पीसीएफ, एआर कोऑपरेटिव और खाद की परिवहन/हैंडलिंग का कार्य करने वाले ठेकेदार की मिलीभगत से प्राइवेट दुकानदार जिले में खुलेआम करते हैं, उर्बरक की कालाबाजारी
गोदाम में अवैध डीएपी उर्बरक मिलने के बाद सीज हुई गोदाम... |
जनपद प्रतापगढ़ में पीसीएफ की गोदाम से भंडार नायक संतोष कुमार करोड़ों रूपये की डीएपी उर्बरक को खुले बाजार में बेंचकर फरार हो गया है। उस पर पीसीएफ के जिला प्रबंधक धंनजय तिवारी पहले ही मुकदमा दर्ज करा चुके हैं और विभागीय जाँच अलग से की जा रही है कि आखिर भंडार नायक संतोष कुमार के ऊपर पीसीएफ के किन अधिकारियों का हाथ उसके सिर पर था, जिसके बल पर वह करोड़ों रूपये की डीएपी उर्बरक खुले बाजार में बेंचकर फरार हो गया ? जनपद प्रतापगढ़ में रबी की फसल के लिए किसानों को एक तरफ उर्बरक के लिए कष्ट उठाना पद रहा हैं तो दूसरी तरफ उर्बरक के क्षेत्र में कालाबाजारी करने वाले माफिया के गोदामों से लगातार डीएपी उर्बरक मिल रही है और वह बता नहीं पा रहे हैं कि ये डीएपी उर्बरक वह कहाँ से प्राप्त किये ?
उर्बरक की कालाबाजारी को रोकने के लिए जिलाधिकारी प्रतापगढ़ डॉ नितिन बंसल ने ए आर कोऑपरेटिव सहित पीसीएफ विभाग को सख्त निर्देश दिया है कि जिले में खाद की कालाबाजारी करते कोई दुकानदार पाया जाता है तो उसकी खैर नहीं ! उसके खिलाफ मुकदमा लिखाकर उसे जेल भेजा जाए और उसकी गोदाम को सीज कर दिया जाये। आज चेकिंग अभियान में जाँच के लिए निकली टीम को सगरा सुंदरपुर स्थित संतोष कुमार जयसवाल के फर्म का अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया और निरीक्षण के दौरान गोदाम में अवैध रूप से डीएपी, एसएसपी का भंडार पाया गया। लगभग ढाई सौ बोरी डीएपी उर्बरक अवैध रूप से रखी थी। लगभग 800 से 1000 के बीच में खाली बोरिया भी वहां बरामद हुई हैं। इससे यह प्रतीत हो रहा है कि इनके द्वारा डीएपी पैकिंग का कार्य भी किया जाता है। पुलिस की उपस्थिति में दुकान को सील करते हुए एफआईआर की कार्रवाई की जा रही है।
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