जिस दल ने सत्ता की कुर्सी प्रदान की, नाम दिया और पहचान दिया आज वही अपना दल एस और भाजपा सत्तालोलुप और स्वार्थी डॉ आर के वर्मा के नजर में हो गया, बुरा दल
सपा की टोपी पहनकर भूख हड़ताल में हुए शामिल,विधायक डॉक्टर आर के वर्मा... |
सत्ता पक्ष के बागी विधायक डॉ आर के वर्मा सपा की टोपी पहनकर भूख हड़ताल पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में हुए शामिल। गुरुवार की दोपहर राजधानी में 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाला के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के समर्थन में शामिल हुए सत्ता पक्ष के प्रतापगढ़ जनपद के विश्वनाथगंज विधानसभा के बागी विधायक डॉक्टर आर के वर्मा। शिक्षक भर्ती आरक्षण महा घोटाला राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की और ओबीसी का 27 प्रतिशत एवं एससी का 21 प्रतिशत आरक्षण लागू करें। विश्वनाथगंज विधायक डॉक्टर आर के वर्मा शिक्षक भर्ती आरक्षण महा घोटाले में अनवरत भूख हड़ताल कर रहे अभ्यर्थियों के साथ की सरकार से मांग।
धरने पर बैठे विधायक के साथ अभ्यर्थियों ने कहा कि सूबे की सरकार एनआईसी का हवाला देकर शिक्षक भर्ती की मूल चयन सूची छिपा रही है और कहा की भाजपा के दलित पिछड़ों वर्ग के नेता सोते रहे हम अभ्यर्थी जान गवाते हैं ऐसे नेताओं का मुंह काला करना चाहिए। 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण महाघोटाला में अनवरत भूख हड़ताल कई माह से चल रहा है जिस पर सूबे की सरकार की नजर भी नहीं पड़ रही है जहां एक तरफ देश में सर्वाधिक दिनों तक आंदोलन कर रहे किसानों को खालिस्तानी ,पाकिस्तानी, आतंकवादी गुंडे माफिया तरह तरह के शब्दों से सुबे की सरकार के मुखिया व सत्ता पक्ष के नेता मंत्री अपने बयान बाजी में कहा करते थे और अंत में उन्हीं किसानों के आगे नतमस्तक होना पड़ा, आखिर क्या 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण महा घोटाला में सूबे की सरकार नजर फेरेगी या इन पर लाठी चार्ज कर आवाज को बंद कर देगी धन्य है सूबे की सरकार कहीं घोटाला तो कहीं भ्रष्टाचार, इसी पर सोच ईमानदार काम दमदार का ढिंढोरा भाजपा सरकार पीट रही है।
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