सत्ताधारी दल से जुड़कर पूर्व ब्लॉक प्रमुख गौरा राकेश सरोज क्षेत्र में शराब की दुकान का लाइसेंस लेकर उसमें मिलावटी शराब मिलाकर करते हैं, नकली शराब की तस्करी
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सत्ता की आड़ मेंराकेश सरोज पूर्व प्रमुख,गौरा पर शराब की तस्करी करने का हैं,आरोप... |
प्रतापगढ़। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में पुलिस ने मिलावटी शराब के जखीरे के साथ पूर्व ब्लॉक प्रमुख गौरा एवं भाजपा नेता राकेश सरोज को हिरासत में लिया है। पूछताछ के बाद राकेश सरोज को तो छोड़ दिया गया है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राकेश सरोज की मौजूदगी में पुलिस ने मिलावटी शराब बनाने का केमिकल बड़ी मात्रा में पकड़ा है। इस मामले में पूछताछ की जा रही है। भाजपा नेता व विकास खंड गौरा के पूर्व प्रमुख राकेश सरोज के पास शराब की कई लाइसेंसी दुकाने हैं। इन दुकानों पर लंबे समय से मिलावटी शराब बेंचे जाने की जानकारी पुलिस को मिलती रही। पर मामला कभी पकड़ में नही आ सका। पंचायत चुनाव के दौरान भी पुलिस ने प्रतापगढ़ जिले में भारी मात्रा में मिलावटी शराब पकड़ी थी। उस समय भी पुलिस की नजर राकेश सरोज द्वारा संचालित दुकानों पर थी।
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शराब की तस्करी पकड़ने निकली फतनपुर पुलिस... |
सत्ताधारी दल में बने रहकर कुछ छुटभैय्या नेता अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के साथ ही अपना अबैध कारोबार को करने के लिए स्थानीय विधायक और सांसद के पिछलग्गू बनकर अपना कार्य साधने में माहिर होते हैं। गौरा ब्लॉक के प्रमुख राकेश सरोज अखिलेश सरकार में समाजवादी पार्टी के मंत्री शिवाकांत ओझा के खास सिपहसलार में से एक रहे और अखिलेश सरकार जाते ही राकेश सरोज बिना देर किये भाजपाई बन गए। अब राकेश सरोज भाजपा विधायक और सांसद का जयकारा लगाया करते हैं और बदले में अवैध धंधे को शासन व प्रशासन से बचते-बचाते उस कार्य को आबाध रूप से संचालित करते हैं। इस बात में कोई मिलावट नहीं है कि बिना सत्ताधारी दल के संरक्षण और शासन व प्रशासन की कृपा से कोई ब्यक्ति नियम कानून से एक इंच हटकर गलत कार्य नहीं कर सकता। इसीलिए अवैध कार्य करने में विशेषज्ञता हासिल करने वाले अवैध कार्य को करने से पहले राजनीतिक संरक्षण जरूर प्राप्त कर लेते हैं।
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ऐसे होते हैं,सफेदपोश अपराधी... |
जानकारी के मुताविक 29 अक्टूबर, 2021 की देर रात फतनपुर थाना क्षेत्र के कनेवरा में स्थित राकेश सरोज की शराब की दुकान पर मिलावटी शराब बनाने का केमिकल उतारा जा रहा था। इसकी जानकारी होने पर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने संयुक्त रुप से छापेमारी की। पुलिस और आबकारी विभाग के संयुक्त छापेमारी में मिलावटी शराब बनाने का केमिकल पकड़ लिया गया। इसकी जानकारी होने पर राकेश सरोज भी दुकान पर जा पहुंचे। पुलिस ने राकेश सरोज को पूछताछ के लिए फतनपुर थाने ले गयी। यहां पूछताछ के बाद राकेश सरोज को छोड़ दिया गया। राकेश सरोज को छोड़े जाने के लिए भाजपा के प्रभावशाली नेताओं ने भी पैरवी की थी। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। 30 अक्टूबर, 2021 को दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल भी फतनपुर थाने पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली।
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