जनपद प्रतापगढ़ के 244-रामपुरखास विधानसभा में कल दिनभर रामपुर खास के गाँवों में मतदाताओं के बीच घूमकर उनके मन के अंदर मतदान से पहले उनकी भावनाओं को जानने का किया,प्रयास...!!!
विधानसभा रामपुरखास में भाजपा और कांग्रेस में है,कड़ा मुकाबला...
रामपुरखास विधानसभा में इस बार कांग्रेस के अभेद दुर्ग में भाजपा उम्मीदवार ने सेंधमारी कर ली है। बहुत ही दिलचस्प लड़ाई है। सीधी टक्कर कांग्रेस उम्मीदवार अराधना मिश्रा "मोना" और भाजपा उम्मीदवार नागेश प्रताप सिंह उर्फ छोटे सरकार के बीच हो रहा है। सपा ने कांग्रेस उम्मीदवार मोना को जिताने के लिए उनके प्रेम में वाक ओवर दिया है। जिला पंचायत के बोर्ड में 12 जिला पंचायत सदस्य को जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कराकर बोर्ड बनवाया। इसलिये जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भी रामपुरखास में कांग्रेस उम्मीदवार मोना के सामने वाकओवर देकर उन्हें भाजपा उम्मीदवार छोटे सरकार से राह आसान करने की पहल की है।
मजेदार बात यह है कि बसपा, आम आदमी पार्टी और शिवसेना के उम्मीदवार को भी कांग्रेस के कथित दिग्गज नेता प्रमोद कुमार अपनी इज्जत का जनाजा निकलने से बचाने के लिए अपने पक्ष में डमी उम्मीदवार के रूप में खड़ा किये हैं। कल जमीनी हकीकत देखकर को देकर लगा कि रामपुर खास का अभेद दुर्ग धराशायी हो चुका है। सिर्फ 10 मार्च को घोषण होना बाकी है। जबकि कथित कांग्रेसी दिग्गज नेता प्रमोद कुमार और विधायक अराधना मिश्रा "मोना" के समर्थक और अंधभक्त इस सच्चाई को मानने के लिए तैयार नहीं होंगे। दो राजनीतिक दल अराधना मिश्रा "मोना" के चुनाव आसान करने के लिए अपने-अपने उम्मीदवार उनके सामने नहीं उतारे।
बसपा जैसी पार्टी जिसके लिए सब जानते हैं कि वहाँ टिकट की खरीद फरोख्त किये जाते हैं। इस बार बसपा ने रामपुरखास में जो उम्मीदवार उतारा हैं, वह पट्टी विधानसभा से है और पटेल जाति से है। रामपुरखास विधानसभा का नहीं है। जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में भागीदारी के लिए वह 3 प्रतिशत ब्याज पर रुपये खोज रहा था। अब वही बसपा से विधानसभा का उम्मीदवार है। फिर तो सवाल उठेगा ही कि बसपा उम्मीदवार को फाइनेंस कौन किया और किस लाभ के लिए किया है ? इसी तरह आम आदमी पार्टी और शिवसेना के उम्मीदवार पर क्षेत्र के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये दोनों कांग्रेस के अभेद दुर्ग को दरकने से बचाने के लिए खड़े हुए हैं।
सच बात यह है कि ये दोनों उम्मीदवार कांग्रेस के कथित दिग्गज नेता प्रमोद कुमार और विधायक अराधना मिश्रा "मोना" के खास ब्यक्तियों में से हैं। ये उनके सामने बैठ नहीं सकते। चुनाव में खड़ा होना सिर्फ दिखावा है। डमी उम्मीदवार के तौर पर कार्य करने और चुनावी संसाधन के लाभ पहुँचाने के लिए खड़े हुए हैं। इनके बूथ एजेंट और वाहन पास का उपयोग कांग्रेस उम्मीदवार अराधना मिश्रा मोना के खास आदमी जिनका क्षेत्र में खास प्रभाव रहता है, वह मतदान के दिन सवार होकर घूमेंगे और जिला प्रशासन और निर्वाचन ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को चकमा देकर पोलिंग बूथ पर मतदाताओं के दिलोदिमाग पर मानसिक कैप्चरिंग करेंगे।
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