मुंबई के हाईप्रोफाइल्स ड्रग मामले में नवाब मलिक ने पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस को घेरा
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पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस और NCP नेता नवाब मलिक के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू... |
मुंबई। महाराष्ट्र में ड्रग स्कैंडल को लेकर उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को निशाने पर लिया है। सोमवार 1 नवंबर, 2021 को जारी बयान में नवाब मलिक ने देवेन्द्र फडणवीस पर समीर वानखेड़े को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में ड्रग का पूरा खेल देवेन्द्र फडवीस के संरक्षण में चल रहा है। देवेन्द्र फडवीस का ड्रग स्कैंडल चलाने वालों से क्या कनेक्शन है, इसकी जांच की जानी चाहिए।
एशिया की सबसे बड़ी न्यूज एजेंंसी ANI को जारी बयान में नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े मुंबई शहर में पिछले 14 सालों से विभिन्न विभागों में कार्यरत है। समीर वानखेड़े का तबादला करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का हाथ है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि पब्लिसिटी करके निर्दोष लोगों को फंसाया जाये। इसकी आड़ में मुंबई और गोवा में ड्रग का धंधा चलता रहे। मलिक इतने पर ही नहीं रुके। एक कदम और आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के आशीर्वाद से ही मुंबई में ड्रग का अवैध कारोबार चल रहा है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर किया पलटवार...
नवाब मलिक ने अमृता फडणवीस का ड्रग तस्कर के साथ संबंध होने के आरोप लगाते ही नवाब मलिक पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भड़क उठे। फडणवीस ने कहा कि नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंध है, जिसका प्रमाण वह मीडिया को देंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक द्वारा लगाये गए आरोपों पर देवेन्द्र फडणवीस ने पटलवार तब किया, जब नवाब मलिक ने उनकी पत्नी अमृता फडणवीस का सम्बन्ध ड्रग तस्कर के साथ संबंध होने के आरोप लगाये। आनन-फानन में फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और नवाब मलिक के आरोपों पर सफाई दी। फडणवीस ने कहा कि नवाब मलिक के संबंध अंडरवर्ड से हैं। इसका सबूत मैं दीपावली के बाद मीडिया को दूंगा। साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार को भी सबूत दूंगा। फडणवीस का गुस्सा इतने पर ही शांत नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा कि मैं कांच के घर में नहीं रहता हूं। ईंट का जवाब पत्थर से कैसे दिया जाता है, इसे मैं अच्छी तरह से जानता हूं। फिलहाल मामला चाहे जो हो, परन्तु मुंबई में ड्रग्स का खेल बिना राजनीतिक संरक्षण के संभव नहीं है। यह भी सच है कि महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार और पूर्ववर्ती सरकार में ऐसे कई मंत्री हैं जिनके तालुकात अंडरवर्ड से हैं।
सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो मुंबई में सारे विवाद को शिवसेना पार्टी के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ही डील करते थे, भले ही वह मुख्यमंत्री अथवा किसी संवैधानिक पद पर आसीन नहीं थे, परन्तु अंडरवर्ड से जब भी किसी का विवाद हुआ तो उसका निराकरण बाला साहेब ठाकरे ही कराते रहे। विशेष रूप से वालीवुड के अंदर अंडरवर्ड से कई विवाद को बाला साहेब ठाकरे ने ही निपटवाये थे। बाला साहेब के बाद एनसीपी के संस्थापक शरद पवार भी अंडरवर्ड से तालुकात रखते हैं और वालीवुड के अंदर उत्पन्न विवाद को अब वही निपटाते हैं। मुंबई में अंडरवर्ड से भले सब डरते हैं, परन्तु बाला साहेब ठाकरे कभी नहीं डरे। यही हाल शरद पवार का है। वह भी अंडरवर्ड से कभी नहीं डरे। इसका सीधा सा अर्थ है कि अंडरवर्ड से वही नहीं डरता जिसके अंडरवर्ड से सम्बन्ध होते हैं अथवा वह ब्यक्ति स्वयं अंडरवर्ड से भी बड़ा हो ! इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की इस बात में दम है कि एनसीपी नेता जवाब मलिक के सम्बन्ध अंडरवर्ड से हों ! ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार के सम्बन्ध अंडरवर्ड से हो सकते हैं तो उनकी पार्टी के नेता नवाब मलिक के क्यों नहीं हो सकते...???
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