देश की सबसे बड़ी जाँच एजेंसी से देश की जनता अपनी उलझे प्रकरण की जाँच कराना चाहती है,जबकि हकीकत यह है कि सीबीआई भी पुलिस की प्राथमिक जाँच को आधार मानकर अंत में उसे ही कर देती है,फाइनल
फिर से गोरखपुर के होटल कृष्णा पहुँची सीबीआई की टीम... |
गोरखपुर। कानपुर के व्यवसाई मनीष गुप्ता हत्याकांड मामले में सीबीआई की आठ सदस्यीय टीम ने एक बार फिर गोरखपुर में डेरा डाल दिया है। सीबीआई ने सर्किट हाउस से अपनी पूछताछ को आगे बढ़ाया है। इस टीम में फॉरेंसिक एक्सपर्ट के अलावा मेडिकल स्टाफ भी शामिल है। आईपीएस अफसर के नेतृत्व वाली ये आठ सदस्यीय टीम कानपुर के व्यवसाई मनीष गुप्ता हत्याकांड मामले की जांच करने पहुंची है। मनीष गुप्त हत्याकांड मामले में मनीष गुप्त के गुड़गांव के दोस्त हरदीप और प्रदीप भी गोरखपुर आए हैं और साथ ही गोरखपुर के रहने वाले मनीष गुप्त के दोस्त चंदन सैनी, राणा प्रताप चंद, धनंजय त्रिपाठी को लेकर सीबीआई की टीम रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के होटल कृष्णा पैलेस पहुंची। सीबीआई ने होटल में फिर से सीन को रीक्रिएट किया।
बता दें कि रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र में 27 सितम्बर को पुलिस की दबिश के दौरान कानपुर के व्यवसाई मनीष गुप्त की होटल कृष्णा पैलेस के कमरा नंबर- 512 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस के ऊपर हत्या करने का आरोप लगा था। मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में फिलहाल छह पुलिसकर्मी जेल में हैं। इस मामले में सीबीआई को जांच मिलने के बाद दूसरी बार सीबीआई गोरखपुर पहुंची है।सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान होटल के मालिक, कर्मचारी, मृतक मनीष के दोस्त से गोरखपुर के एनेक्सी भवन में पूछताछ की थी। सीबीआई 11 नवंबर को भी गोरखपुर पहुंची थी और 17 नवंबर तक गोरखपुर में मौजूद थी। सीबीआई 17 नवंबर को आरोपियों की कोर्ट में पेशी कराने के बाद वापस लखनऊ लौट गई थी। सीबीआई ने अभी तक गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज, मानसी हॉस्पिटल, होटल कृष्णा पैलेस, रामगढ़ ताल थाने पर अपनी जांच की थी। इस दौरान सीबीआई ने होटल मालिक, होटल मैनेजर के साथ-साथ मृतक मनीष गुप्त के दोस्तों से भी पूछताछ की थी।
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