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मंगलवार, 28 दिसंबर 2021

व्यापारी पुत्र की हत्या के बाद परिजनों व व्यापारियों ने लगाया प्रतापगढ़-लखनऊ हाई-वे पर जाम, अधिकारियों के आश्वासन पर खत्म हुआ जाम

चार घण्टे भीषण जाम के बाद नकारे एसडीएम लालगंज व सीओ लालगंज सगरा सुन्दरपुर बाजार पहुँचे और चुपचाप उत्तेजित भीड़ की सुनते रहे, खरी खोंटी...


व्यापारी पुत्र की हत्या के बाद आक्रोशित परिजन व व्यापारियों  ने लगाया जाम...

प्रतापगढ़ कोतवाली लालगंज के सगरा सुंदर बाजार बाजार में व्यापारी पुत्र की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों व बाजारवासियों द्वारा मंगलवार को सुबह 7 बजे ही लखनऊ प्रतापगढ़  राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दियालालगंज पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी करते रहे। शासन -प्रशासन से व्यापारी पुत्र के परिवारीजनों को प्रशासनिक मदद के लिए जुटी भीड़ के साथ ही सगरा सुंदरपुर बाजार को व्यापारियों ने बंद कर रखा था इसबीच आने जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा ज्ञात हो कि तीन दिन पहले सगरा सुंदरपुर के व्यापारी मदनलाल केसरवानी का 17 वर्षीय पुत्र अंशु दुकान से घूमने निकला था  और लापता हो गया था, जिसकी सूचना पुलिस को देने के बाद भी पुलिस लगातार लापरवाह बनी रही, जिसका नतीजा यह रहा कि व्यापारी पुत्र कि हत्या कर दी गई 


सोमवार को देर शाम लालगंज के धधुआ गाजन में चाकू से गोदी हुई लाश झाड़ी में मिली नवयुवक की लाश मिलने की बात सुनते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। इसके पूर्व सोमवार को दिन में परिजनों व व्यापारियों ने सगरा बाजार में हाई-वे को जाम लगाकर शासन-प्रशासन से लापता युवक की खोज की गुहार लगाई थी। लेकिन  देर शाम युवक की रक्त रंजित लाश मिलने के बाद लोगों का आक्रोश पुलिस प्रशासन के खिलाफ और भी बढ़ गया। सुबह होते ही मंगलवार को लखनऊ प्रतापगढ़ हाई-वे पर व्यापारियों ने जाम लगा दिया और परिवारीजनों के लिए आर्थिक सहायता, नौकरी तथा शस्त्र लाइसेंस की मांग करने लगे। जाम की सूचना पाकर जनपद के कई थानों की फोर्स जमा हो गई और पहले तो जाम हटाने की कोशिश की, लेकिन परिजनों और व्यापारियों में इतनी उत्तेजना थी कि बिना किसी प्रशासनिक अधिकारी के आये और हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी करने के आश्वासन दिए बिना जाम हटाने को तैयार न थे 


लगभग 4 घंटे के जाम के बाद लालगंज के उप जिलाधिकारी सगरा बाजार पहुंचे और उन्होंने परिजनों तथा ब्यापारियों को आश्वस्त किया कि शासन द्वारा जो भी मांग होगी, उसे पूरा किया जाएगा इस पर परिजनों ने 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी तथा एक शस्त्र लाइसेंस की मांग की जिसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों के आश्वासन पर परिजनों और व्यापारियों ने जाम को हटा दिया। इसबीच व्यापारियों ने अपनी दुकाने भी बन्द रखी दोपहर 11 बजे प्रतापगढ़-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन बहाल हो सका।जाम समाप्त होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की जान में जान आयी इसबीच स्कूल के बच्चे और आने-जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना  पड़ा। जब भी थाने पर कोई पीड़ित किसी ब्यक्ति की गुमशुदगी दर्ज करवाने जाता है तो पुलिस उसे बेइज्जत करती है यदि लड़का है और कम उम्र का है तो इतना कटाक्ष करती है कि परिजन उसे सहन नहीं कर पाते। सारे मामले एक तरह से हैंडिल करने की पुलिस को आदत सी लग चुकी है


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