भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टोलरेंस की बात करें तो निकायों से लेकर पंचायतों तक इण्डिया मार्का नल के रिबोर के नाम पर हर साल किये जाते हैं,करोड़ो रूपये के घोटाले...
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इण्डिया मार्का नल के रिबोर के नाम पर हर साल किये जाते हैं,करोड़ो रूपये के घोटाले... |
सूबे में इण्डिया मार्का नल के रिबोर का घोटाले की खबर लगभग हर जिले से मिलती रहती है। ताजा मामला सुल्तानपुर जनपद में देखने को मिला है। सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र के प्रतापपुर कामैचा गांव का है, जहां ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा रिबोर घोटाला कर लिया गया ।सूत्रों की माने तो बिना रिबोर कराएं ही 2800000 रुपए निकाल लिए गए। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि योगी सरकार में इतने बड़े भ्रष्टाचार को कौन बढ़ावा दे रहा है ? मजेदार बात यह है कि अभी तक न तो प्रधान पर और न ही पंचायत सेक्रेटरी पर ही कोई कार्रवाई हुई। सूबे में भले ही योगी जी की सरकार हो और भ्रष्टाचार पर लगातार नकेल कसी जा रही हो, परन्तु सरकार और प्रशासनिक अमले में बैठे लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। केंद्र के मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार के उस दावे की हवा निकल जा रही है, जिसमें भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने का दावा किया जा रहा है।
स्थानीय सूत्रों की माने तो मामले में जांच भी हुई थी जांच में जिले के एक उच्च अधिकारी ने ले देकर मामले को रफा-दफा कर दिया। लेकिन कहा गया है ना कि कागज को कोई नहीं खा सकता। हमसे बात करते हुए स्थानीय सूत्र ने अपने नाम को गोपनीय रखने की बात कही और कहा कि लगभग 2800000 रुपए का बिना रिबोर कराए घोटाला हुआ है और ऐसे में तो ग्राम पंचायत के हर घर में एक नल लग सकता था। जितना रिबोर के नाम पर निकाल लिया गया है। अब ऐसे में इस मामले में जिले के उच्च अधिकारी क्या करते हैं, यह देखने वाली बात होगी। ग्राम प्रधान किरण दुबे पत्नी संतोष दुबे एवं पंचायत सचिव नीरज सिंह इस बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। हालांकि सूत्रों की माने तो नीरज सिंह का तबादला जयसिंहपुर विकासखंड कर दिया गया, लेकिन तबादले से कार्रवाई नहीं होती। इतने बड़े घोटाले पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे पंचायत सचिवों एवं प्रधान के ऊपर एवं प्रधान। हालांकि विभागीय सांठगांठ के चलते पंचायत सचिव नीरज सिंह का फिर तबादला प्रतापपुर कामैचा विकासखंड में कर दिया गया है। इससे जिले के उच्च अधिकारी बेखबर है। वहीं डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और जांचकर प्रधान और सचिव पर कठोर कार्रवाई की जाएगा।
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