मेडिकल कालेज महिला विंग अस्पताल के स्टाफ द्वारा शहर भर में कुकरमुत्ते सरीखे खुले प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम में भेजे जाते हैं,मरीज और लिए जाते हैं, कमीशन...
प्रतापगढ़ के मेडिकल कालेज की महिला विंग अस्पताल... |
प्रतापगढ़ जिले में स्थित मेडिकल कालेज की महिला अस्पताल का जहां पर प्रसव कराने के नाम पर नर्सों द्वारा चंदा पैसों की खातिर घटिया काम किया जाता है। इस तरह का एक नेटवर्क जिला महिला अस्पताल में चलता है जहां प्रतिदिन किसी न किसी प्रसूता महिलाओं के साथ इस तरह का वैड वर्क होता है। इसी तरह का एक वाकया शनिवार की रात 11 बजे जिला महिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में देखने को मिला। बता दें कि पृथ्वीगंज चौकी में तैनात एक सिपाही की पत्नी शशिकला को प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचा। जहां चिकित्सक सुमित पाण्डेय व डा. प्रियंका ने बताया कि घबराने की कोई बात नहीं है, नार्मल डिलेबरी हो जायेगी। जरूरत पड़ने पर सारी सुविधाएं उपलब्ध है चिंता करने की बात नहीं है। जैसे ही डाक्टर यह बता कर वहां से जाते है तो वार्ड में तैनात नर्स अंजुला जानकी, आया पुष्पा, स्वीपर साफिया प्रसूता को डराने का काम करती है। वह कहती है कि बच्चे का वजन ज्यादा है, यह नार्मल डिलेवरी नहीं हो सकती, कहीं बच्चा फंस गया तो क्या होगा, डाक्टर क्या जाने हम लोग बच्चा पैदा कराने का काम करती है।
कुछ देर बाद जब प्रसूता को दर्द होने लगा तो वहां तैनात उक्त लोग मामला सीरियस होने को बताकर इतना डरा दिये कि तीमारदार को आधी रात में एक निजी चिकित्सालय में ले जाना पड़ा और जहां पर प्रसूता को नार्मल डिलेवरी हुई। यह सब वाकया राष्ट्रीय सहारा की टीम द्वारा कवर किया जाता रहा। जिसके बाद उक्त आरक्षी ने कहा कि इन नर्सों द्वारा कितना घटिया काम किया जाता है मैं इसकी शिकायत जरूर डीएम व उच्चाधिकारियों से करूंगा। यही नहीं वहां की कुछ आशाओं ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि यहां तैनात अंजुला नर्स इसी तरह का बर्ताव सभी मरीजों के साथ करके प्रसूताओं को प्राईवेट नर्सिंगहोमों में डिलेवरी कराने का काम करती है। जिसके पीछे इसका पूरा नेटवर्क काम करता है। क्या कहती है महिला सीएमएस : इस बारे में महिला सीएमएस डा. रीना प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रसव पीड़िता के साथ हुई घटना की जानकारी हमें है। जांच करके सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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