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मंगलवार, 14 सितंबर 2021

जीवन ज्योति के निदेशक रहे डॉ ए के बंसल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त प्रतापगढ़ निवासी अबरार मुल्ला को लखनऊ की एसटीएफ टीम ने किया गिरफ्तार

डॉ ए के बंसल हत्याकांड के एक और आरोपी प्रतापगढ का अबरार मुल्ला को UPSTF ने किया गिराफ्तार 50हजार रूपये का इनाम था,घोषित ! डॉ ए के बंसल हत्याकांड में शूटर उपलब्ध कराया था, अन्य कई मामले में भी थी  UPSTFको तलाश 


जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक रहे डॉ ए के बंसल हत्याकांड के एक और आरोपी  प्रतापगढ का अबरार  मुल्ला को STF ने किया गिराफ्तार 50 हज़ार का इनाम था घोषित ,हत्याकांड में शूटर उपलब्ध कराया था अन्य कई मामले में भी थी STF को तलाश। डाक्टर ए के बंसल हत्याकांड का एक और आरोपी गिरफ्तार 


पचास हजार इनामिया अभियुक्त अबरार मुल्ला को STF ने किया गिरफ्तार...

प्रतापगढ़ निवासी अबरार मुल्ला को लखनऊ की एसटीएफ टीम ने किया गिरफ्तार। प्रयागराज जिले के बहुचर्चित डॉक्टर ए के बंसल हत्याकांड मामले में एक और अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई है। बता दें कि एसटीएफ लखनऊ की टीम ने प्रतापगढ़ निवासी अबरार खान उर्फ अबरार मुल्ला को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के मुताबिक प्रतापगढ़ जनपद के आजाद नगर का रहने वाला अबरार मुल्ला एके बंसल की हत्या के लिए प्रयोग में ली गई गाड़ी और शूटर उपलब्ध कराया था। अबरार मुल्लाह 50000 का इनामी था। इसके अलावा अन्य कई मामलों में भी अवांछित चल रहा था।


डॉ ए के बंसल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त अबरार मुल्ला गिरफ्तार...

प्रयागराज मंडल ही नहीं बल्कि प्रदेश के सबसे सनसनीखेज हत्याकांडों में शुमार डॉ. अश्वनी कुमार बंसल हत्याकांड का आखिरकार चार साल बाद खुलासा किया था। एसटीएफ ने ज्योति जीवन हास्पिटल के निदेशक की हत्या में शामिल शूटर मो. शोएब को सोमवार को लखनऊ के चिनहट इलाके से गिरफ्तार किया था। साथ ही बताया था कि एडमिशन माफिया आलोक सिन्हा ने 55 लाख रुपये के विवाद में भाड़े के शूटरों से इस हत्याकांड को अंजाम दिलवाया। हत्या की साजिश नैनी जेल के भीतर रची गई, जिसमें कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर आरडीएक्स से हमले का आरोपी दिलीप मिश्र भी शामिल था।


अबरार खान उर्फ अबरार मुल्ला प्रतापगढ़ नगर कोतवाली क्षेत्र के आजाद नगर का निवासी है। शहर के केपी इंटर कालेज में पढ़ाई के दौरान ही अपरधियों की गैंग बना ली थी क्रिकेट खेलने के दौरान बदमाशों से दोस्ती हुई थीपैसा लेकर हत्या जैसे जघन्य अपराध में शार्प शूटर उपलब्ध कराने का कार्य करने लगा था। प्रतापगढ़ के अबरार मुल्ला जब अपराधियों के सम्पर्क में आया तो कुख्यात अपराधी अशरफ उर्फ अख्तर कटरा का संपर्क उससे हुआयूपी एसटीएफ ने प्रयागराज में प्रतापगढ़ के रहने वाले अबरार मुल्ला को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार 14 सितंबर, 2021 को रामबाग रेलवे स्टेशन के पास से की है।


अबरार मुल्ला ने ही प्रयागराज में 12 जनवरी, 2017 को हुई जीवन ज्योति अस्पताल के निदेशक डॉ. ए के बंसल की हत्या के लिए शूटर उपलब्ध कराये थे। बदले में 15 लाख रूपये लिए थे UPSTF की टीम अबरार मुल्ला की तलाश कर रही थी। मंगलवार को एसटीएफ लखनऊ के सीओ दीपक सिंह के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर हेमंत भूषण सिंह की टीम ने अबरार को गिरफ्तार कर लिया। जीवन ज्योति हॉस्पिटल में 12जनवरी, 2017 को शाम सात बजे के लगभग डॉ. ए के बंसल की चेम्बर में उस समय घुसकर हत्या कर दी गई थी, जब वह मरीजों को देख रहे थे। डॉ. ए के बंसल की हत्या मामले में उनके छोटे भाई प्रवीण कुमार बंसल द्वारा थाना कीडगंज जनपद प्रयागराज में मुकदमा अपराध संख्या- 28/2017 धारा- 302 भादवि का दर्ज कराया गया था।


जाँच पड़ताल में बिहार के आलोक सिन्हा और प्रयागराज के दिलीप मिश्रा द्वारा भाड़े के हत्यारों से वारदात कराने की बात सामने आयी थी। आलोक सिन्हा को डॉ. ए के बंसल ने बेटे का एडमिशन एमबीबीएस में कराने के लिए 55 लाख रुपये दिया था। सिन्हा न तो एडमिशन करा सका और न ही पैसे वापस कर रहा था। इसी बात को लेकर बंसल ने उसके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार नैनी जेल भेज दिया था। शोएब को एसटीएफ पहले ही जेल भेज चुकी है। एक आरोपी यासिर को रुपये के बंटवारे में शार्प शूटर आपस में ही गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी


नैनी जेल में आलोक सिन्हा और दिलीप मिश्रा ने मिलकर ए के बंसल की हत्या की योजना तैयार की। हत्या करने के लिए दिलीप मिश्रा ने प्रयागराज के अशरफ उर्फ अख्तर कटरा से शूटर उपलब्ध कराने को कहा। इस घटना से क्या है अबरार का कनेक्शन अशरफ की दोस्ती प्रतापगढ़ के अबरार खान से थी। उसने अबरार को 15 लाख रुपये में शूटर उपलब्ध कराने को कहा। अबरार मुल्ला तैयार हो गया। जनवरी, 2017 में 12 तारीख को उसे 15 लाख रुपये, दो पिस्टल और एक मोटरसाइकिल अशरफ ने उपलब्ध कराई। इसी दिन शाम को सात बजे अबरार मुल्ला ने शूटरों को भेजकर डॉ ए के बंसल की हत्या करा दी। एसटीएफ की पूछछात में यह बात सामने आई एसटीएफ की पूछताछ में अबरार मुल्ला ने बताया कि वह प्रतापगढ़ नगर कोतवाली क्षेत्र के आजादनगर का रहने वाला है। उसके पिता का नाम अब्दुल रफीक खान है।


पूछताछ में अबरार मुल्ला ने बताया कि वह केपी इंटर कालेज में छात्र रहा। यहां क्रिकेट खेलने के दौरान उसकी दोस्ती कोतवाली नगर क्षेत्र के भुलियापुर के यासिर और जावेद उर्फ जब्बा से हुई। फिर कोतवाली नगर के आजाद नगर मुहल्ले के शोएब और घरौरा, लालगंज निवासी मकसूद उर्फ जैद से भी दोस्ती हो गयी। सभी ने मिलकर शूटर ग्रुप बना लिया। मार्च, 2017 में यासिर की हत्या के सम्बन्ध में पूँछने पर बताया कि जीवन ज्योति हॉस्पिटल के डॉ ए के बंसल ने अपने लड़के के एडमीशन के लिए 55 लाख रूपये आलोक सिन्हा को दिए थे ऐसे दिया गया था घटना को अंजाम मकसूद, शोएब और यासिर बंसल की हत्या करने के लिए बाइक से गये थे। मकसूद बाइक चला रहा था। पिस्टल लेकर शोएब और यासिर डॉ. बंसल के चेम्बर में घुसे और उनकी हत्या कर दी। पैसे को लेकर मकसूद और यासिर के बीच झगड़ा हो गया था। शोएब और मकसूद ने मिलकर वारदात के करीब डेढ़ माह बाद यासिर की हत्या कर दी। यासिर की हत्या मामले में शोएब का नाम सामने नहीं आया। मकसूद पकड़ा गया।


55लाख रुपये के विवाद की मुख्य वजह बनी डॉ ए के बंसल की हत्या...


एसटीएफ के मुताबिक, शोएब ने पूछताछ में बताया कि डॉक्टर बंसल ने बेटे अर्पित का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए आलोक सिन्हा को 55 लाख रुपये दिए थे। एडमिशन तो हुआ नहीं और आलोक ने पैसे भी हड़प लिए। जिस पर डॉक्टर ने एफआईआर दर्ज कराकर आलोक को जेल भेजवा दिया। यही नहीं दूसरे राज्यों में दर्ज मुकदमों में भी पैरवी करने लगे। इसके बाद ही आलोक की मुलाकात नैनी जेल के भीतर दिलीप मिश्रा, अशरफ उर्फ अख्तर कटरा, जुल्फिकार उर्फ तोता और गुलाम रसूल से हुई। आलोक ने डॉ. बंसल की हत्या की साजिश रची, जिसमें दिलीप और अख्तर कटरा भी शामिल हो गए। दोनों ने अबरार मुल्ला नाम के बदमाश के माध्यम से तीन शूटर तय किए, जिसमें शोएब के अलावा मकसूद और यासिर शामिल थे।

70लाख रूपये में तय हुआ था,डॉ ए के बंसल की हत्या का सौदा...


शोएब ने एसटीएफ को बताया कि डॉ. बंसल की हत्या करने के लिए 70 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। इसमें 15 लाख रुपये एडवांस में और 55 लाख रुपये हत्या के बाद देने की बात हुई। हअबरार मुल्ला ने शोएब, मकसूद और यासिर को पांच लाख रुपये, दो पिस्टल और एक मोटर साइकिल हत्या को अंजाम देने के लिए दी। यह तीनों बाइक से ज्योति जीवन हास्पिटल पहुंचे। गाड़ी मकसूद चला रहा था। अस्पताल के बाहर मकसूद गाड़ी पर खड़ा रहा और शोएब व यासिर दोनों ने अपनी-अपनी पिस्टल से चैंबर में मरीज देख रहे बंसल पर अंधाधुंध फायरिंग कर के मौत के घाट उतार दिया और उसी मोटर साइकिल से फरार हो गए। बाद में वर्ष-2017 में रुपयों के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में अबरार मुल्ला के कहने पर शोएब और मकसूद ने यासिर की हत्या कर दी।

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