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मंगलवार, 7 सितंबर 2021

यूपी विधानसभा- 2020 चुनाव से पहले ओवैसी ने चला बड़ा दांव, बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी को पार्टी में कराया शामिल

यूपी चुनाव से पहले एआईएमआईएम ने जीत के लिए चला है,बड़ा दांव 


ओवैसी ने माफिया अतीक अहमद की पत्नी को एआईएमआईएम में कराया शामिल...

उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही है भाजपा और बसपा ने प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या से चुनावी रणनीति के तहत जनता में अपने-अपने तरीके से चुनावी शंखनाद की गर्जना कर दी है। उसी क्रम में समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ने के लिए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी अयोध्या में जाकर अपनी पहली जनसभा की। अयोध्या की जनसभा के बाद लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी के बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी में शामिल कराया है। बाहुबली अतीक अहमद अभी जेल में बंद हैं, जिनकी जगह उनकी पत्नी ने ही पार्टी की सदस्यता दिलाई है।


बाहुबलियों को पार्टी में शामिल कराने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सफाई देते हुए कहा कि अब तक अतीक अहमद पर कोई दोष साबित नहीं हुआ है। पूर्व लोकसभा सांसद और कद्दावर नेता अतीक अहमद के खिलाफ हत्या, अपहरण, अवैध खनन, रंगदारी, धमकी और धोखाधड़ी समेत 90 से अधिक आपराधिक मामले हैं। वह गुजरात की जेल में बंद है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी तो आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए। भाजपा में योगी सरकार में दो तिहाई मंत्री के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा के 325 विधायकों में 200 विधायकों पर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं 


एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ऐसी कौन सी पार्टी है जिसमें आपराधिक किस्म के लोग शामिल नहीं हैं ? किसी में कम हैं तो किसी में अधिक अधिक हैं सबसे अधिक तो भाजपा में ही आपराधिक किस्म के लोग हैं। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस में भी तो आपराधिक किस्म के लोग हैं। यदि उनकी पार्टी में अतीक अहमद अथवा उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन को यदि शामिल कराया गया तो कोई गुनाह नहीं किया है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के इस दाँव से सबसे अधिक नुकसान समाजवादी पार्टी को होगा। चूँकि मुस्लिम वोटबैंक समाजवादी पार्टी का मुख्य वोटबैंक माना जाता रहा है ऐसे में उत्तर प्रदेश में यदि विधानसभा चुनाव- 2022 में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जितनी सीटों पर उम्मीदवार उतारती है तो उस पर सीधा नुकसान समाजवादी पार्टी का होना तय है   

     

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