक की बहन आयशा नूरी और उसकी दो बेटियों के ऊपर पुलिस जल्द ही इनाम घोषित कर सकती है। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि अतीक की बहन आयशा नूरी मेरठ की रहने वाली है। सबसे बड़ा सवाल है कि यूपी पुलिस अधिवक्ता उमेश पाल के शूटरों के मददगारों तक तो पहुँच गई, परन्तु असल कातिलों तक अभी भी नहीं पहुँच सकी है। यहाँ तक कि अतीक अहमद की बेगम जो अपने वकील के जरिये अदालतों में मुकदमें दायर कर रही है, उसे भी पुलिस नहीं पकड़ सकी है      


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