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सोमवार, 27 सितंबर 2021

एक स्थल पर महज दो घंटे के अंतर से दो राजनीतिक दलों के दिग्गजों का आयोजन में शामिल होने की अनुमति देना ही जिला प्रशासन का सबसे बड़ा दोष रहा

सांगीपुर पुलिस की लापरवाही से हुआ बवाल, पर्याप्त पुलिस बल का न होना भी बवाल करने वालों के हौसले को मजबूत किया,विधायक अराधना मिश्रा मोना की मौजूदगी में सांसद संगम लाल गुप्ता के समर्थकों की नारेबाजी से बढ़ा तनाव 


71 वर्षीय प्रमोद कुमार आज भी अराजकता में रखते हैं,विश्वास...

शनिवार को सांगीपुर ब्लाक परिसर में सांसद संगम लाल गुप्ता के समर्थकों और कांग्रेसी खेमे के बीच बवाल में सबसे बड़ी लापरवाह सांगीपुर पुलिस नजर आयी। सांगीपुर एसओ तुषार दत्त त्यागी ने विवेक का परिचय न देते हुए सरकारी कार्यक्रम के मंच पर कब्जा करने पहुंचे सांसद समर्थकों को नियंत्रित करने के बजाय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और कुछ प्रधानो से ही उलझ गये। वहीं ब्लाक परिसर से लेकर सांगीपुर बाजार एवं क्षेत्र मे देर शाम तक यह चर्चा बनी रही कि जब सांसद संगमलाल गुप्ता को यह पता था कि सांगीपुर में आयोजित कार्यक्रम मे क्षेत्रीय विधायक मोना पहले से मौजूद है तो उन्हें ठीक उसी समय समर्थकों के साथ अनावश्यक नारेबाजी करते नहीं पहुंचना था। रामपुरखास के लालगंज तथा रामपुर संग्रामगढ़ ब्लाक में सांसद संगमलाल गुप्ता के कार्यक्रम को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक ने अपना कार्यक्रम सांगीपुर ब्लाक में रखा था। ऐसे में सांसद संगमलाल गुप्ता या तो कार्यक्रम में पहले पहुंचते या फिर कांग्रेसी नेताओं के कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद पहुंच सकते थे


सांसद संगम लाल गुप्ता ने खुद के साथ मारपीट के लगाये आरोप, प्रमोद व मोना ने आरोप को बताया वेबुनियाद 


सांगीपुर में बवाल की कुछ झलक आप भी देखें कि कौन कितना सच है...

सांगीपुर में हुए किसान मेले मे बवाल को लेकर सांसद संगमलाल गुप्ता ने वीडियो जारी कर अपने साथ मारपीट की बात कही है। वीडियो में सांसद ने फटे कपड़े दिखाते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रम में कुछ लोग पुलिस से बदसलूकी कर रहे थे। मैंने मना किया तो पचास साठ लोगों ने मुझे मारापीटा। हालांकि सांसद के द्वारा जारी घटना के काफी देर बाद जारी इस वीडियो से इतर परिसर से उनके सुरक्षित निकलने का भी वीडियो तेजी से वायरल देखा गया। इधर घटना को लेकर क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा है कि सांसद संगमलाल गुप्ता के मंच पर पहुंचने पर स्वयं उन्होनें प्रोटोकाल के तहत उन्हें कुर्सी दी। सभागार के अंदर सांसद के साथ कोई अभद्रता नहीं हुई। हंगामे के माहौल में सांसद संगम लाल गुप्ता अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ सुरक्षित बाहर निकले। 


सांसद संगम लाल गुप्ता का इस प्रकार का आरोप तथ्य से परे है। वहीं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद कुमार का भी कहना है कि सांसद संगमलाल गुप्ता के साथ कोई घटना घटित नहीं हुई है। एक टीवी चैनल में सांसद संगम लाल गुप्ता और पूर्व सांसद प्रमोद कुमार को फोन लाइन के जरिये उनकी बातें सार्वजानिक की जा रही थी, जिसमें सांसद संगम लाल गुप्ता स्वयं की पिटाई की बात स्वीकार किये और भागकर जान न बचाए होते तो उनकी जान भी जा सकती थी और भी बड़ी वारदात पर आशंका उन्होंने जताया है। वहीं पूर्व सांसद प्रमोद कुमार का कहना था कि जिस ब्यक्ति की फोटो और वीडियो मीडिया में सांसद संगम लाल गुप्ता की दिखाई जा रही है, वह गुड्डू पाण्डेय की है। यानि पूर्व सांसद प्रमोद कुमार ने भी माना कि जिसे लातों से मारा जा रहा है वह गुड्डू पाण्डेय है न कि सांसद संगम लाल गुप्ता। फिर सांसद संगम लाल गुप्ता किस दबाव में या किस कारण से ऐसे मनगठंत कपोल कल्पित आरोप तैयार कर रहे हैं, यह वह खुद जानें। 


