मल्हनी विधायक लकी यादव ने सपा कार्यकर्ता की कर दी बीच सड़क पर पिटाई, मारपीट से सपा की छवि हुई खराब
जौनपुर में सपा के नव नियुक्त प्रदेश प्रमुख महासचिव राज नारायण बिन्द के स्वागत में उमड़े सपाईयों का हुजुम में उस समय भगदड़ मच गई, जब लखौवा बाजार के पास काफिले में शामिल वाहनों को ओवरटेक करने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं के दो गुटों में जमकर मारपीट और धक्का मुक्की शुरू हो गयी। पूरे वारदात की वीडियों सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। पीटा गया कार्यकर्ता मनोज यादव ने मल्हनी के विधायक लकी यादव और उसके समर्थको पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। हलांकि लकी यादव ने मीडिया को बताया कि वे घटना के समय मौजूद नही थे। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जबकि वीडियों में खुद लकी यादव व उनकी गाड़ियां नजर आ रही है। वायरल वीडियो में बीच बचाव करते जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव भी दिखाई पड़ रहे हैं।
जिले में समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह और गुटबाजी खुलकर सामने आ गयी है। डॉ. मनोज यादव ने कहा शनिवार को नव नियुक्त प्रदेश प्रमुख महासचिव राज नारायण बिन्द के साथ वह चाँदा से चल रहे थे। मल्हनी के लखौवा गाँव पहुँचते ही विधायक लकी यादव के साथ चलने वाले लोग हमारे गाड़ी को जबरदस्ती ओवरटेक करने की कोशिश करने पर हमने गाड़ी रोक कर शालीनता और सम्मान के साथ लकी यादव से अपने आदमियों को मना करने का अनुरोध किया। परंतु विधायक लकी यादव ने हमारे ऊपर हाथ छोड़ दिए। इसके बाद उनके साथ वालो ने भी मेरे साथ मारपीट की। समाजवादी पार्टी के नव नियुक्त प्रदेश प्रमुख महासचिव राज नारायण बिन्द के जनपद में प्रथम आगमन पर काफिले के दौरान मल्हनी विधायक लकी यादव और उनके गुर्गों ने समाजवादी पार्टी के नेता एवं पूर्व प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज यादव के बीच पहले गर्मागर्म बातचीत हुई, जो मारपीट में तब्दील हो गई।
विधानसभा चुनाव आते ही जिले में समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह और गुटबाजी खुलकर सामने आ गयी है। डॉ. मनोज यादव ब्लाक प्रमुख के चुनाव में बरसठी ब्लाक पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी न उतारे जाने पर विधायक पर आरोप लगाया था। विधायक लकी यादव तभी से नाराज चल रहे थे और मौके की तलश में थे कि किसी भी तरह बात बिगड़े और वह मारपीट करके अपनी कसक निकाल सके। विधायक लकी यादव और मनोज यादव की इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कुछ हो या न हो परन्तु अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की छवि पर असर जरूर पड़ेगा। समाजवादी पार्टी का मुखिया अखिलेश यादव मौका पाते ही भाजपा और योगी सरकार पर कानून ब्यवस्था फेल होने का आरोप लगाया करते हैं। परन्तु अपनी पार्टी में ही बीच सड़क पर युद्ध को रोकने में फेल नजर आ रहे हैं। अभी तक किसी पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे लगता है कि समाजवादी पार्टी में भी सबकुछ ठीक नहीं है।
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