सपा शासनकाल में विशेष रूप से मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के संरक्षण में प्रयागराज में अतीक अहमद और पूर्वांचल में मुख़्तार अंसारी, उमाकांत यादव, रमाकांत यादव, वाराणसी में बृजेश सिंह, जौनपुर में धनंजय सिंह, मुन्ना बजरंगी, सुल्तानपुर में सोनू व मोनू, फैजाबाद में अभय सिंह, गोरखपुर में हरि शंकर तिवारी, रायबरेली में अखिलेश सिंह, प्रतापगढ़ में रघुराज प्रताप सिंह "राजा भईया" और भदोही में विजय मिश्र जैसे माफियाओं का बोलबाला रहा। इसलिए मुलायम सिंह यादव को माफियाओं के जनक कहा जाए तो अनुचित न होगा...
माफिया अतीक की अवैध सम्पत्ति पर कड़ी कार्रवाई की हो गई शुरुवात... |
माफियाओं की खाली कराई गई जमीन पर फ्लैट बनवाकर उत्तर प्रदेश सरकार जनता से किये गए वादों को पूरा करने जा रही है। इसकी शुरुआत संगम नगरी प्रयागराज से हो रही है। 26 दिसम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की खाली कराई गई जमीन पर भूमि पूजन करेंगे। केबिनेट मंत्री सिद्दार्थनाथ सिंह प्रशानिक अधिकारियों के साथ उस जमीन का निरीक्षण करने पहुंचे, जहाँ सीएम भूमि पूजन करेंगे। यहां गरीबो के लिए 75 फ्लैट बनाने की योजना है। वहीं आम जनता भी इससे काफी खुश है कि इसकी शरुवात संगम नगरी की पावन भूमि के शहर प्रयागराज से हो रही है। अब गरीबों को भी घर मिलेगा और भय मुक्त समाज बनेगा। यह सच है कि सपा शासनकाल में विशेष रूप से मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के संरक्षण में प्रयागराज में अतीक अहमद और पूरे पूर्वांचल में माफियाओं का बोलबाला रहा। मुलायम सिंह यादव को माफियाओं के जनक कहा जाए तो अनुचित न होगा। सच यह भी है योगी राज में बुलडोजर का मुंह मुख़्तार अंसारी और अतीक अहमद पर ही केन्द्रित रहा। अन्य माफिया आज भी मौज कर रहे हैं। उन पर कब कार्यवाही होगी यह कह पाना बहुत ही मुश्किल होगा।
कैबिनेट मंत्री सिद्दार्थनाथ के मुताबिक शहर पश्चिमी में सपा के समय कब्जा करने का दौर चला था। सबसे पहले अपने प्रभाव में सरकार की नजूल जमीन पर अतीक अहमद जैसे माफियाओं द्वारा कब्जा कर लेते थे। एक षड्यंत्र के तहत बाद में पूरे क्षेत्र में आतंक फैलाया जाता था, ताकि वहाँ रहने वाले लोग उस आतंक के भय से अपना आशियाना छोड़कर भाग जाएं और उसे भी माफिया लोग सस्से से सस्ते दामों में लिखा लें। सूबे में जब से मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ जी आए हैं, तब से लगातार माफियाओं की बेनामी संपत्तियों पर अपना बुलडोजर चलवाने में संकोच नहीं कर रहे हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी ने सरकारी जमीनों पर से माफियाओं को कब्जे से बेदखल करके उसे वापस लिया है। जरूरत और सुविधानुसार उसके ऊपर बुलडोजर चलावाया है। हालांकि इस बात से विपक्ष संतुष्ट नहीं है। विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी अपने विरोधी मुख़्तार अंसारी के खिलाफ बदले की भावना से कार्यवाही की है। ठीक उसी तरह प्रयागराज में अतीक अहमद पर भी कार्यवाही करके वोटबैंक के मद्देनजर यह सब कर रही है। जबकि सूबे में हर जिले में अतीक अहमद और मुख़्तार अंसारी जैसे माफिया हैं, उन पर योगी जी मौन हैं।
प्रयागराज में एक समय था कि अतीक अहमद की तूती बोलती थी। वह जिस सम्पत्ति पर अपना हाथ रख देते थे वह सम्पत्ति खाली हो जाती थे, चाहे वह सरकारी भूमि होती थी या किसी की ब्यक्तिगत। किसी में इतनी हिम्मत नहीं होती थी कि वह अतीक अहमद की बात को दरकिनार कर सके। परन्तु भाजपा की सरकार आते ही अतीक अहमद बकरी बन गए। उनके गुंडे पलायन कर गए। शूटरों की बात करें तो वह पता नहीं किस बिल में घुस गए हैं कि निकल ही नहीं पा रहे हैं। 26 दिसम्बर, 2021 को प्रस्ताव दिया है कि शहर पश्चिमी लूकरगंज में जो नजूल की जमीन थी, जिसको अतीक एंड कंपनी ने कब्जा किया था। वहां पर भूमि पूजा कर उसे 75 गरीब लोगों के लिए आशियाना बनाकर योगी सरकार अपना वादा पूरा करने जा रही है। पहले भूमि पूजन होगा और उसके बाद गरीबों के आवास के लिए शिलान्यास होगा। कैबिनेट मंत्री सिद्दार्थनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जो कहा, वह पूरा किया। वहीं इस बात की खबर पाकर स्थानीय लोग भी बेहद खुश हैं। अब उनको भी उम्मीद जगी है कि उनका भी एक घर होगा। इसे सरकार की अच्छी पहल बता रहे है।
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