प्रमोद तिवारी का कहना है कि मंच पर भाजपाई ही दो धड़े में बंटे थे। हॉल में भाजपा में शामिल हुए कुछ भाजपाईयों से चिढ़कर पुराने भाजपाईयों ने ही उनके साथ अभद्रता की है। एक बार थोड़ी देर के लिए कांग्रेस के कथित दिग्गज नेता प्रमोद कुमार की बात मान भी लें तो वह भाजपा का कौन सा पदाधिकारी और कार्यकर्ता है जो रामपुरखास में इतना ताकतवर हो गया जो सांसद संगम लाल गुप्ता और गुड्डू पाण्डेय समेत दर्जनों भाजपाई नेताओं और सांसद के गनर को मारे और सभी को जान बचाकर भागने पर मजबूर होना पड़े। पूर्व सांसद प्रमोद और विधायक अराधना मिश्रा मोना भी बचकाना बयान देकर अपनी जग हंसाई करा रही हैं। कल तक गुड्डू पाण्डेय कांग्रेस और प्रमोद एवं मोना का जयकारा लगाते थे, सांगीपुर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस से टिकट न पाने की दशा में वह भाजपा से उम्मीदवार हो गए, जिससे प्रमोद और मोना जल भुन कर राख हो गए और मन ही गुड्डू पाण्डेय को सबक सिखाने का प्रतिज्ञा कर लिया। गुड्डू पाण्डेय की पिटाई का प्लान सुनियोजित रहा,परन्तु संगम लाल गुप्ता बीच में अवरोधक बन गए। असल सच्चाई यही है। फिर भी बड़बोले नेता प्रमोद कुमार ने प्रशासन से कहा है कि वह एएसपी तथा एडीएम और सीओ स्तर पर कमेटी बनाकर घटना की जांच करा लें, सच्चाई सामने आ जाएगी। 


पाँच अलग-अलग मुकदमें दर्ज होने के बाद सांगीपुर थाना प्रभारी तुषार दत्त त्यागी ने लालगंज कोतवाली में दर्ज कराई एक और एफआईआर 


गरीब दिवस मेले में प्रतापगढ़ के सांसद बतौर मुख्य अतिथि अपने निर्धारित वक्त पर पहुँचे थे। कांग्रेस नेता प्रमोद कुमार और उनकी बेटी आराधना मिश्रा मोना अपने समर्थकों के साथ समय से पूर्व मंच पर मौजूद थे। सांगीपुर थाना प्रभारी तुषार दत्त त्यागी की तहरीर में दावा किया गया। सांसद संगम लाल गुप्ता को निर्धारित समय के बाद सरकारी कार्यक्रम में पहुँचने का विधायक मोना बयान दे रही हैं। सांगीपुर थाना प्रभारी तुषार दत्त त्यागी ने प्रमोद कुमार के समर्थकों पर दर्ज एफआईआर करायी है इंस्पेक्टर तुषार दत्त त्यागी ने अपनी तहरीर में लिखा है कि अपने निर्धारित समय करीब 2.15 बजे सभा स्थल पर सांसद संगम लाल गुप्ता पहुँचे थे, जबकि निर्धारित समय से पहले समर्थकों सहित सभास्थल पर पहले से प्रमोद कुमार और मोना मौजूद थी।सरकारी कर्यक्रम में मंच खाली कराने की बात पर इंस्पेक्टर और हमराह सिपाहियों पर प्रमोद कुमार के समर्थक हमलावर हुए थे। कांग्रेसी नेता और समर्थक हमलावर होकर इंस्पेक्टर सहित पुलिस टीम से गाली गलौज करने के साथ-साथ ईंट-पत्थर मारने लगे। कांग्रेसियों की मारपीट की हरकत से भगदड़ मची थी इंस्पेक्टर तुषार दत्त त्यागी की तहरीर पर प्रमोद कुमार के समर्थकों पर मारपीट और सरकारी काम काज में बाधा की एफआईआर दर्ज हुई है चौदह नामजद और पचास अज्ञात कांग्रेसियों पर एफआईआर दर्ज हुई है प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लॉक में सांसद संगम लाल गुप्ता की सरकारी कर्यक्रम में पिटाई से बहुत जग हंसाई हो रही है।


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