मुंगराबादशाहपुर सीट पर कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार अजय शंकर दुबे को भाजपा ने बनाया अपना उम्मीदवार, बसपा की वर्तमान विधायक सुषमा पटेल हो चुकी हैं, समाजवादी और मुंगराबादशाहपुर सीट को छोड़ मड़ियाहूं विधानसभा में साइकिल चलाने पहुँच चुकी हैं...
कांग्रेस के हाथ को झटक कर अजय शंकर दुबे भी हो गए भगवाधारी... |
जौनपुर जिले के मुंगराबादशाहपुर विधानसभा सीट पर साल 2017 के ‘मोदी लहर’ में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। बसपा से चुनाव लड़ रहीं सुषमा पटेल ने इस इलाके में भाजपा की कद्दावर नेता सीमा द्विवेदी को हराया था। साल 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई मुंगराबादशाहपुर सीट पर साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में सीमा द्विवेदी ने समाजवादी पार्टी की लहर में जीत दर्ज की थी और मुंगराबादशाहपुर विधानसभा की पहली विधायक बनने का गौरव प्राप्त है। खास बात यह है कि आसपास के जिलों में भाजपा का कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सका। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा की सुषमा पटेल को 69557 वोट मिले थे। भाजपा प्रत्याशी सीमा द्विवेदी को 63637 मत मिले थे। बसपा से उम्मीदवार सुषमा पटेल ने 5920 वोटों से जीत दर्ज की थीं। कांग्रेस प्रत्याशी अजय शंकर दुबे को 59288 मत प्राप्त हुए थे और तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा।
इस सीट पर साल 2022 का चुनाव भी रोचक रहने वाला है। सीमा द्विवेदी को भाजपा ने राज्यसभा सांसद बना दिया है। विधायक सुषमा पटेल अब जहां सपा में शामिल हो चुकी हैं और मड़ियाहूं से लड़ने की तैयारी कर रहीं हैं।कांग्रेस प्रत्याशी रहे अजय शंकर दुबे पिछले वर्ष भाजपा का दामन थाम चुके हैं। साल 2017 के ‘मोदी लहर’ में बसपा के हाथों मुंगरा बादशाहपुर सीट गवांने के बाद से ही भाजपा को जिताऊ प्रत्याशी की तलाश थीं। इसीलिए अजय शंकर दुबे को पार्टी में शामिल कराया गया था। पार्टी द्वारा कराए गए कई सर्वे रिपोर्ट में अजय शंकर दुबे उर्फ अज्जू भैया मतदाताओं की पहली पसंद के साथ ही पार्टी हाईकमान की भी पहली पसंद बने हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक अजय शंकर दूबे को मुंगराबादशाहपुर से प्रत्याशी बनाया गया है। इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। एक दो दिन में सूची जारी होने की संभावना जताई जा रहीं है।
मुंगराबादशाहपुर विधानसभा सीट पर ब्राह्मण वोटरों का वर्चस्व है। एक आंकड़े के मुताबिक 3.55 लाख मतदाताओं वाली इस सीट पर ब्राह्मण वोट करीब 80 हजार हैं। पटेल 60 हजार, यादव 40 हजार हैं। अनुसूचित जाति का वोटर करीब 65 हजार है। क्षत्रिय 30, वैश्य 26 हजार और मुस्लिम वोटर 20 हजार है। सबसे अधिक ब्राह्मण वोटरों के कारण इस बार सीमा द्विवेदी के बाद अजय शंकर दुबे पर भारतीय जनता पार्टी ने दांव लगाया है। अजय शंकर दुबे की क्षेत्र में अच्छी छवि भी है और प्रभाव भी है। बसपा से विधायक निर्वाचित होने वाली वर्तमान विधायक सुषमा पटेल को बसपा से मोहभंग हो गया तो वह हाथी की सवारी को छोड़ अखिलेश यादव की साइकिल पर सवार हो गई और मुंगरा बादशाहपुर सीट को छोड़कर मड़ियाहूं सीट से चुनाव लड़ने चली गई हैं। इसलिए भाजपा उम्मीदवार अजय शंकर दुबे के लिए मुंगरा बादशाहपुर सीट अधिक सुरक्षित हो चुकी है और वह चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर चुनाव जीतने की स्थिति में हैं।
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