वृत्तं यत्नेन संरक्षेत्, वित्तमायाति याति च।
अक्षीणो वित्ततः क्षीणो, वृत्ततस्तु हतो हतः॥
व्यक्ति को सदैव अपने चरित्र की रक्षा करना चाहिये। धन तो आने-जाने वाली वस्तु है। यदि धन नष्ट हो गया है तो परिश्रम करने पर पुनः प्राप्त किया जा सकता है। परन्तु यदि चरित्र नष्ट हो गया तो उसे लाख यत्न करने पर पुनः प्राप्त नही किया जा सकता। धन नष्ट हो गया तो भी यदि चरित्र सुरक्षित है तो सब कुछ है, परन्तु यदि चरित्र नष्ट हो गया तो सब कुछ नष्ट हो जाता है।
महिला दरोगा का पति फॉलोअर (कुक) की पत्नी को लेकर हुआ फरार... |
लखनऊ। यूपी रिजर्व पुलिस लाइन में रहने वाली एक महिला दरोगा का पति फॉलोअर (कुक) की पत्नी को लेकर भाग गया। इसके बाद महिला दरोगा ने अपने पति को एक होटल में उसी महिला के साथ रंगरलियां मनाते पकड़ लिया। महिला दरोगा ने पति पर एक फॉलोअर की पत्नी से अवैध संबंध के चलते धोखे से 40 लाख रुपए खाते से निकालने और महिला पर जेवर हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है। महानगर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। कहते हैं कि जो लोग परिवार के साथ नहीं रहते उनका नैतिक पतन हो तो एक बार बात समझ में आती है, परन्तु एक परिवार में बीबी और बच्चे के रहते हुए दूसरी की पत्नी के साथ जो शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करता है, उसे ही नैतिक रूप से गिरा हुआ इंसान कहा गया है। सही तो यह है कि वह इंसान भी कहलाने का हक़ खो देता है।
महिला दरोगा ने बताया कि सात वर्षीय बेटे की कैंसर की बीमारी से मौत के चलते बहुत परेशान चल रही थी। इसी बीच रिजर्व पुलिस लाइन क्वार्टर में रहने वाले फॉलोअर की पत्नी ने घर के काम में हाथ बटाना शुरू कर दिया। इस दौरान पति और फॉलोअर की पत्नी के अवैध संबंध बन गए। फॉलोअर की पत्नी ने मां की बीमारी का बहाना बनाकर पहले डेढ़ लाख रुपये उधार लिए और कुछ दिन बाद अपनी बहन की शादी में जाने की बात कह जेवर पहनने के लिए ले गई। इसके कुछ दिन बाद पति ने हरियाणा करनाल में जमीन खरीदने की बात कह ब्लैंक चेक पर साइन करा लिए। जिससे चालीस लाख निकाल लिए। उसके बाद अचानक दोनों लापता हो गए। करीब दो माह की खोजबीन करने पर पता चला कि दोनों एक होटल में रह रहे थे। जिसके बाद महानगर थाने में दोनों के खिलाफ शिकायत की।
महिला दरोगा के मुताबिक पिता की होटल में अश्लील हरकत देख बेटी की तबियत बिगड़ गई। जिसके चलते उसे पास के नर्सिंग होम में भर्ती कराना पड़ा। उस दिन के बाद से बेटी अकेले रहने से घबरा रही है। पति की इस हरकत के बाद से पूरा परिवार परेशान है। पत्नी ने पूरी तरह से अपने पति के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने के लिए कमर कस ली है। इंसान कितना नैतिक रूप से गिर चुका है ? किसी के भी साथ वह अनैतिक होने के लिए तैयार रहता है। वह क्षणिक सुख के लिए अपना पूरा जीवन का सत्यानाश अपने हाथों से कर लेता है। उसे जब अपने कुकृत्यों के लिए प्रायश्चित होता है, तब तक बहुत देर हो जाती है। इस तरह वह ब्यक्ति अपना परिवार का सत्यानाश तो करता ही है, साथ ही समाज में बहुत गलत सन्देश जाता है।
जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।
जवाब देंहटाएं