बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के कभी शागिर्द रहे गुलशन यादव भूल गए अपने पुराने दिन, जिसके दम पर राजनीति का ककहरा सीखे और हैसियतदार बने, आज अति महत्वाकांक्षा के वशीभूत होकर राजा भैया पर प्रतिक्रिया करते समय लांघी शब्दों की मर्यादा...
विधानसभा चुनाव-2022 के चुनाव में कुंडा विधानसभा से सपा ने अपना गुलशन यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। इनके छोटे भाई छविनाथ यादव सपा के जिलाध्यक्ष है,जो एक दलित उत्पीड़न के मामले में जेल में निरुद्ध है। सपा प्रत्याशी गुलशन यादव चुनाव प्रचार के दौरान एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कुंडा विधायक के बारे में जिन शब्दो का प्रयोग कर रहे हैं, वह भाषा मर्यादित नहीं कही जा सकती। भाषण में वह अपने बारे में व समाज के लिए किए गए कार्यो के बारे में तथा अवसर मिलने पर कुंडा क्षेत्र में कौन सा कार्य करायेगे, इस संबंध में कोई जानकारी नही दे रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन यादव का भाषण केवल दूसरे प्रत्याशी को बुरा भला कहने पर केंद्रित है। जबकि इस बात से कुंडा ही नहीं बल्कि पूरा जनपद जानता है कि वह आज जो कुछ भी है, वह जिसे बुरा भला कह रहे हैं, उनकी ही बदौलत से अर्जित किये हैं। क्या एक प्रत्याशी को इस तरह से सार्वजनिक तौर पर मंच से भाषण देना चाहिए ? उनके इस कृत्य से समाज में क्या असर पड़ेगा, इसका ज्ञान शायद उन्हें नहीं है ? चुनाव आयोग को इस तरह की भाषणबाजी करने वालो को पाबंद करना चाहिए। क्योंकि इससे समाज में हिंसा फैल सकती है। एक दूसरे के समर्थक आमने-सामने हो सकते हैं...!!!
क्या गलत कह इसमें सब सही कह
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