पुलिस द्वारा बीटेक के छात्र का फेंक एन-काउंटर किया जाता है और उसमें भी न्याय पाने के लिए परिवार वालों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है, भारतीय न्याय ब्यवस्था में न्याय पाना नहीं है,आसान
योगी सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई स्टेट्स रिपोर्ट... |
बुलंदशहर सिकंदराबाद जिले में वर्ष- 2002 में पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ में बीटेक के छात्र प्रदीप कुमार को मार डाला था। 19 साल बाद भी इस केस में अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और न्याय मिलने में हुई इतनी देरी पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। योगी सरकार ने इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर कहा है कि इस प्रकरण की सितंबर में हुई प्रारंभिक जांच में नौ पुलिसकर्मियों को इसमें देरी और लापरवाही के लिए जिम्मेदार पाया गया है।
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