जानें क्या है,अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द होने का मामला...आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला की साल-2019में भी चली गई थी,विधायकी...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की स्वार विधानसभा और मिर्जापुर जिले की छानबे विधानसभा सीट पर उपचुनाव का विगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व अपनी विधायकी गंवाने वाले मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द किए जाने की वजह से स्वार सीट खाली हुई थी। दोनों ही सीटों पर 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतगणना होगी।
बता दें कि अब्दुल्ला आजम को मुरादाबाद की कोर्ट ने बीते साल 13 फरवरी को 15 साल पुराने मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। 29 जनवरी, 2008 को छजलैट पुलिस ने मोहम्मद आजम खान की कार को चेकिंग के लिए रोका था, आजम की कार रोके जाने पर उनके समर्थक भड़क गए थे और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। इस हंगामे में अब्दुल्ला समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने इस मामले में हंगामा करने वाले सभी लोगों पर सरकारी काम में बाधा डालने और भीड़ को उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया था। इस मामले में कोर्ट ने आजम खान के साथ अब्दुल्ला आजम को भी दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से 15 फरवरी को अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द किए जाने संबंधी आदेश जारी किया गया था। अब्दुल्ला साल- 2017 के विधानसभा चुनाव में रामपुर जिले की स्वार सीट से निर्वाचित हुए थे।
अब्दुल्ला आजम शायद पहले ऐसे राजनेता हैं,जिनकी विधायकी तीन साल के अंदर दो बार निरस्त हुई।अब्दुल्ला आजम 2017 के विधानसभा चुनाव में स्वार सीट पर जीत दर्ज की थी। अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने हाईकोर्ट में चुनावी याचिका दायर कर चुनौती दी थी। आरोप था कि चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते समय अब्दुल्ला की उम्र 25 साल से कम थी। हाईकोर्ट ने 16 दिसंबर 2019 को उनकी विधायकी को रद्द कर दिया था। इसके बाद अब्दुल्ला ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट के आदेश को बहाल रखा था।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की छानबे सुरक्षित सीट है। साल- 2022 में छानबे में कुल 47.29 प्रतिशत वोट पड़े। 2022 में अपना दल (एस) से राहुल प्रकाश कोल ने समाजवादी पार्टी के कीर्ति को 38113 वोटों के से पराजित किया था। विधायक राहुल प्रकाश कोल कैंसर से जंग हार गए। 40 वर्षीय राहुल प्रकाश कोल बीते माह 2 फरवरी को मुंबई स्थित अस्पताल में अंतिम सांस ली, जिससे छानबे सीट खाली है। राहुल प्रकाश कोल के पिता पकौड़ी कोल अपना दल(एस) से सोनभद्र जिले की राबर्ट्सगंज लोकसभा से सांसद हैं।
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