योगी बाबा की कातिल पुलिस ने उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को धूलधूसरित कर डाला... |
कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। मनीष गुप्ता और एक शख्स के बीच की बातचीत का ऑडियो सामने आया है। यह ऑडियो मौत से पहले का बताया जा रहा है। इस ऑडियो में मनीष कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि पुलिस वाले आ गए हैं, यहां माहौल बिगड़ रहा है। मनीष गुप्ता की आखिरी बार जिससे बात हुई है, उसका नाम दुर्गेश बाजपेई है। दुर्गेश ने कहा, 'हमारी फोन से बात हुई। लगभग 12:15 पर मेरे पास फोन आया, उन्होंने कहा कि बेटा कुछ पुलिस वाले आए हैं, हम लोग सो रहे थे, जब दरवाजा खोला तो बोले कि अपनी आईडी दिखा दो, कप्तान साहब का आदेश है। जिस पर उन्होंने अपनी आईडी दिखा दी।
दुर्गेश ने आगे बताया, 'फिर पुलिस वाले बोले अपना बैग चेक कराओ, बैक चेक कराने के बाद मैंने बोला कि आईडी चेक करनी थी तो नीचे चेक कर लेते तो एसओ बोले तुम मुझसे जुबान चलाओगे। इसके बाद पुलिस वाले उनको अपने साथ ले गए। बाद में सूचना मिली कि उन्हें बहुत ब्लीडिंग हो रही है। ऑडियो में मनीष गुप्ता कहते हैं कि बेटा (दुर्गेश) यहां पर हम लोग सो रहे थे, तभी कुछ लोग आ गए हैं। जब यह बात मनीष कहते हैं, तब तक पीछे से पुलिसकर्मी की आवाज आती है। उससे मनीष कहते हैं कि सर क्यों आए हैं ? इस पर पुलिसकर्मी कहता है कि रेगुलर चेकिंग है। इस बीच फोन पर कई बार आवाज डिस्टर्ब होता है। आखिर में मनीष कहते हैं कि बात खराब हो रही है अब, हम लोगों को थाने ले जा रहे हैं, बिना कुछ किए, निअपराध।
मनीष के मौसी के लड़के मोहित ने बताया कि मनीष ने एमबीए किया था। पहले प्राइवेट बैंक में मैनेजर थे। फिर नोयडा में पति-पत्नी दोनों जॉब कर रहे थे। कोरोना काल में दोनों कानपुर आ गए थे। एक चार साल का लड़का है।पांच साल पहले शादी हुई थी। मनीष चार महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी से फोन पर बात की। इसके बाद ट्वीट करके प्रियंका ने कहा, 'खबरों के अनुसार गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है, इस सरकार में जंगलराज का ये आलम। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी मनीष की पत्नी से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और उनकी हर तरह की लड़ाई में सहयोग का भरोसा दिया।
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