दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चल रहा है,कैदी का इलाज...
केन्द्रीय कारागार तिहाड़, नई दिल्ली... |
तिहाड़ जेल में एक कैदी ने पकड़े जाने के डर से मोबाइल ही निगल लिया। ऐसा तब हुआ जब जेल स्टाफ कैदियों की चेकिंग कर रहा था। चेकिंग के उद्देश्य कैदियों द्वारा अवैध तरह से इस्तेमाल किये जा रहे मोबाइल फोन की रिकवरी था। जेल सूत्रों के अनुसार ये घटना 5 जनवरी की है। जब स्टाफ चेकिंग करते हुए जेल नंबर एक में पहुंचा तो एक कैदी को संदिग्ध अवस्था में पाया। इससे पहले के स्टाफ कुछ समझ पाता कैदी ने मोबाइल निगल लिया।थोड़ी देर में उसकी हालत बिगड़ने लगी। उसे तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई है। फिलहाल कैदी का उपचार दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत में सुधार है।लेकिन मोबाइल फोन उसके शरीर के अंदर ही है। सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर प्रयास कर रहे हैं कि फोन को सर्जरी के बगैर ही बाहर निकाला जा सके, लेकिन ऐसा नहीं होता है तो फिर ऑपरेशन करना पड़ सकता है।
कई अन्य कैदियों ने खुद को किया घायल...
मिली जानकारी के मुताबिक तिहाड़ जेल नंबर तीन के पांच बंदियों ने बैरक पर अपना सिर पटककर खुद को घायल कर लिया। सीसीटीवी कैमरे में इस घटना को देखने के बाद जेल कर्मियों ने जाकर कैदियों की जान बचाई।जेल प्रशासन का कहना है कि जेल में आए दिन एक-दूसरे पर हमला करने को लेकर कैदियों पर सख्ती बरती जा रही है। इससे परेशान होकर बंदियों ने खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की। सभी का जेल अस्पताल में इलाज कराया गया। जेल महानिदेशक ने जानकारी दी कि बंदियों ने खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की है। वहीं जेल अधिकारियों को कहना है कि यह घटना मंगलवार की है। जेल नंबर तीन में बंद 5 कैदी अचानक हंगामा करने लगे।वह अपने सिर को बैरक में लगी लोहे की रॉड पर पटकने लगे। जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैदियों की यह हरकत देख जेलकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे पांचों को बाहर निकाला।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें