रानीगंज सीओ की मेहनत लाई रंग,दो घंटे में ही फिर से पकड़ा गया जान लेवा हमले का आरोपी शिवम मिश्रा
कुछ दिन पहले रानीगंज थाने में दफ्तर के अंदर एक आरोपी दूसरे आरोपी अधेड़ ब्यक्ति को फावड़े से काट डाला था,फिर भी रानीगंज पुलिस में नहीं आया सुधार
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प्रतापगढ़ का चर्चित थाना रानीगंज जहाँ गिरफ्तार आरोपी हो जाते हैं,फरार... |
प्रतापगढ़ के रानीगंज थाने में पुलिस की हिरासत से जानलेवा हमले का आरोपी फरार हो गया। थाने के लॉकअप से जानलेवा हमले का आरोपी फरार होने से हडकंप मच गया। जानलेवा हमले का आरोपी बहुत ही शातिर निकला वह बाथरूम के बहाने पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। रानीगंज की पुलिस जानलेवा हमले का आरोपी युवक को मुम्बई से गिरफ्तार कर रानीगंज थाने लेकर आई थी। शिवम मिश्रा जो जानलेवा हमले में वांछित था। रानीगंज थाना के लॉकअप से शिवम मिश्रा के फरार होने की सूचना पर सीओ रानीगंज समेत भारी पुलिस बल आरोपी को खोजने में लग गई। दो घंटे में ही आरोपी शिवम मिश्रा को रानीगंज पुलिस पुनः गिरफ्तार करने में सफल रही। रानीगंज पुलिस की नाक कटने से बच गई। परन्तु इस बात की चर्चा है कि जानलेवा हमले के जिस आरोपी को रानीगंज पुलिस मुम्बई से गिरफ्तार कर रानीगंज थाने लाई थी, उस आरोपी की थाने में जमकर आव-भगत हुई थी।
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प्रतापगढ़ के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल... |
जानलेवा हमले का आरोपी शिवम मिश्रा रानीगंज थाना के लॉकअप से फरार होने बाद खेत में छिपा था। सीओ रानीगंज ने घेराबंदी कर आरोपी को फिर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी शिवम मिश्रा के फरार होने पर मामले की जांच करने थाना रानीगंज अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी पहुँचे। थाना रानीगंज पहुँचते ही लापरवाह पुलिस कर्मियों की जमकर क्लास लगाई। थाने से फरार होने पर आरोपी शिवम मिश्रा पर एक मुकदमा और लिखा गया। एसपी प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल ने कहा है कि लापरवाह पुलिस कर्मियों पर जाँच के बाद कार्रवाई की जायेगी। एसपी सतपाल अंतिल ने बयान जारी कर बताया कि जानलेवा हमले का आरोपी शिवम मिश्रा को फिर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शातिर किस्म के अपराधी अक्सर बाथरूम जाने का बहाना करके फरार हो जाते हैं।
रानीगंज में ही एक आरोपी को पुलिस ने लॉकअप में न बंद करके थाना के अंदर कार्यालय में ही बैठाया था। जहाँ तीन चार लोग और बैठाये गए थे। मध्य रात्रि जब सब सो रहे थे तब एक आरोपी थाने के अंदर कार्यालय में ही रखे फावड़े से एक अन्य ब्यक्ति के ऊपर हमला बोल दिया था,जिसका इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। उस वक्त रानीगंज पुलिस की जमकर किरकिरी हुई थी और विधायक रानीगंज धीरज ओझा के हस्तक्षेप के बाद मृतक के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए थे। फिर भी रानीगंज की पुलिस को अक्ल नहीं आई। एक बड़ी घटना के बाद भी सबक नहीं लिया। यदि सबक लिया होता तो जानलेवा हमले का आरोपी पेशाब के बहाने चकमा देकर फरार न हो पाता। रानीगंज पुलिस की नाक न कटती। प्रतापगढ़ की पुलिस अपने कारनामें के लिए अक्सर सवालों के घेरे में रहती है, परन्तु अपनी आदत में सुधार नहीं ला पाती है। सिर्फ खाकी को बदनाम करने का कार्य करती है।
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