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बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

प्रतापगढ़ सदर और विश्वनाथगंज विधानसभा सीट से एक उम्मीदवार की दावेदारी हुई कम, अमरपाल मौर्य के दबाव से प्रतापगढ़ हुआ मुक्त

भाजपा नेता और ऊंचाहार से भाजपा उम्मीदवार अमरपाल मौर्य अभी हाल ही के धनपशुओं में से एक हैं,जो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के रिश्तेदार हैं...

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के रिश्तेदार हैं,अमरपाल मौर्य...

 इस बार ऊंचाहार विधानसभा में क्षेत्र वासियों की निगाहें लोकल फार वोकल भाजपा प्रत्याशी खोजने पर टिकी हुई थी। प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद जहां अटकलों पर विराम लग गया। वहीं अब सपा और बसपा की आमने-सामने की टक्कर मानी जाने लगी है। काफी पशोपेश के बाद भारतीय जनता पार्टी ने ऊंचाहार विधानसभा से प्रदेश के भाजपा महामंत्री अमरपाल मौर्य को प्रत्याशी के रूप में उतारा है। मंगलवार की देर शाम भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही क्षेत्र में अटकलों के बाजार पर विराम लग गया, परन्तु लोगों में निराशा की लहर दौड़ गई। समर्थकों का अनुमान था कि ऊंचाहार विधानसभा से क्षेत्र का कद्दावर नेता मैदान में उतरेगा। 

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य...

विधानसभा चुनाव-2022 के चुनावी मैदान में भाजपा प्रत्याशी के रूप में जहां कुंवर अजय पाल सिंह का नाम सरगर्मियों के साथ में ले रहे थे। वहीं पहली बार विधानसभा में कमल खिलने की लोगों मे आस जगी थी, जो मंगलवार की देर शाम सूची को प्रकाशित होने के बाद समाप्त हो गई। क्षेत्र के राजनीतिक पंडित सपा और बसपा के बीच आमने सामने की टक्कर होने का अनुमान लगा रहे हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डॉ मनोज कुमार पांडेय ऊंचाहार विधानसभा से वर्ष- 2012 तथा वर्ष- 2017 में विधायक चुने गए हैं। डॉ मनोज कुमार पांडेय की जनता के बीच में काफी पैठ मानी जाती है। वहीं बसपा उम्मीदवार की बात करें तो अंजली मौर्या के परिवार से दो बार ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीत चुके हैं। 

अमरपाल मौर्य और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य...

हालांकि बसपा प्रत्याशी अंजली मौर्या हाल ही में राजनीति में कदम रखा है। 25 साल की उम्र में वह विधानसभा से इस बार बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही है। फिलहाल ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। वैसे भाजपा के घोषित उम्मीदवार अमरपाल मौर्य प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के रिश्तेदार हैं। वर्ष-2017 से अमरपाल मौर्य प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट से उम्मीदवार होना चाहते थे, परन्तु बात नहीं बनी और वर्ष-2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार उन्हें पुनः निराश होना पड़ा। प्रतापगढ़ के संगम लाल गुप्ता के आगे अमरपाल मौर्य फीके पड़ गए। सदर विधानसभा के उप चुनाव में राजकुमार पाल बाजी मार ले गए। अमरपाल मौर्य को केशव प्रसाद मौर्य को संगठन में प्रदेश महामंत्री बनवा दिया। 


विधानसभा-2022 की अधिसूचना जारी होने से पहले अमरपाल मौर्य प्रतापगढ़ में पोस्टर ब्वाय बनकर उभरे। शहर भर में जितनी होर्डिंग्स लगी, सभी में अमरपाल मौर्य की तस्वीर अलग थी। इस बार अमरपाल मौर्य सदर विधानसभा अथवा विश्वनाथगंज विधानसभा से अपनी उम्मीदवारी पक्की मान रहे थे, परन्तु उन्हें ऊंचाहार से भाजपा ने टिकट देकर एक तरह से शहीद कर दिया है। आगे उनकी किस्मत। यदि अमरपाल मौर्य को चुनाव में सफलता मिल गई तो वह भी माननीय बनकर अपने ब्लैकमनी को व्हाईटमनी बनाने का प्रयास करेंगे। साथ ही पाँच वर्ष दोनों हाथों से लूटने का कार्य करेंगे ताकि उनकी सात पुश्त ऐसोआराम की जिन्दगी जी सकें। आधुनिक राजनीति के क्षेत्र में अमरपाल मौर्य जैसे लोग की ही जरुरत है   


भाजपा नेता और ऊंचाहार से भाजपा उम्मीदवार अमरपाल मौर्य अभी हाल ही के धनपशुओं में से एक हैं। अमरपाल मौर्य का परिवार सामान्य परिवार में आता रहा, परन्तु अचानक उनके पास धन कुबेर का खजाना कहाँ से प्राप्त हुआ यह एक पहेली बनी हुई है। स्थानीय लोगों का मानना है कि अमरपाल मौर्य जब से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के नजदीकी हुए हैं, तब से वह भी धनपशुओं की श्रेणी में शामिल हुए हैं। पहले तो वह भी साइकिल पर खांची में सब्जी बेंचा करते थे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का काम देखने वाला यदि चंद दिनों में करोड़पति बन जाता है तो समझ लीजिये कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य इन पाँच सालों में कितना धन अर्जित किये होंगे ? अमरपाल मौर्य समाज को दिखाने के लिए एक भात के आयोजन में करोड़ों रूपये खर्च किये थे, ताकि लोग उनकी साख और वजूद को जान सके।  


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