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मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

प्रतापगढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की तीन जनसभाओं के दौरान भाजपा संगठन में खींचतान हुआ सार्वजनिक, ऐसे में कैसे लगेगी भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य की नैय्या पार

भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल पहले ही अपने माँ कृष्णा पटेल के प्रति स्थिति कर चुकी हैं, स्पष्ट...

248-प्रतापगढ़ विधानसभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जनसभा में उपस्थित भीड़... 

साँप और छछूदर की स्थिति में भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य उर्फ साधू पहुँच चुके हैं। उनके बड़े लड़के आशीष मौर्य उर्फ पिंटू की भी सारी चालाकी विधानसभा चुनाव में भैंस चराने चली गई है। टिकट लेने से लेकर अभी तक के चुनाव प्रचार और जनसभाओं में जिस तरह भाजपा संगठन के पदाधिकारी भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य के साथ छल, कपट और द्वेष से चुनाव प्रचार कर रहे हैं, उससे भाजपा उम्मीदवार और उनके पुत्र आशीष मौर्य उर्फ पिंटू भी अनभिज्ञ नहीं हैं। वशर्ते चुनाव में वह लड़की की शादी की तरह बारातियों की सारी गलतियों को नजरंदाज कर अपना सारा नुकसान सह रहे हैं। प्रतापगढ़ विधानसभा के चुनाव में सबसे मोटा आसामी राजेन्द्र मौर्य ही दिखाई दे रहा है पार्टी में धन कमाने की लालसा वाले पदाधिकारी का एक मात्र उदेश्य है कि भाजपा उम्मीदवार चुनाव चाहे जीते अथवा हारे, परन्तु उनकी जेब इस चुनाव में भरनी चाहिए। चूँकि पाँच साल में ऐसा मौका एक बार मिलता है विधायक बनने के बाद वह फिर तो सुनेगा ही नहीं, बल्कि पाँच साल अपनी तिजोरी भरने का कार्य करेगा

249-पट्टी विधानसभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जनसभा में उपस्थित भीड़... 

भाजपा संगठन की पूरी लती लामड़ी टीम चुनाव प्रचार में भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य के खजाने पर टिकी होती है। सुबह सोकर उठते ही धनार्जन करने वाले लोग दरबार में पहले से खड़े मिलते हैं सबकी निगाहे भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य से धनार्जन करने को होती हैं। इसीलिए रोज उनके चिलबिला स्थित कार्यालय पर आपस में किचकिच होती है। यह सब देख सुनकर उस बकेन भैंस की कहानी याद आ जाती है जो दूध देते-देते एक दिन दूध देने की स्थिति में नहीं होती तो उस भैंस का स्वामी उसके बकेन हो जाने के बाद भी उसके थन से दूध निकालने के लिए प्रतिबंधित इंजेक्शन का प्रयोग करता है और भैंस के न चाहने के बावजूद उसके थन से दूध भैंस का स्वामी निकाल लेता है, ठीक वैसे ही भाजपा संगठन के कुछ खब्बू किस्म के पदाधिकारी भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य से इंजेक्शन लगाकर उनके खजाने से धन निकालने का कार्य कर रहे हैं

244-रामपुरखास विधानसभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जनसभा में उपस्थित भीड़... 

248- प्रतापगढ़ विधानसभा में कांधरपुर क्षेत्र कुर्मी/पटेल/वर्मा बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है और वह निर्णायक मत के रूप में विधानसभा चुनाव में ख्याति प्राप्त कर चुका है। क्योंकि यादव वोटबैंक की तरह कुर्मी/पटेल/वर्मा मत भी एक मुश्त पड़ता है भाजपा और अपना दल एस के गठबंधन से भाजपा के चुनाव चिन्ह पर राजेन्द्र मौर्य उम्मीदवार हैं, परन्तु उनके चुनाव प्रचार में अपना दल एस की सुप्रीमों अनुप्रिया पटेल चुनावी जनसभा करने से मना कर चुकी हैं। अनुप्रिया पटेल अपनी माँ कृष्णा पटेल जो अपना दल कमेरावादी और सपा के गठबंधन से प्रतापगढ़ विधानसभा से उम्मीदवार हैं . उनके सामने वह चुनाव प्रचार नहीं करेंगी और इसीलिये अपनी पार्टी के सिम्बल से उम्मीदावर भी नहीं दिया और अपने खाते की सीट को भाजपा को वापस कर दिया। इस निर्णय के बाद प्रतापगढ़ विधानसभा के कुर्मी/पटेल/वर्मा मतदाता अपना मत कृष्णा पटेल के पक्ष में न कर दें। इस डर से भाजपा अपने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को कुर्मी/पटेल/वर्मा बाहुल्य क्षेत्र में जनसभा के लिए भेजकर उनको साधने का कार्य किया है


भारतीय जनता पार्टी के मंगरौरा मंडल के पदाधिकारी और जिला संगठन के कुछ तोपची और दलाल किस्म के पदाधिकारियों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनावी जनसभा होने से पहले ही कुकुर कटौवल वाली स्थिति बनी तो भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र मौर्य के कुछ शुभचिंतक साथियों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया और किसी तरह भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की जनसभा सम्पन्न हो सकी। अपना दल एस की सुप्रीमों अनुप्रिया पटेल के चुनाव प्रचार न करने से 244- रामपुरखास विधानसभा, 248- प्रतापगढ़ विधानसभा और 249-पट्टी विधानसभा में कुर्मी/पटेल/वर्मा को मनाने और भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए भाजपा शीर्ष नेतृत्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को तीनों विधानसभाओं में एक ही दिन में जनसभा करने के लिए रामपुरखास खास विधानसभा, प्रतापगढ़ विधानसभा और पट्टी विधानसभा में उनका कार्यक्रम लगाकर पिछड़ी जाति के मतदाताओं को साधने का प्रयास किया गया अब देखना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की जनसभा इन तीनों उम्मीदवार के लिए कितनी कारगर सिद्ध होती है...???

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